– सायला क्षेत्र का वीडियो, 2 एएसआई सायला व 1 बागरा थाने में तैनात
सायला/जालोर.पुलिस पर आरोप लगते रहे हैं कि उनकी मिलीभगत से तस्करी होती हैं। लेकिन सायला उपखंड क्षेत्र से वायरल एक वीडियो में साबित हो रहा हैं कि जालोर पुलिस के तीन एएसआई की मौजूदगी में अफीम की मनुहार हो रही। मनुहार ही नहीं वो खुद अफीम का खुलेआम सेवन भी कर रहे, जिससे पुलिस को पकड़ने का काम होता हैं, लेकिन तीनों पुलिस अधिकारी उनको टोकते तक नहीं है। वायरल वीडियो में सायला थाना में कार्यरत्त एएसआई चतराराम, नरेंद्र व बागरा थाने के रघुनाथ बिश्नोई हैं। जो कुछ लोगों के साथ बैठकर आराम से अफीम खा रहे हैं।
व्यवस्था संभालने गए, लेकिन अफीम लेतेरहे
जानकारी के अनुसार सायला क्षेत्र के दहिवा गाँव में कुछ दिन पहले भारतमाला परियोजना के तहत बन रही सड़क को लेकर विवाद हुआ। विवाद बढ़ा तो पुलिस फोर्स भेजी गई, लेकिन यहाँ पर यह अफीम का सेवन करने लगे।
– सरूपगंज पुलिस ने की कार्यवाही, करीब 4 लाख रुपए की कीमत थी शराब
सिरोही. सिरोही जिले के उड़वारिया टोल पर नाकांबदी करते हुए सरूपगंज पुलिस ने विदेशी मंहगी शराब बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उड़वारिया टोल पर नाकाबंदी के दौरान मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने एक थार जीप को रूकवाया। तलाशी में जीप में बने एक गुप्त बॉक्स में छुपाकर विदेश निर्मित अंग्रेजी शराब की 70 बोतलें अवैध रूप से गुजरात ले जाई जा रही थी। पुलिस ने अंग्रेजी शराब की बोतलें, जीप को जब्त किया तथा अवैध रूप से शराब परिवहन करने के मामले में जीप चालक जालोर जिले के रेबारियों का गोलिया (सांचौर) निवासी हीराराम पुत्र भूराराम जाट को गिरफ्तार किया।
प्रारंभिक पूछताछ में उसने शराब की हरियाणा से लाना बताया तथा गुजरात के डीसा में सप्लाई करने की बात स्वीकार की। पुलिस मामले की जांच में जुटी हैं। सरूपगंज थानाप्रभारी हरीसिंह राजपुरोहित ने बताया कि पकड़ी गई 70 बोतल विदेश निर्मित अंग्रेजी शराब की बाजार कीमत करीब 4 लाख रुपये बताई जा रही हैं।
– बागोड़ा के मेडा निवासी है माधाराम सुथार, कुछ समय पहले लाछड़ी में बोरवेल से निकाला था बच्चे को
जालोर.देशी जुगाड़ी बॉस माधाराम सुथार की मदद अब राजस्थान आपदा प्रबंधन सहायता एवं सुरक्षा भी लेगी। माधाराम सुथार अब प्रदेश भर में एसडीआरएफ व नागरिक सुरक्षा के जवानों को प्रशिक्षण देंगे। सांचौर तहसील के लाछड़ी गांव में खेत पर बने 90 फीट गहरे खुले बाेरवेल में गिरे 4 वर्षीय बालक काे जीवित निकालने के सफल रेस्क्यू ऑपरेशन करने वाले माधाराम प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षण का आयोजन जिलों के कलेक्टर द्वारा आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में माधाराम सुथार संकाय अतिथि के रूप में आमंत्रित रहेंगे। इस संबंध में राजस्थान आपदा प्रबंधन सहायता एवं सुरक्षा ने अतिरिक्त महानिदेशक एसडीअारएफ, सभी जिला कलेक्टर, निदेशक नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान काे आदेश जारी किया है।
माधाराम सुथार 2016 से अब तक चार बच्चों काे बाेरवेल से सुरक्षित बाहर निकाल चुके। माधाराम का कहना है कि यह मेरा साैभाग्य है कि सरकार ने मुझे प्रशिक्षण देने के लिए चुना है। कमांडेंट एसडीआरएफ राजस्थान पंकज चाैधरी का कहना है कि सरकार के आदेश की पालना सुनिश्चत की जा रही है। पहला डेमाे 13 जुलाई काे जाेधपुर में रखा गया है। इसके बाद प्रदेश में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
– नगर परिषद की लापरवाही के चलते हो रहे इस तरह के हादसे
जालोर. जालोर शहर में आवारा पशु हमलावर होकर एक बुजुर्ग की जान ले ली। जानकारी के अनुसार सडक़ों पर घूम रहे दो आवारा सांड सोमवार शाम को शहर के राजेन्द्र नगर रोड पर झंगड़ रहे थे। झगड़ते-झगड़ते काफी दूर बुजुर्ग की तरफ दौड़ते हुए एक सांड ने हमला कर दिया, जिससे बुजुर्ग गंभीर घायल हो गया, जिसकी गुजरात के अस्पताल में मौत हो गई। जानकारी के अनुसार राजेन्द्र नगर निवासी शिवलाल पुत्र भगाजी माली बाजार में काम से आए थे। रोड पर सांड झगड़ रहे थे, लेकिन शिवलाल काफी दूर थे। जिसके बाद दोनों सांड तेजी से दौड़ते हुए शिवलाल की तरफ आए एवं एक सांड ने चपेट में ले लिया, जिससे गंभीर घायल हो गए एवं उपचार के दौरान मंगलवार को मौत हो गई।
आवारा पशुओं का यहां जमघट
शहर में आवारा पशुओं का जमघट लगा रहता है। राजेन्द्र नगर, बागोड़ा रोड़, सुरजपोल, हरिदेव जोशी सर्किल समेत आसपास के क्षेत्रों में आवारा पशु जमे रहते हैं। आवारा पशुओं को शहर से बाहर निकालने को लेकर नगर परिषद ने टीम भी बनाई, लेकिन नाममात्र की कार्रवाई कर पाई।
– आरोपी विकास जाट ने साल 2013 में जेलकर्मियों पर हमला कर के 3 हार्डकोर कैदियो को करवाया था फरार
सांचौर.
सांचौर पुलिस ने 7 साल से फरार चल रहे आरोपी विकास जाट को गिरफ्तार किया। विकास जाट ने सांचौर जेल में बन्द हार्डकोर बन्दी अनिल उर्फ पाण्डया, रामकुमार जाट एवं गोपाराम दर्जी को फरार किया था। एसपी श्यामसिंह के निर्देशानुसार थानाधिकारी प्रवीण कुमार के नेतृत्व उप कारागृह सांचोर के कर्मचारियों पर हमला करके जेल में से तीन बन्दियों को फरार करवाकर भाग जाने के प्रकरण में करीब 7 वर्ष से अधिक समय से फरार चल रहे वांछित आरोपी विकास पुत्र सतपालसिंह जाति जाट निवासी मकान नम्बर बी-45 बसन्त बिहार झुन्झुनू पुलिस थाना कोतवाली झुन्झुनू जिला झुन्झुनू को न्यायालय से आदेश प्राप्त किया जाकर शनिवार को जिला कारागृह झुन्झुनू से गिरफ्तार किया गया।
ये था मामला
आरोपी ने 2013 में आरोपियों ने उप कारागृह सांचोर पर हमला करके जैलकर्मियों के साथ मारपीट कर जैल में बन्द हार्डकोर विचाराधीन बन्दी 1. अनिल उर्फ पाण्डिया पुत्र जगदीश प्रसाद जाति जाट निवासी खांजी का बास थाना फतेहपुर सदर जिला सीकर 2. रामकुमार पुत्र उमाराम जाति जाट निवासी फतेहपुर जिला सीकर तथा 3. गोपाराम उर्फ गोपिया पुत्र बाबुलाल जाति दर्जी निवासी भूरा की ढाणी कारोला तीनों को फरार कर लेकर भाग गये थे। उक्त घटना पर प्रभारी उप कारागृह सांचोर के द्वारा पुलिस थाना सांचोर में मुकदमा दर्ज करवाया था। पुलिस द्वारा इस प्रकरण में पूर्व में आरोपी अनिल उर्फ पाण्डिया, रामकुमार एवं गोपाराम दर्जी सहित कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया जाकर आरोप पत्र न्यायालय में पेश किया जा चुका है एवं इस प्रकरण में वांछित दो आरोपियो की पूर्व में मृत्यु हो चुकी है। इस प्रकरण में वांछित आरोपी विकास सिगड़ जो करीब 7 वर्ष से भी अधिक अवधि से फरार चल रहा था, जिसके विरूद्ध न्यायालय से स्थाई गिरफ्तारी वारण्ट जारी करवाया जा चुका था।
– बागोड़ा के भालणी गांव की घटना, गांव में शोक की लहर छा गई
बागोड़ा.
परिवार में शादी सभी खुशियो में झूम रहे थे। तभी ऐसा हादसा हुआ कि पलभर में ही खुशियों में झूम रहा परिवार समेत गाँव गमगीन हो गया। घटना जालोर जिले के बागोड़ा क्षेत्र के भालनी गांव की हैं। कालूराम(बाबल) बिश्नोई के परिवार में शादी समारोह का आयोजन हो रहा था। शनिवार का दिन था, सुबह के 11 बजे थे मेहमान आ रहे थे, दूल्हे का छोटा भाई भी इन मेहमानों की सेवा में लगा हुआ था। बाकी परिवार के लोग इधर-उधर की तैयारी कर रहे थे। तभी दूल्हे का छोटा भाई भजन पानी की मोटर चालू कर रहा था, उसी दौरान भजन को करंट लग गया व मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिवार समेत गाव में गमगीन माहौल हो गया। जिस घर मे खुशी थी, मिठाई बन रही थी, उसी घर से कुछ ही देर में गमगीन माहौल में भजन की अर्थी उठी। इस घटना के बाद हर किसी की आँखों मे आंसू दिख रहे थे।
EWS कैटेगरी के लिए रजिस्ट्रेशन की आज लास्ट डेट, रीट फॉर्म में कैटेगरी बदलने का विकल्प न होने से अभ्यर्थी परेशान
REET-2021
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET) 2021 के लिए आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के अभ्यर्थी 5 जुलाई की रात्रि 12 बजे तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा शुल्क जमा कराने के लिए अंतिम दिन रविवार है। इन अभ्यर्थियों के लिए निर्धारित शुल्क के साथ ऑनलाइन आवेदन 21 जून से शुरू किए गए थे। REET आगामी 26 सितंबर को रविवार को दो पारियों में आयोजित की जाएगी।
परीक्षा के लिए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से तैयारी की जा रही है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के अभ्यर्थी अन्य आरक्षित वर्गों के समान अधिकतम आयु सीमा में छूट दिए जाने के संबंध में लिए गए निर्णय के अनुरूप REET के लिए पात्र होंगे। गौरतलब है कि पूर्व में यह परीक्षा 25 अप्रैल को होनी थी, लेकिन इसे स्थगित कर 20 जून किया। बाद में इसकी तिथि 26 सितम्बर कर दी गई।
16 लाख 40 हजार 319 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया
REET में 16 लाख 40 हजार 319 अभ्यर्थियों ने EWS आरक्षण से पहले आवेदन किया है। REET परीक्षा दो पारियों में होनी है। लेवल-वन और टू, यानी दोनों में 9 लाख 13 हजार 183 अभ्यर्थी, सिर्फ लेवल-वन में 3 लाख 63 हजार 317 और लेवल-टू में 3 लाख 63 हजार 819 अभ्यर्थी ने आवेदन किया है।
ढाई घंटे में हल करने होंगे 150 प्रश्न
प्रथम और द्वितीय दोनों ही पेपरों में कुल 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। सभी प्रश्न बहुविकल्पी होंगे। इन प्रश्नों को हल करने के लिए अभ्यर्थियों को ढाई घंटे का समय दिया जाएगा। सभी प्रश्न 1-1 अंक के होंगे।
लेवल-1 में 5 खंडों में प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रत्येक खंड में 30-30 बहुविकल्पी प्रश्न पूछे जाएंगे और प्रत्येक खंड में प्रश्नों के 30-30 अंक निर्धारित किए गए हैं।
लेवल-2 में चार खंड में प्रश्न होंगे। पहले 3 खंडों में 30-30 बहुविकल्पी प्रश्न होंगे और प्रत्येक खंड 30-30 अंक का होगा। चौथे खंड में 60 प्रश्न पूछे जाएंगे और अंक 60 रहेंगे।
अजमेर में नवाचार- VC से परीक्षा केंद्रों पर ही अभ्यर्थियों की सुलझाएंगे समस्या, ट्रायल रहा सक्सेज
कलेक्ट्रेट का परीक्षा प्रकोष्ठ अजमेर से ही एक नवाचार की शुरुआत करने जा रहा है। राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET) 2021 सहित विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के शुरू होने से पूर्व अभ्यर्थियों की समस्याओं के निराकरण वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ऑनलाइन ही किया जाएगा। इसका ट्रायल किया जा चुका है।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से 26 सितंबर को होने वाली राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) 2021 में जिले में दो पारियों में लगभग 80 हजार अभ्यर्थियों के बैठने की संभावना जताई जा रही है। इसी हिसाब से राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तैयारी जारी है। इस परीक्षा का कंट्रोल रूम जिला कलेक्ट्रेट में बनाया जाएगा। परीक्षा में आने वाले कई अभ्यर्थियों की परीक्षा केंद्र पर परीक्षा शुरू होने से पहले बहुत सी समस्याएं होती हैं।
इनका निराकरण करने के लिए सेंटर अधीक्षक और कलेक्ट्रेट स्थित परीक्षा प्रकोष्ठ के बीच तालमेल से ही संभव होता है। विभिन्न व्यवहारिक समस्याओं यथा अभ्यर्थी परीक्षा प्रवेश पत्र भूल आया, फोटो नहीं लगा पाया, फोटो आईडी लेकर आना था नहीं ला पाया, आदि कारणों के चलते परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थी और परीक्षा केंद्र अधीक्षक के बीच कई बार गर्मागर्मी की नौबत आ जाती है। ऐसी समस्याओं के समाधान के लिए इस नवाचार को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
केंद्र अधीक्षक जुड़े रहेंगे परीक्षा प्रकोष्ठ से
अब तक परीक्षा शाखा के प्रभारी और अन्य कार्मिक फोन से ही परीक्षा केंद्र अधीक्षक से जुड़े रहते थे। अब परीक्षा शाखा से परीक्षा केंद्र अधीक्षक ऑनलाइन भी जुड़े रहेंगे। जिस किसी भी परीक्षा केंद्र पर परीक्षा शुरू होने से पूर्व किसी अभ्यर्थी के साथ किसी प्रकार की समस्या आ रही है, उसके बारे में केंद्राधीक्षक के माध्यम से अभ्यर्थी परीक्षा शाखा से भी संपर्क में जुड़ सकेगा। परीक्षा शाखा में बैठने वाले इंचार्ज सतीश सैनी सहित विभिन्न अधिकारी व कार्मिक समस्या के समाधान का प्रयास करेंगे।
परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को भेजा जाएगा लिंक
अजमेर जिले में रीट व अन्य परीक्षाओं में जितने अभ्यर्थी बैठेंगे, उनके ई मेल आईडी व वाट्सएप नंबर पर एक लिंक भेजा जाएगा। इस लिंक के माध्यम से अभ्यर्थी कलेक्ट्रेट की परीक्षा प्रकोष्ठ से जुड़ जाएगा। परीक्षा प्रकोष्ठ आवश्यकता पड़ने पर परीक्षा से एक दिन पहले भी इन अभ्यर्थियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर परीक्षा दिशा-निर्देश के बारे में भी चर्चा कर सकता है। ट्रायल में अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर पहुंचने से पहले उन्हें क्या तैयारी करनी है, कितनी देर पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा और क्या क्या सामग्री ले जा सकेंगे आदि के बारे में जानकारी दी गई। ऐसा ही प्रयास बोर्ड की रीट और राजस्थान लोक सेवा आयोग की आगामी परीक्षाओं में किया जाने का प्रयास रहेगा।
पहली बार हो रही है शुरुआत
कलेक्ट्रेट अजमेर के परीक्षा प्रकोष्ठ के इंचार्ज सतीश कुमार सैनी ने बताया कि प्रथम बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अनुकंपात्मक कंप्यूटर टंकण गति परीक्षा के सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा संबंधित सभी जानकारियां वीसी के माध्यम से प्रदान किए जाने के लिए राजस्थान में अजमेर जिले से नवाचार किया गया है।
खुशखबरी! Paytm ला रही है 50 करोड़ रु का बंपर कैशबैक ऑफर, QR कोड से हर पेमेंट पर फायदा
पेटीएम ने डिजिटल इंडिया के 6 साल पूरे होने के मौके पर अपने उपभोक्ताओं और व्यापारियों के लिए कैशबैक लेकर आई है। इसमें कंपनी 50 करोड़ रुपए का बड़ा अमाउंट देगी। कंपनी ने कहा कि वह भारत में व्यापारियों और उपभोक्ताओं को पेटीएम ऐप के जरिए किए गए प्रत्येक लेनदेन के लिए कैशबैक देगी। यह कार्यक्रम कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में विशेष अभियान के साथ देश भर के 200 जिलों में शुरू किया जाएगा।
ऑफर देशभर के व्यापारियों के लिए रहेगा, जबकि व्यापारियों को डिजिटाइजेशन के लिए प्रशिक्षित करने और कैशलेस भुगतान अपनाए जाने पर वृद्धि के लिए इनाम देने हेतु देश के 200 से ज्यादा जिलों में जमीनी स्तर पर विशेष गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
2 करोड़ व्यापारियों को मिलेगा फायदा
गारंटीड कैशबैक ऑफर लॉन्च करने के साथ ही कंपनी साउंडबॉक्स और आईओटी डिवाइस की भी पेशकश कर रही है। कंपनी इस साल प्रोग्राम के लिए 50 करोड़ रुपए की राशि देने के लिए प्रतिबद्ध है जो ऐसे 2 करोड़ से ज्यादा व्यापारियों का उत्थान करेगी जो अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में पेटीएम का उपयोग करते हैं।
पेटीएम के जरिए पेमेंट पर इनाम मिलेगा
इस ऑफर के अंतर्गत, पेटीएम ने भारत में व्यापारियों और ग्राहकों के लिए पेटीएम ऐप के माध्यम से किए जाने वाले प्रत्येक लेन-देन के लिए कैशबैक प्रोग्राम की घोषणा की है। दिवाली से पहले पेटीएम ऐप के जरिए सबसे ज्यादा संख्या में लेनदेन करने वाले व्यापारियों को शीर्ष व्यापारी बनने के लिए प्रमाणपत्र के साथ सम्मानित किया जाएगा और साथ ही उन्हें मुफ्त में साउंडबॉक्स, आईओटी डिवाइस तथा ऐसे ही कई अन्य इनाम भी दिए जाएंगे।
छह महीने तक मिलेगा गारंटीड कैशबैक
ऐसे ग्राहकों को भी प्रत्येक लेनदेन के लिए कैशबैक प्राप्त होगा जो पेटीएम ऐप के जरिए भुगतान करने के लिए दुकानों में पेटीएम क्यूआर कोड स्कैन करेंगे। गारंटीड कैशबैक ऑफर छह महीनों तक चलेगा। पेटीएम योग्य व्यापारियों को बिजनेस ऐप के लिए अपने पेटीएम के माध्यम से 50% छूट के साथ अपना साउंडबॉक्स पेश करेगी।
– भाद्राजून पुलिस पहुँची मौके पर, हत्या के कारणों का खुलासा नही
आहोर.
भाद्राजून थान क्षेत्र के भूति ग्राम ग्राम पंचायत के वलदरा गांव में अज्ञात हमलावरों ने शनिवार देर रात्रि को धारदार हथियार से हमला कर विधवा महिला की हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार वलदरा निवासी ओटी देवी मीणा(70) पुत्र चुन्नीलाल का शव सुबह आसपास के लोगों ने खाट पर खूंन से सन्ना शव देखने पर पुलिस को सूचना दी, जिसपर पुलिस मौके पर पहुँच जांच में जुट गई। अभी तक हत्या के कारणों व हमलावरों के बारे में पता नहीं लग पाया है। महिला रात्रि के समय किसी शादी समारोह में गई थी, वहां से घर लौटने के बाद यह वारदात हुई।
– सोशल मीडिया पर वीडियाे वायरल, बागरा से सिवणा गाँव का मामला
जालोर.जिले के बागरा थाना क्षेत्र के कुछ युवकों ने धार्मिक कार्यक्रम के दौरान जोश में आकर टोपीदार बंदूकें हवा में लहराई तथा फायर किए। मामले का वीडियो थानाधिकारी तेजू सिंह के व्हाट्सएप पर पहुंचा तो उन्होंने तत्काल जांच कर तीन युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
बागरा थानाप्रभारी तेजूसिंह ने बताया कि बागरा थाना क्षेत्र के सिवणा गांव में भाद्राणी माता कुलदेवी के मंदिर में मूर्ति स्थापना के दौरान का हैं। जिसमें सिवणा निवासी गोविन्द सिंह पुत्र मानसिंह राजपूत, महिपाल सिंह पुत्र गणपत सिंह राजपूत व महावीरिसंह पुत्र जीतसिंह राजपूत हवा में टोपीदार बंदूक लहराते नजर आए तथा फायरिंग की। जांच में सामने आया कि इनके नाम से कोई लाइसेंसशुदा बन्दूक नही है। पुलिस ने इन युवकों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए तलाश शुरू कर दी।
– 10 हजार 255 मरीज अब तक संक्रमित, 10179 स्वस्थ, 76 जने गंवा चुके जान
जालोर.
जिले के लिए अच्छी खबर हैं। दूसरी लहर के बाद जालोर कोरोना से मुक्त हो गया। 22 जून को अंतिम मरीज पॉजिटिव आने के बाद नया एक भी केस नहीं मिलने के बाद जालोर पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो गया। दूसरी लहर के दौरान जिले में 1 अप्रैल से नए मरीज आने शुरू हुए थे, 10 मई तक लगातार मरीज बढ़े। जिसके बाद कोरोना काबू होता गया एवं शनिवार को कोरोना से मुक्त हो गया। प्रदेश का जालोर दूसरा जिला बन गया हैं, जहां अब एक भी एक्टिव केस नहीं रहा। सबसे पहले बूंदी ने कोरोना को हराया था।
10255 मरीज अब तक पॉजिटिव, 10179 हो चुके स्वस्थ
सीएमएचओ डॉ. गजेन्द्र सिंह देवल ने बताया कि जिले में अब तक कोरोना के 10 हजार 255 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसमें से 10 हजार 179 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। 76 लोग कोरोना की जंग से हार गए। जिले में अब तक 2 लाख 92 हजार 911 जनों के सैंपल लिए, इनमें से 2 लाख 81 हजार 714 की रिपोर्ट निगेटिव आई।
– सांचौर पुलिस ने शहर के चार रास्ता पर कार्यवाही कर आरोपी को पकड़ा
सांचौर.
शहर के चार रास्ता से पुलिस पर संदिग्ध लगने पर क्रेटा कार की तलाशी ली तो 960 ग्राम अफीम मिला। कार भी चोरी की थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से 1 लाख 68 हजार रुपए भी बरामद किए। पुलिस के अनुसार एसपी श्यामसिंह के निर्देशानुसार सांचौर पुलिस ने शुक्रवार को थानाधिकारी प्रवीण कुमार के नेतृत्व में गठित टीम मुखबिरी सूचना के आधार पर कस्बा सांचोर में चार रास्ता के पास से एक युवक को बिना नम्बरी क्रेटा गाड़ी सहित दस्तयाब किया गया। दस्तयाब युवक का नाम पता पूछा गया जिसने अपना नाम विकास पूनिया पुत्र सुखराम जाति विश्नोई निवासी कूण्डकी पुलिस थाना
चितलवाना होना बताया। उक्त युवक की गतिविधिया संदिग्ध प्रतीत होने पर उसको थाना पर
लाकर नियमानुसार वाहन की तलाशी ली गई, तो वाहन के अन्दर से 960 ग्राम अफीम का दूध बरामद हुआ। आरोपी के कब्जे से 168000 हजार रुपये रोेकड़ बरामद किये गये।
चोरी की गाड़ी, 5 फर्जी नंबर प्लेट भी मिली
वाहन के अन्दर से अलग-अलग नम्बर की कुल पांच नम्बर प्लेट बरामद हुई है। एक नम्बर प्लेट पर सरपंच लिखा हुआ है। वाहन के आगे व पीछे वकील का लॉगो लगा हुआ है, यह लॉगो
आरोपी के द्वारा मादक पदार्थ की तस्करी के दौरान नाकाबन्दी में पुलिस से बचने के लिए
लगवाया जाना पाया गया है। प्रारम्भिक पूछताछ में आरोपी ने उक्त वाहन चोरी का होना बताया
है। वही अफीम शंकरलाल पुत्र मोहनलाल जाति विश्नोई निवासी डी.एस. ढाणी हेमागड़ा से खरीदना
बताया गया है।
– एसओजी-विजिलेंस की जांच रिपोर्ट, रोकने वालों को हटाया, रिटायर्ड ASI से करवाते थे डील
जयपुर. एसपी हिम्मत अभिलाष हरियाणा की शराब की सिरोही जिले के आबूरोड बॉर्डर से गुजरात तक तस्करी को लेकर सिरोही के तत्कालीन एसपी हिम्मत अभिलाष टांक पर लगे आरोप सही निकले है। वो ही यह शराब तस्करी का नेटवर्क चलवा रहे थे। इसमें सिरोही के ही चार थानों रोहड़ा, रीको, आबूरोड सदर व स्वरूपगंज थाने के पुलिसकर्मी भी शामिल थे। टांक ने तस्करी रोकने वालों को गांव में ड्यूटी दी। नहीं माने तो उन्हें झूठे आरोप लगाकर फंसाया। यह खुलासा विजिलेंस और एसओजी की जांच में सामने आया है। दरअसल मामला तो 29 मई को ही उठ गया था जब आबकारी विभाग ने रोहिड़ा एरिया में बने अवैध डंपिंग व कटिंग स्टेशन का भंडाफोड़ कर करीब पांच करोड़ की अवैध शराब पकड़ी थी। फिर डीजीपी एमएल लाठर ने सत्यता जांचने के लिए विजिलेंस व एसओजी से जांच कराई और यह जांच रिपोर्ट भी तैयार हो चुकी है। इसमें ही टांक की मिलीभगत के सबूत हैं। इनके मुताबिक टांक ने पहले एक रिटायर्ड एएसआई और मौजूदा हैड कांस्टेबल के मार्फत तस्करों से साठ-गांठ की और फिर उन पुलिसकर्मियों को रास्ते से हटाया जो रास्ते में शराब पकड़ रहे थे।
यही नहीं उन्होंने डीएसटी व थानों की पुलिस को भी हाईवे पर नाकाबंदी करने से रोका तथा एनडीपीएस की सूचनाएं देकर डायवर्ट भी किया, लेकिन उनकी एक भी सूचना पर एडीपीएस का माल कभी नहीं पकड़ा गया। एडीजी विजिलेंस बीजू जॉर्ज जोसफ का कहना है कि एसओजी व विजिलेंस की कॉमन रिपोर्ट बनेगी। यह रिपोर्ट उच्च अधिकारी को पेश होगी। उसके बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी।
भीनमाल नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई, 41 किलो अफीम के साथ दो आरोपियों को पकड़ा. मणिपुर से लाई जा रही थी अफ़ीम, करीब 1 करोड़ की लागत की है अफ़ीम. दो आरोपियों को किया गिरफ्तार एक जालोर निवासी तो दूसरा बाड़मेर निवासी है युवक. आज भीनमाल न्यायालय में पेश किया जाएगा दोनों आरोपियों को.
नारकोटिक्स विभाग की टीम ने भीनमाल पुलिस थाना क्षेत्र में बड़ी कार्यवाही करते हुए एक ट्रक को जब्त कर बड़ी मात्रा में अफीम को बरामद करने में सफलता हासिल की है। हालांकि कार्यवाही अभी तक भीनमाल पुलिस थाने में जारी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ट्रक सिरोही जिले की तरफ से आया हैं, जहां से टीम पीछा करती हुई आ रही थी। भीनमाल शहर में प्रवेश करते ही टीम ने ट्रक को जब्त कर लिया। ट्रक में सवार दो चालक व अन्य सवार को पकड़ने की भी सूचना हैं। ट्रक में बांस भरी हुई थी। ट्रक में सवार एक चितलवाना व दूसरा गुड़ामालानी क्षेत्र निवासी बताए जा रहे है, हालांकि नारकोटिक्स के अधिकारी अभी कार्यवाही में लगे हुए।
– बाकी जानकारी कार्यवाही पूर्ण होने पर अपडेट होगी।
जालोर.गुजरात के वडोदरा में जालोर के एक छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार जालोर जिला निवासी एमबीबीएस के चौथे वर्ष के छात्र दीपाराम जीनगर (25) ने फांसी लगा कर आत्महत्या की है। दो वर्ष से दीपाराम की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। उनके पिता चंपालाल बेटे की सेहत ठीक न होने के चलते उसके साथ ही रहते थे। गुरुवार सुबह साढ़े पांच बजे के करीब पिता चंपालाल सब्जी लेने निकले। छह बजे वापस लौटे तो दरवाजा बंद मिला। दरवाजे पर दस्तक देने के बाद भी जवाब नहीं मिला। पिता को अनहोनी की आशंका हुई। चंपालाल ने आसपास के छात्रों की मदद से दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। दरवाजे की दराज से अंदर देखा तो नजर आया कि-शव फंदे से लटका हुआ है। दरवाजा खुलने पर दिखा दृश्य देख कर पिता टूट गए। दीपाराम ने 30 मिनट में ही तारों का फंदा बना कर जान दे दी। रावपुरा पुलिस ने बताया कि अगले महीने परीक्षा थी। हालांकि आत्महत्या से पहले लिखी कोई चिठ्ठी नहीं मिली है
पाली/आहोर. जालोर पुलिस, पाली व बाड़मेर में सुने मकानों से चोरी करने वाली गैंग को पाली के सांडेराव पुलिस ने पकड़ने की कामयाबी हासिल की। गैंग में शामिल सभी आरोपी जालौर जिले के निवासी है। सूने मकानों व दुकानों के ताले तोड़ नकबजनी की घटना को अंजाम देने वाली गैंग के पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में बदमाशों ने पाली, जालोर व बाड़मेर जिले में 26 चोरी व नकबजनी की वारदातें करना स्वीकार की। सबसे अधिक जालोर में चोरी की 19 वारदात को अंजाम दिया।
ऐसे पकड़े में आई गैंग
सांडेराव थान के उप निरीक्षक हमीरसिंह ने बताया कि 25 जून की रात को सांडेराव बस स्टैंड पर एक मेडिकल स्टोर का ताला तोड़ चोर नकदी आदि चुराकर ले गए थे। मामले में सीसीटीवी व मुखबिर तंत्र की मदद से नकबजनी करने वाली गैंग के पांच बदमाशों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
पाली जिले के बेड़ा (नाना) हाल आहोर निवासी नरेश कुमार उर्फ नरेन्द्र पुत्र प्रतापदास वैष्णव, आहोर के केरावास निवासी किरण कुमार पुत्र हिमताजी रावल, चरली (आहोर) निवासी छगनलाल पुत्र खीमाराम प्रजापत,बाड़मरे जिले के कनाना (समदड़ी) हाल आहोर निवासी मनोहरदास उर्फ मनिया उर्फ मनोज पुत्र जयरामदास वैष्णव व आहोर निवासी निरंजन सुथार पुत्र नारायणलाल सुथार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि आरोपी वारदात करने के दौरान कार में आते थे। जिससे की पुलिस से बच आसानी से भाग सके। गैंग का नरेश कुमार मास्टर माइंड है, जो सूने मकानों व दुकानों का ताला तोड़ने में माहिर हैं।
केवल आहोर क्षेत्र में 19 चोरी की
• आहोर के धानमंडी वाली गली से चांदी व सामान चोरी
• आहोर के कलापुरा रोड से 2 घरों में चोरी
• आहोर के सेठिया वाली गली वाली मकान से चोरी
• आहोर निवासी केपी बाफना के घर से चोरी
• हरजी गांव से कपड़े की दुकान से बड़ी मात्रा में कपड़ा चुराया
• जोगावा में घंचीयो के घर से चोरी
• आहोर के स्कूल के पीछे घर से चोरी
• सेठिया वाली गली से चांदी का सामान चोरी किया
• आहोर के चौधरियों वाली गली से
• आहोर के कुआं वाली बेरी रोड से चोरी
• आहोर के पाणी वाली गली से चोरी
• एसबीआई बैंक आहोर के सामने घर से चोरी
• धानमंडी वाली गली आहोर से चोरी
• सरकारी अस्पताल आहोर के पीछे दुकान से चोरी
• ढोला वाल कुआ की गली से चोरी
• पाणी वाली बेरी के पास से घर में चोरी
• मुख्य बाजार धनलक्ष्मी प्लास्टिक स्टोर के सामने वाली गली घर मे चोरी
• स्कूल आहोर के ग्राउंड के पीछे बड़े बंगले से चोरी
– बांसवाड़ा, डंूगरपुर व जालोर में कोरोना के केवल 2 मरीज रहे पॉजिटिव
जालोर. जालोर के लिए अच्छी खबर यह हैं कि दूसरी लहर के बाद जिला कोरोना मुक्त होने से अब मात्र 2 कदम ही दूर रहा हैं। राहत की बात यह हैं कि जालोर जिले में पिछले करीब 10 दिनों से एक भी नया मरीज पॉजिटिव नहीं आया हैं। प्रदेश में भी अब कोरोना के संक्रमण का दायरा सिकुडऩे लगा है। बूंदी जिले के बाद अब बांसवाड़ा, डूंगरपुर और जालौर जिला भी कोरोना मुक्त होने की दहलीज पर पहुंच गया है। इन जिलों में केवल 2 या एक ही एक्टिव केस बचे हैं।
बूंदी राजस्थान का पहला जिला जो कोरोना मुक्त हुआ
दूसरी लहर आने के बाद राज्य में बूंदी ऐसा जिला बन गया है, जो कोरोना से पूरी तरह मुक्त हो गया। यहां अब एक भी एक्टिव केस नहीं है। जिले की स्थिति देखे तो यहां अब तक पूरे कोरोनाकाल में कुल 7966 केस मिले हैं, जिनमें से 47 मरीजों ने दम तोड़ दिया, जबकि शेष 7919 मरीज इस बीमारी से पूरी तरह ठीक हो गए। बूंदी की तरह अब बांसवाड़ा भी कोरोना मुक्त होने वाला है, यहां केवल एक ही एक्टिव केस बचा है। इसके अलावा डूंगरपुर, जालौर में 2-2, बारां में 3 और धौलपुर में 4 ही एक्टिव केस बचे हैं।
– सांचौर शहर के पास गिरा था यह उल्कापिंड, प्रशासन ने इसको कोलकाता भेजा
जोधपुर/सांचौर.
जालोर जिले के सांचौर शहर से मात्र 3 किमी दूरी पर गिरा पिछले साल जून महीने में उल्कापिंड विलक्षण श्रेणी का था। यह आयरन मिडियोराइट श्रेणी का माना जाता है। इसमें आयरन के अलावा कई महत्वपूर्ण धातुओं का समावेश मिला है। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के भू-विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर सुरेश चंद्र माथुर के अनुसार इस तरह का था उल्कापिंड जानें…
ऐसा था सांचौर में गिरा उल्कापिंड
जनारायण व्यास विश्वविद्यालय के भू-विज्ञान विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर सुरेश चन्द्र माथुर ने बताया यह उल्कापिंड 2.800 किलोग्राम वजनी था। दस सेंटीमीटर लंबा और चौड़ा यह उल्कापिंड करीब साढ़े आठ सेंटीमीटर ऊंचा था। इसके गिरने से करीब तीन फीट का गड्ढा बन गया था। लोगों में कौतुहल व भय को देखते हुए जिला प्रशासन ने इसे जयपुर स्थित भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के पास भेज दिया था। जयपुर से इसे जांच के लिए कोलकाता स्थित जीएसआई के म्यूजियम में भेज दिया गया। माथुर ने बताया कि सांचौर में मिले उल्कापिंड में 85 फीसदी आयरन था। साथ ही इसमें कुछ बहुमूल्य धातुएं जैसे प्लेटिनम, निकल, जर्मेनियम, एंटीमनी, कोबाल्ट व नियोनियम भी पाई गई। विभिन्न धातुओं की इतनी मात्रा से विलक्षण श्रेणी में रखती है। इस तरह के उल्कापिंडों के माध्यम से हमें अपने ब्रह्माण के दूसरे ग्रहों के बारे में जानकारी मिलती है। साथ ही कई बार इनमें बेहद दुर्लभ धातुएं भी मिल जाती है। इस कारण से ये उल्कापिंड बहुत महत्वपूर्ण हो जाते है।
– शहर से की बाइक चोरी, गरडाली विद्यालय में लगा था शिक्षक
सांचौर. नशा इतना खराब होता हैं कि उसकी पूर्ति के लिए एक सरकारी शिक्षक को चोर बनना पड़ा। ऐसा ही मामला सांचौर में सामने आया। 24 जून को सांचौर शहर से चोरी हुई बाइक के मामले में सांचौर पुलिस ने एक शिक्षक को गिरफ्तार किया है। सांचौर के रमेश कॉलोनी निवासी रमेश कुमार विशनोई की एक मोटरसाईकिल चोरी होने की वारदात पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वाहन चोर की पहचान कर आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी सुरेश कमार पुत्र किशनाराम जाति विशनोई (तेतरवाल) निवासी सरनाउ हाल रमेश कॉलोनी सांचोर को दस्तयाब कर पूछताछ की गई तो आरोपी द्वारा मोटरसाईकिल चोरी करना स्वीकार करने पर गिरफ्तार किया गया। आरोपी से चोरी गई मोटरसाईकिल के बारें में गहन पूछताछ कर आरोपी की सूचना पर चोरी गई मोटरसाईकिल को बरामद किया गया।
3 साल पहले लगा सरकारी शिक्षक, स्मैक जैसे नशे का आदी
आरोपी सुरेश कुमार पैशे से अध्यापक है। जो वर्तमान में राजकीय प्राथमिक विद्यालय गरडाली में तैनात है। आरोपी स्मेक जैसा नशा करने का आदी है।
– एनडीपीएस के मामले में मदद को लेकर भाद्राजून थानाधिकारी ने आरोपी के परिवार की महिलाओं से रिश्वत मांगी
जालोर. वॉट्सएप्प कॉल डोडा पोस्त तस्करी के मामले में आरोपी के परिवार की महिलाओं से 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का थानेदार का दांव उल्टा पड़ गया। थानेदार ने रिकॉर्डिंग से बचने के लिए वॉट्सएप पर कॉल किया, लेकिन महिलाओ ने दूसरी फोन से कॉल की वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली। वीडियो वायरल होने के बाद एसपी श्यामसिंह ने शुक्रवार रात भाद्राजून के थानेदार को सस्पेंड कर दिया है। कुछ दिन पहले नोसरा क्षेत्र में भाद्राजून पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत डोडा पोस्त बरामद किया था। इसी मामले में आरोपियों को मदद देने के नाम पर उनके परिजनों से बातचीत करते हुए थानाधिकारी जसराज ने 2 लाख रुपए की मांग की थी। बातचीत में थानाधिकारी एनडीपीएस के मामले खुद में हाथ में होने की बात कहते हुए पूरी मदद करने का भरोसा भी दे रहे हैं।
यह है मामला, थानेदार , महिला, आरोपी सभी बाड़मेर निवासी(वॉट्सएप्प कॉल )
जानकारी के अनुसार थानेदार जसराज, एनडीपीएस में पकड़े गए आरोपी भी बाड़मेर जिले के हैं। वही यह मामला नोसरा पुलिस थाने क्षेत्र में 12 मई को पुलिस ने 633 किलो अवैध डोडा पोस्त बरामद किया था। फॉरच्यूनर व स्कॉर्पियो वाहन में भरा डोडा पोस्त बरामद हो गया, लेकिन आरोपी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने नामजद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए भाद्राजून थानाधिकारी जसराज के नेतृत्व में 20 मई को आरोपी बाड़मेर जिले के सरनू पनजी निवासी मोहनलाल पुत्र उदाराम जाट को गिरफ्तार किया था। फिर एक आरोपी के परिजनों से बातचीत कर पैसे मांगे थे।
–4.48 मिनट का ऑडियो : दो महिलाओं से बातचीत में दलाल का जिक्र
महिला : हेल्लो…
थानाधिकारी : हां, हैल्लो… महिला : कुण, बोलो…? थानाधिकारी : हां, मैं जालोर से बोल रहा हूं, हरीश ने फोन करने का बोला था।
महिला : हां, लो बात करो(इसके बाद दूसरी महिला को फोन दिया जाता है)
महिला : हेल्लो, नमस्कार साहब…
थानाधिकारी : हां, नमस्कार महिला : हां, बोलो
थानाधिकारी : वो, कह रहे थे कि बात करनी है, क्या बात करनी है, बताओ।
महिला : वो तो बात करने का कह रहे थे कि साहब का फोन आया है..
थानाधिकारी : ऐेसा है मेरी बात सुनो
महिला : हां
थानाधिकारी : उनको अगर मदद की जरूरत है, तो मैं मदद करवा दूंगा। अभी तक तो कुछ नहीं है। अभी काम हमारे हाथ में है मदद कर संकूगा।
महिला : कब तक आप कर सकोगे।
थानाधिकारी : एक-दो दिनों तक, हाथ से निकलने के बाद कुछ नहीं होगा
महिला : कल तक
थानाधिकारी : हां
महिला : तो, फिर साब कितने तक पहुंच सकोगे..
थानाधिकारी : हरीश ने कहा होगा…
महिला : हरीश ने 2 का बोला है। थानाधिकारी : हां महिला : 2 तो साब ज्यादा पड़ेंगे, ठीक है कल और वापस बात करूंगी। थानाधिकारी : कल कागज पेश करने पड़ेंगे, देख लेना।
महिला : साहब दौड़ भाग करनी पड़ेगी, दौड़ भाग किए बिना घर पर तो हैं नहीं, घर होते तो दे देती। आजकल लोग विश्वास भी नहीं कर रहे।
थानाधिकारी : हरीश को आप कैसे जानते हो
महिला : हरीश, का तो मेरे पास फोन आया था। खारापार से आया था। हरीश ने मुझे फोन किया था, उनको तो पता नहीं किसने फोन किया भगवान जाने
थानाधिकारी : अच्छा
महिला : तभी बात हुई थी, तब कहा था साहब को कितने तक करोगे तो गाळा निकाल देंगे।
थानाधिकारी : हरीश से आपके कैसे संपर्क हुआ
महिला : भगवान जाने, मेरे पास तो फोन आया था, कहा था कि वो वाली बात है, जसराज से मेरे बात हुई थी। हरीश को किस ने कहा पता नहीं।
वापस पहले वाली महिला : हेल्लो, हेल्लो
थानाधिकारी : हां
महिला : बोलते बंद क्यों हुए… थानाधिकारी : कल हरीश को बुला देना
महिला : हरीश को, आ तो जाएगा।
थानाधिकारी : हां, मैं कह दूंगा। महिला : मैं बात करूंगी, चीज व्यवस्था होते ही बात करूंगी। महिला : लडक़े से बात नहीं करवा सकते साहब थानाधिकारी : लडक़े से कल बात करवा दूंगा।
जयपुर में 16 जून को की थी फायरिंग, प्रेमिका का पति बच गया
जयपुर/भीनमाल.
मुंबई के डॉन कमलेश शिंदे का शादीशुदा महिला पर दिल आ गया था। विवाहिता को अपना बनाने के लिए उसने उसके पति पर जयपुर में फायरिंग करवा दी। 16 जून को कार साफ कर रहे विवाहिता के पति आदित्य पर दो शूटरों ने फायरिंग कर डाली। गनीमत रही कि वह बच गया। जयपुर पुलिस ने मामले की जांच करते हुए विवाहिता के प्रेम में पागल मुंबई के डॉन को एक शूटर के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
भीनमाल का शूटर मुम्बई में रहता था
मुंबई से कमलेश शेषराव पुत्र शेषराव शिंदे मुंबई के डोम्बीवैली ठाणे का रहने वाला है। शूटर सावन कुमार पुत्र बचनाराम भीनमाल जालोर का रहने वाला है। वह मुंबई के डोम्बीवली में कच्ची बस्ती में रहता था। जांच में पता लगा कि मुंबई डॉन कमलेश ने मंगेश कुमार को आदित्य की हत्या करने के लिए 13 लाख रुपए में सुपारी दी थी। इसके बाद मंगेश ने सौरभ झा व सावन कुमार को आदित्य की हत्या करने के लिए जयपुर में भेजा। दोनों ने जयपुर आकर पहले 14 जून को एक पावर बाइक खरीदी थी। वे जयपुर में अजमेर रोड पर निर्माण नगर में राजगेस्ट हाउस में कमरा लेकर रुके थे।
यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार पुलिस जांच में सामने आया है कि मूलतः पाली जिले के घाणेराव निवासी आदित्य जैन परिवार के साथ डोम्बीवेली वेस्ट ठाणे में 2018 से अक्टूबर 2020 तक रहता था। वे दोनों डोम्बीवेली में किराने की दुकान चलाते थे। दुकान के पास में ही मुंबई डॉन कमलेश शिंदे का बिल्डिंग कांट्रेक्टर का काम चल रहा था। उसका दुकान पर आना-जाना शुरू हो गया। तब उसकी नजर उसकी पत्नी पर पड़ गई। वह एक तरफ प्रेम में फंस गया। वह रोजाना सुबह-शाम दुकान पर जाने लगा।उसने पत्नी का मोबाइल नंबर ले लिया। उससे फोन पर भी बातें करने लग गया। यहां तक कि उससे छिप कर मिलने भी लगा था। कुछ दिनों तक यह चलता रहा, लेकिन बाद में आदित्य को दोनों के बारे में पता लगा। आदित्य ने कमलेश से दुकान पर आने का विरोध किया। दोनों के बीच में काफी कहासुनी हुई। डॉन कमलेश ने उसे धमकी दी। आदित्य परेशान हो गया था। आदित्य ने सारा काम बंद कर दिया और रातों-रात जयपुर में आकर रहने लगा।
फायरिंग के बाद एक शूटर जालोर भागा, यहां से धरा गया
जयपुर पुलिस ने दोनों शूटरों को पकड़ने के लिए करीब 5 किलोमीटर तक एरिये को पूरी तरह से खंगाला। दोनों की पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिली। पुलिस की टीमें पूरे मामले की जांच में जुड़ गई। दोनों के पीछे बैग लगे हुए थे। दोनों बाइक से ही फरार हुए थे। पुलिस को गेस्ट हाउस व होटलों में कहीं रूकने का अंदेशा हुआ। तब पुलिस ने गेस्ट हाउस खंगाले। पुलिस राजगेस्ट हाउस तक पहुंच गई। वहां रजिस्टर में दोनों इंट्री मिलीे। एक युवक जालोर भाग गया था। पुलिस ने जालोर से उसे गिरफ्तार कर लिया था।
सिरोही पुलिस लाइन में तैनात था पुर निवासी मृतक कांस्टेबल
सिरोही.
सिरोही जिले के झांकर सरहद में एक सड़क दुर्घटना में मूलतः सांचौर के पुर निवासी कांस्टेबल की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार सिरोही पुलिस लाइन में तैनात कांस्टेबल गणपत पुत्र सुखराम बिश्नोई किसी काम से बाइक पर सवार होकर पिंडवाड़ा की ओर जा रहा था। रास्ते में झांकर के पास सडक पर ट्रक के पीछे जा भिड़ा। हादसे में बाइक चालक गणपत लाल ट्रक के पिछले हिस्से से टकरा कर गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को सिरोही अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के पास कुछ रुपए व साबुन की एक टिकिया थी। कोतवाली थानाधिकारी अनिता रानी व पुलिस लाइन के आरआई गंगाराम ने मोर्चरी पहुंच शिनाख्त की। ट्रक सोजत से मेहंदी भरकर पुणे जा रहा था।
दक्षिण भारत से 20 दिन पहले घर से निकली महिला को वापस परिजनों से मिलाया
जालोर रानीवाड़ा एसडीएम मुसाफिर हो तुम भी, मुसाफिर है हम भी, किसी मोड पर फिर मुलाकात होगी। यह शेर उन लोगों के लिए बहुत बड़ा संबल है जिनके अपने कभी बिछड़ जाते है और किसी फरिश्ते की वजह से फिर मिल भी जाते है। रानीवाड़ा के हीरपुरा गांव में भी ऐसा ही हुआ। जहां अपने परिजनों से बिछड़ी हुई तमिलनाडु की एक अर्द्धविक्षिप्त महिला तमिल सैल्वी को उपखण्ड प्रशासन की संवेदनशीलता क वजह से उसके परिजनों से मिलवाया जा सका और इस पूरे घटनाक्रम में फरिश्ता बन कर उभरे रानीवाड़ा उपखण्ड अधिकारी प्रकाशचन्द्र अग्रवाल।
रानीवाड़ा एसडीएम यूं चला घटनाक्रम
उपखण्ड कार्यालय रानीवाड़ा में 24 जून, गुरूवार को दोपहर को सूचना प्राप्त हुई कि दक्षिण भारत की लगभग 50 वर्षीय अर्द्धविक्षिप्त महिला रानीवाड़ा-सांचौर रोड़ पर स्थित हीरपुरा गांव में बैठी है और पूछने पर कुछ बता नहीं रही है जिस पर उपखण्ड अधिकारी प्रकाशचन्द्र अग्रवाल ने सूचनादाता से निवेदन किया कि वे तुरन्त ही उस महिला को किसी साधन से उपखण्ड कार्यालय रानीवाड़ा पहुंचा देवे। सूचनादाता हीरपुरा निवासी प्रधानाध्यापक जैसाराम मेघवाल ने शीघ्र ही उस महिला को उपखण्ड कार्यालय पहुंचा दिया गया।
रानीवाड़ा उपखण्ड अधिकारी प्रकाशचन्द्र अग्रवाल द्वारा महिला को कार्यालय में बैठाकर सामान्य जानकारी लेने का प्रयास किया गया किन्तु भाषा समझ में नहीं आने एवं महिला की दिमागी हालत ठीक नहीं होने से महिला कुछ भी बोलने में असमर्थ रही लेकिन यह जानकारी पता लग गई कि महिला तमिलनाडु की है। अधिकारियों द्वारा चेन्नई के व्यवसायी हाल गोदन निवासी निम्बाराम चौधरी से मोबाईल पर महिला से बात कराने के प्रयास किये गये। वार्ता से ज्ञात हुआ कि महिला का नाम तमिल सेल्वी पत्नी श्री मणी अय्यर है तथा अर्नामंगलम के बरनावटा गांव की निवासी है।
इस जानकारी के आधार पर उपखण्ड कार्यालय के सहायक प्रोग्रामर कृष्ण कुमार के सहयोग से इन्टरनेट के माध्यम से सर्च किया गया। दो-तीन जगह बात करने पर पोलर तहसील के तहसीलदार से बात हुई तो उन्होंने जानकारी दी कि महिला जो अर्नामंगलम गांव बता रही है वो निकट के तसील कलसपक्क्म है। प्राप्त जानकारी से संबंधित तहसीलदार से सम्पर्क किया गया और वाट्सएप के माध्यम से महिला की तस्वीर भेजी गई। कुछ ही समय में महिला के परिचितों से सम्पर्क हो गया। महिला के भाई आरूल एवं कुछ मारवाड़ी समाजसेवी व्यवसायियों से बात की गई एवं महिला के नजदीकी रिश्तेदारों को यहां आने को कहा गया। तब तक महिला के खान-पान व विश्राम के लिए उसे आत्मानंद सेवा संस्थान रानीवाड़ा में ठहराया गया जहां संचालक प्रागाराम पुरोहित द्वारा महिला की उचित देखभाल की गई।
रानीवाड़ा एसडीएम एक साल में चौथे व्यक्ति को अपने परिजनों से मिलवाया अग्रवाल ने
रानीवाडा उपखंड अधिकारी प्रकाशचंद्र अग्रवाल ने पिछले एक साल में कुल चार लोगों को अपने परिजनों से मिलवाया है उन्होंने मई 2020 में 15 साल से घरवालों से बिछडे अर्जुनसिंह को झारखंड,जनवरी 2021 में 3 साल से घरवालों से बिछडी मीना को तमिलनाडु और कच्छ गुजरात से निकली महिला को नारीनिकेतन के माध्यम से परिजनों तक पहुंचाकर उनके होंठो पर मुस्कान लौटाई।
रानीवाडा उपखंड अधिकारी प्रकाशचंद्र अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार को सुबह की फ्लाइट से महिला के भाई आरूल चेन्नई से अहमदाबाद एवं वहां से होते हुए रानीवाड़ा पहुंचे उसके बाद आवश्यक कागजात तैयार कर दोपहर में महिला को उसके भाई के साथ चेन्नई रवाना कर दिया गया। तमिलसेल्वी के भाई आरूल ने भावुकता के साथ उपखड अधिकारी प्रकाशचंद्र अग्रवाल एवं सहयोग करने वाले सभी लोगों का बेहद धन्यवाद दिया।
जालोर कोतवाली पुलिस ने पकड़ा वाहन चोर, 3 जून की रात्रि को चुराई थी स्कॉर्पियों जालोर.
जालोर शहर के शिवाजी नगर से 3 जून की रात्रि को चोरी हुई स्कॉर्पियो S-11 पुलिस ने बरामद कर एक चोर को गिरफ्तार कर लिया। बाड़मेर जिले के सिवाना थाना क्षेत्र के पादरू निवासी शैतानाराम उर्फ चेतन पुत्र लादूराम बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी चोरी करने को लेकर 3 जून की रात्रि को अपने साथियों के साथ जालोर पहुंचा। यहां पर सबसे पहले मीरा दातार क्षेत्र में खड़ी लग्जरी गाड़ी चोरी की कोशिश की, लेकिन हॉर्न बज गया। जिस पर वहां से रामदेव कॉलोनी आ गया। यहां पर जालोर की पूर्व विधायक अमृता मेघवाल के घर आगे खड़ी गाड़ी स्कॉर्पियो S-10 चोरी की कोशिश की। लेकिन जैसे ही आरोपी की नजर गाड़ी पर पूर्व विधायक लिखे हुए पर पड़ी तो चोरी करने से डर गया। उनका डर था कि पूर्व विधायक की दबाब में जल्द गिरफ्तारी नहीं हो जाये, उसके बाद घूमते-घूमते शिवाजी नगर पहुँचकर चोरी कर ली।
27 मई को जमानत हुई, 3 जून वापिस चोरी कर ली
आरोपी शैतानाराम शातिर चोर है। उसके खिलाफ अब तक वाहन चोरी के 28 मामले दर्ज हो चुके है। 27 मई को ही जोधपुर जेल से 3 साल की सजा काटकर आया था। तस्करों की मांग पर 3 जून को चोरी करने जालोर पहुँचा। आरोपी चोरी की गाड़ी तस्करों को सस्ते दाम में बेचता था।
सांचौर आबकारी थाने में मंत्री पुत्र समेत कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हंगामा, हर ठेके से 50 हजार वसूली का आरोप
सांचौर.मंत्री पुत्र वर्तमान राज्य सरकार में सबकुछ अच्छा नहीं चल रहा हैं। आरोप लगते आ रहे हैं कि विधायकों व मंत्रियों की भी नहीं चलती। इस बात का गवाह यह है की सांचौर विधायक व वन मंत्री सुखराम बिश्नोई के पुत्र खुद मान चुके हैं की अधिकारी फोन तक नहीं उठाते। बुधवार को किसी मामले को लेकर आबकारी थाने में हंगामा हुआ, वन मंत्री के पुत्र डॉ भूपेंद्र साहू भी पहुँचे। उन्होंने वहां एसडीएम समेत अधिकरियों की मौजूदगी में आरोप लगाया कि सांचौर आबकारी अधिकारी मंत्रीजी का भी फोन नहीं उठाते। उनका कहना था कि यहां पर सबकुछ मजाक बना रखा है। किसी काम से मंत्रीजी ने निरीक्षण रमेश कुमार को फोन किया था, 20 फोन करने के बाद भी अधिकारी ने फोन तक नहीं उठाया, फिर मंत्रीजी को सुखराम बिश्नोई लिखकर मैसेज करना पड़ा। इस दौरान साहू ने सरकार पर भी खुला सवाल उठाते हुए कहा कि फिर यह काय की सरकार।
यह था मामला :
बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुँचे, एसडीएम भी आये मौके पर बुधवार को सांचौर आबकारी थाने डॉ भूपेंद्र समेत बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता पहुंचे। उनका आरोप था कि आबकारी अधिकारी 50-50 हजार की वसूली कर रहे है, साथ ही कई नियम विरुद्ध ब्रांच लगा दी। जिसके के एसडीएम भूपेंद्र यादव को मौके पर बुलाया। उसकी मौजूदगी में निरीक्षण किया तो कई अनियमितता भी सामने आई।
सुंधा माता के देश के कई राज्यों में भक्तगण हैं। जिसमें राजस्थान के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र एवं मध्यप्रदेश से प्रतिवर्ष लाखों लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं। साल में दो बार नवरात्रों के समय यहां नौ दिन मेले का आयोजन होता हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट जाती है। हर माह के शुक्ल पक्ष की तेरस से पूर्णिमा तक मंदिर में अधिक दर्शानार्थी आते हैं। वहीं जालोर जिले का प्रथम रोप-वे भी सुंधा माता पर स्थित हैं।
सुंधामातामंदिरकेदर्शनऔरइसकेपर्यटनस्थलकीजानकारी – Sundha Mata Temple Information In Hindi
Sundha Mata Temple In Hindi, सुंधा माता मंदिर राजस्थान के जालौर जिले में स्थित सुंधा नाम की एक पहाड़ी पर स्थित चामुंडा देवी को समर्पित एक 900 साल पुराना मंदिर है। आपको बता दें कि यह मंदिर राजस्थान के एक मात्र हिल स्टेशन माउंट आबू से 64 किमी और भीनमाल महानगर से 20 किमी दूर है। अरावली की पहाड़ियों में 1220 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चामुंडा देवी का यह मंदिर भक्तों के लिए एक पवित्र धार्मिक स्थल है। गुजरात और राजस्थान के बहुत से पर्यटक इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं। इस मंदिर के पास का वातावरण बेहद ताजा और आकर्षक है। यहां पर साल भर झरने बहते हैं। जैसलमेर के पीले बलुआ पत्थर से निर्मित यह मंदिर हर किसी को अपनी खूबसूरती से आकर्षित करता है।
आपको बता दें कि इस मंदिर के अंदर तीन ऐतिहासिक शिलालेख हैं जो इस जगह के इतिहास के बारे में बताते हैं। यहां का पहला शिलालेख 1262 ईस्वी का है जो चौहानों की जीत और परमार के पतन का वर्णन करता है। दूसरा शिलालेख 1326 और तीसरा 1727 का है। अगर आप जालौर जिले में स्थित सुंधा माता मंदिर के इतिहास या जाने के बारे में अन्य जानकारी चाहते हैं तो इस लेख को जरूर पढ़ें, यहां हम आपको सुंधा माता मंदिर के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहें हैं।
सुंधामातामंदिरकाइतिहास – Sundha Mata History In Hindi
प्राचीन दिनों में इस मंदिर में पूजा नाथ योगी द्वारा की जाती थी। सिरोही जिले के सम्राट ने “सोनाणी”, “डेडोल” और “सुंधा की ढाणी” गाँवों में से एक नाथ योगी रबा नाथ जी को दी थी, जो उस समय सुंधा माता मंदिर में पूजा करते थे। नाथ योगी में से एक अजय नाथ जी में मृत्यु के बाद मंदिर में पूजा करने के लिए कोई नहीं था, इसलिए इसलिए राम नाथ जी (मेंगलवा के अयस) को जिम्मेदारी लेने के लिए वहां पर भेजा गया था। मेंगलवा और चितरोडी गाँवों की भूमि, नाथ योगी को जोधपुर के महाराजा जसवंत सिंह द्वारा दी गई थी। इसलिए मेंगलवा के नाथ योगी को “अयस” कहा जाता था।
आपको बता दें कि राम नाथ जी की मृत्यु के बाद उनके शिष्य बद्री नाथ जी सुंधा माता मंदिर में अयस बने और पूजा की जिम्मेदारी ली। इसके अलावा उन्होंने “सोनानी”, “डेडोल”, “मेंगलवा” और “चितरोडी” की भूमि की भी देखभाल की। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, वहां पर सभी प्रबंध करने के लिए कोई नहीं था, इसलिए मंदिर की देखभाल और पर्यटन का प्रबंधन करने के लिए एक ट्रस्ट (सुंधा माता ट्रस्ट) बनाया गया।
सुंधामातामंदिरजालोरमेंमेलेकाआयोजन – Sundha Mata Temple Jalore Fairs In Hindi
नवरात्रि के समय यहां पर मेले के आयोजन किया जाता है जिस दौरान गुजरात और आसपास के क्षेत्रों से पर्यटक बड़ी संख्या में सुंधा माता की यात्रा करते हैं। बता दें कि इस समय गुजरात द्वारा पालनपुर, डीसा और अन्य जगहों से नियमित बसें चलाई जाती हैं।
सुंधामातामंदिरखुलनेऔरबंदहोनेकासमय – Sundha Mata Temple Timings In Hindi
सुंधामातामंदिरउड़नखटोलेकीजानकारी – Sundha Mata Mandir Ropeway In Hindi
सुंधा माता मंदिर के दर्शन करने के लिए आप पैदल भी जा सकते है नही तो आप रोपवे की सर्विस भी ले सकते है । यह रोपवे 800 मीटर लम्बा है और खरीब 6 मिनट में आप को पहाड़ी पर बने मंदिर तक ले जायेगा, एक समय में एक ट्राली में 4 ही लोग जा सकते है। उड़न खटोले के टिकेट की कीमत 50रु है जिस में आने और जाने की सुविधा उपलब्द करायी जाती है ।
सुंधामातामंदिरघूमनेजानेकासबसेअच्छासमय – Best Time To Visit Sundha Mata Temple In Hindi
जो भी पर्यटक सुंधा माता मंदिर जाने की योजना बना रहें हैं। उनके लिए बता दें कि इस मंदिर के लिए यात्रा करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक होता है। सर्दियों का मौसम इस क्षेत्र की यात्रा करने के लिए अनुकूल समय है। रेगिस्तानी क्षेत्र होने की वजह से राजस्थान गर्मियों में बेहद गर्म होता है जिसकी वजह से इस मौसम में यात्रा करने से बचना चाहिए। बारिश के मौसम में यहां की यात्रा करना सही नहीं है क्योंकि ज्यादा बारिश आपकी यात्रा का मजा किरकिरा कर सकती है। इसलिए सर्दियों के मौसम में ही आप इस मंदिर की यात्रा करें।
सुंधामातामंदिरकैसेजाये – How To Reach Sundha Mata Temple In Hindi
सुंधा मंदिर के लिए कोई भी भारत के प्रमुख शहरों से परिवहन के विभिन्न साधनों से यात्रा कर सकते हैं। आपको बता दें कि सुंधा माता मंदिर जाने के लिए जालौर का निकटतम हवाई अड्डा 140 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जोधपुर में हैं। यह हवाई अड्डा मुंबई, दिल्ली और देश के अन्य प्रमुख महानगरों अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा पर्यटक सड़क मार्ग द्वारा सुंधा माता मंदिर की यात्रा करने वाले पर्यटक पर्यटक जोधपुर, जयपुर, अजमेर, अहमदाबाद, सूरत और मुंबई जैसे शहरों से आसानी से इस पर्यटन शहर तक पहुँच सकते हैं। ट्रेन द्वारा सुंधा माता मंदिर की यात्रा करने वाले पर्यटक जालौर रेलवे स्टेशन के लिए जोधपुर डिवीजन नेटवर्क, मुंबई और गुजरात से ट्रेन ले सकते हैं।
रेलद्वारासुंधामातामंदिरकैसेपहुंचें – How To Reach Sundha Mata Temple By Train In Hindi
सुंधा माता मंदिर की यात्रा ट्रेन द्वारा करने वाले पर्यटकों के लिए बता दें कि जालोर रेलवे स्टेशन उत्तर पश्चिम रेलवे लाइन पर पड़ता है। समदड़ी-भिलडी शाखा लाइन जालौर और भीनमाल शहरों को जोड़ती है। इस जिले में 15 रेलवे स्टेशन हैं। देश के अन्य प्रमुख शहरों से जालौर के प्रतिदिन कई ट्रेन उपलब्ध हैं।
सुंधामातामंदिरसड़कमार्गसेकैसेपहुंचें – How To Reach Sundha Mata Temple By Road In Hindi
अगर आप सड़क मार्ग सुंधा माता मंदिर जाना चाहते हैं तो बता दें कि राजमार्ग संख्या 15 (भटिंडा-कांडला राजमार्ग) इस जिले से गुजरता है। यहां के लिए अन्य शहरों से कोई बस मार्ग उपलब्ध नहीं हैं। जालौर का निकटतम बस डिपो भीनमाल में है जो लगभग 54 किमी दूर है
कैसेपहुंचेंसुंधामातामंदिरहवाईमार्गद्वारा – How To Reach Sundha Mata Temple By Air In Hindi
सुंधा माता मंदिर जाने के लिए जालौर का निकटतम हवाई अड्डा जोधपुर हवाई अड्डा (JDH), जोधपुर है। यह हवाई अड्डा शहर से 137 किलोमीटर दूर है और इसके अलवा उदयपुर में डबोक हवाई अड्डा लगभग 142 किमी दूर है।
जालोर जोधपुर से 140 किलोमीटर औरअहमदाबादसे 340 किलोमीटर स्वर्णगिरी पर्वत की तलहटी पर स्थित, राजस्थान राज्य का एक खूबसूरत व ऐतिहासिक शहर और जिला है। हाल ही के दिनों में, विशेष रूप से जलोरे जिले में औद्योगिक विकास विश्व प्रसिद्ध ग्रेनाइट टाइल्स और स्लैब के कारण उल्लेखनीय रहा है। वर्तमान में 500 इकाइयां उच्च गुणवत्ता वाले ग्रेनाइट उत्पादों का उत्पादन कर रही हैं। यह राज्य के लिए अच्छा राजस्व कमाता है; इसलिए यह राज्य के प्रमुख शहरों में से एक है। जालोर पर्यटन के क्षेत्र मे भी राजस्थान राज्य में मुख्य भूमिका निभाता है। जालोर का किला और सुधा माता मंदिर जैसे राजस्थान के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल जालोर जिले मे ही स्थित है। जिनके बारें मे हम नीचे विस्तार से जानेगें। लेकिन इससे पहले एक नजर जालोर के इतिहास पर डाल लेते है।
History of Jalore जालोर का इतिहास
जालोर के इतिहास की बात करे तो, जालोर महाऋषि जब्बाली की तपोभूमि (ध्यान की भूमि) रही है, प्राचीन समय में इसका नाम जबलपुर के नाम पर रखा गया था, आज इसे जालोर के नाम से जाना जाता है जो जिला मुख्यालय है।
प्रतिहार राजा नरेश नागगट्टिंद ने बंगाल की खाड़ी के अरब क्षेत्रों से अपने राज्य की सीमा का विस्तार किया। सोंगारा कौहंस जो अपने देश और उसके गौरव के लिए मरने के लिए तैयार थे, इसे लड़कर अपनी राजधानी बना दिया। तीन मुख्य कस्बों में जालौर, भिनमल और संचोर का शासन प्रथिहार, परमार, चालुक्य, चौहान, पठान मुगल और राठौर राजवंशों द्वारा किया गया था।
आजादी से पहले, जलोरे जोधपुर प्रांत का हिस्सा था जिसे मारवाड़ भी कहा जाता था। बेहतर शासन के लिए, इसे तीन परगना जालोर, जसवंतपुरा और संचोर में बांटा गया था। जब राजस्थान राज्य अस्तित्व में आया तो जोधपुर प्रांत में शामिल किया गया था। जब जिलों का गठन किया जा रहा था, तो जालोर ने भी क्षेत्र में अपनी उपस्थिति महसूस की और इसे एक जिला भी बनाया गया।
Jalore Tourist Places – Top Attractions Of Jalore जालोर पर्यटन स्थल – जालोर के टॉप आकर्षण स्थल
Jalore Fort जालोरकाकिला
जलोरे किला जलोरे का मुख्य आकर्षण है। यह राजस्थान राज्य में एक शहर है जो 10 वीं शताब्दी में परमारस के तहत मारु के नौ महलों में से एक है। यह राज्य में सबसे प्रसिद्ध और प्रभावशाली किलों में से एक है और इतिहास के माध्यम से सोनागीर या ‘गोल्डन माउंट’ के रूप में जाना जाता है। माना जाता है कि इसके निर्माण का सटीक वर्ष ज्ञात नहीं है, हालांकि इसे 8 वीं और 10 वीं सदी के बीच बनाया जाना माना जाता है।
जलोर किला एक खड़ी और लंबवत पहाड़ी के ऊपर स्थित है। यह शहर को चट्टानों से बाहर निकलने वाले 336 मीटर ऊंचे भाग से दीवार और बुर्जों के साथ मजबूत करता है। किले में चार विशाल द्वार हैं, हालांकि यह दो मील लंबी सर्पटाइन चढ़ाई के बाद, केवल एक तरफ से पहुंचने योग्य है। किले का दृष्टिकोण उत्तर से है, एक खड़ी, फिसलन सड़क तक किले की तीन पंक्तियों के माध्यम से एक रैंपर्ट दीवार 6.1 मीटर ऊंची है। चढ़ने में एक घंटे लगते हैं। किला पारंपरिक हिंदू वास्तुकला की तर्ज पर बनाया गया है।
तोपखाना
जलोरे शहर के बीच में स्थित, तोपखाना एक समय भव्य संस्कृत स्कूल था, जिसे राजा भोज द्वारा 7 वीं और 8 वीं शताब्दी के बीच कभी बनाया गया था। संस्कृत के एक विद्वान, राजा भोज ने शिक्षा प्रदान करने के लिए अजमेर और धार में इस जैसे कई स्कूल बनाए हैं। अधिकारियों ने तोपखाने और गोला बारूद स्टोर करने के लिए इमारत का इस्तेमाल करने के बाद पूर्व स्वतंत्रता अवधि के दौरान इस का नाम बदल दिया था।
वर्तमान मे इमारत की संरचना निराशाजनक है लेकिन यह अभी भी बेहद प्रभावशाली है और पत्थर की नक्काशी से सजा है। तोपखाने के दोनो तरफ मंदिर है लेकिन यहां मूर्तियां नहीं हैं। तोपखाने की सबसे प्रभावशाली दृष्टि इमारत के तल से लगभग 10 फीट ऊपर एक कमरा है जो इसके लिए अग्रणी सीढ़ी है, यह माना जाता है कि कमरा स्कूल के हेडमास्टर का निवास स्थान हुआ करता था।
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सुन्धा माता मंदिर
अरावली रेंज में सुन्धा पर्वत के ऊपर सुन्धा माता मंदिर है। यह मंदिर समुद्र तल से 1220 मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया है और पूरे भारत से भक्तों द्वारा बहुत पवित्र माना जाता है। मंदिर में देवी चामुंडा देवी की मूर्ति है और सफेद संगमरमर से बना है। खंभे का डिजाइन माउंट आबू के दिलवाड़ा मंदिर की याद दिलाता है। इस मंदिर में ऐतिहासिक मूल्य के कुछ शिलालेख भी शामिल हैं। जालोर पर्यटन मे यह मुख्य धार्मिक स्थलों मे से है।
सीरेमंदिर
सीरे मंदिर, कलाशचल पहाड़ी पर 646 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। माना जाता है कि यह मंदिर महर्षि जबाली के सम्मान में राजा रावल रतन सिंह द्वारा बनाया गया था। किंवदंती यह भी है कि पांडवों ने एक बार मंदिर में शरण ली थी। मंदिर का मार्ग जालोर शहर से गुजरता है और मंदिर में जाने के लिए पैदल 3 किमी की यात्रा करना पड़ता है।
मलिकशाहकीमस्जिद
मलिक शाह की मस्जिद का निर्माण जालोर पर अपने शासनकाल के दौरान अलाउद्दीन खिलजी द्वारा नियुक्त, मस्जिद बगदाद के सेल्जुक सुल्तान मलिक शाह का सम्मान करने के लिए बनायी गई थी। मस्जिद जालौर किले के केंद्र में स्थित है और यह वास्तुकला की अपनी शैली के लिए विशेष रूप से विशिष्ट है, माना जाता है कि गुजरात में पाए जाने वाली इमारतों से प्रेरित है।
जहाजमंदिर
जहाज मंदिर जालोर जिले के मांडवाला गांव में एक जैन मंदिर है। मंदिर एक नाव के आकार में बनाया गया है और संगमरमर से बना है। मंदिर की स्थापना 1993 में जैन धर्म के धर्म के लिए की गई थी। जहाज मंदिर कला का अद्भुत नमूना है। बडी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक यहां आते है। जहाज मंदिर की जालोर से दूरी 63 किमी है।
कोटकस्ताकाकिला
जालोर शहर से 62 किमी की दूरी, तथा जालोर जिले की भिनमल तहसील से 12 किमी की दूरी पर स्थित कोट कस्ता एक गांव है। यह गांव यहां स्थित कोट कस्ता किले के लिए जाना जाता है। कोट कस्ता किले का निर्माण महाराजा मान सिंह ने उस समय के प्रसिद्ध गुरू योगी भीमनाथ के सम्मान मे 18 वी ईसवी मे करवाया था। किला एक पहाडी के ऊपर स्थित है। और जालोर की सैर पर आने वाले पर्यटकों को खूब आकर्षित करता है।
भवनजैनालयजैनमंदिर
जैनालय जैन मंदिर राजस्थान की धार्मिक संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा हैं। यह 72 जैन मंदिरो का समूह है, और प्रत्येक मंदिर अपने आप में अद्वितीय है- समान विचारधारा को दर्शाते मंदिरों में ऐसी विविधता एक दुर्लभता है। यह भिनमल शहर में स्थित है जो जलोरे के मुख्य शहर से 72 किलोमीटर की दूरी पर है। भिनमल महान ऐतिहासिक महत्व का है क्योंकि यह महान गणितज्ञ और खगोलविद ब्रह्मगुप्त और संस्कृत कवि मगहा का जन्मस्थान है। गुर्जर प्रतिहार के शासनकाल के दौरान भिनमल एक समय गुज्जर साम्राज्य की राजधानी थी।
इस शहर में कई मंदिरों में कुछ शिलालेख भी हैं जो बताते हैं कि चौथा जैन तीर्थंकर, भगवान महावीर स्वामी यहां घूमते रहे। यहां कुल 72 जैन मंदिर बने हैं। प्रत्येक मंदिर में अपनी विशेषताएं हैं। प्रत्येक मंदिर के प्रवेश पर हर मंदिर के बारे में एक विवरण दिया जाता है। मंदिर के सामने अच्छी घास, खूबसूरत फूल और पौधों के साथ विशाल बगीचा है। सवास्तिक जैन भोजन की सुविधा भी उपलब्ध है। ट्रॉलीबस भी बुजुर्गों लोगों के लिए उपलब्ध हैं जो चल नहीं सकते हैं। हर किसी को मंदिर में एक बार जरूर जाना चाहिए।
जालोर के बारे में जानिए
जालोरकेपडोसीजिले
जालोर के उत्तर में पूर्व और उत्तर पश्चिम में पाली और बाड़मेर जिले है, पूर्व इ सिरोही जिला और दक्षिण और दक्षिण पश्चिम में गुजरात के बनासकांठा और कच्छ जिले है
जालोऱजिलेमेंकितनीतहसीलहै
जालोर जिले में ७ तहसीलें है, जिनके नाम 1. अहोर 2. बागोरा 3. भिनमल 4. जलोर 5. राणीवाड़ा 6. संचर और 7. सैला है, इन ७ तहसीलो में ग्रामो की संख्या के दर पर सबसे छोटी तहसील सायला है और सबसे बड़ी तहसील सांचोर
जालोऱजिलेमेंविधानसभाकीसीटें
जालोर जिले में ४ विधान सभा क्षेत्र है, इन विधानसभा सीटों के नाम 1. जालौर (SC). भीनमाल 3. सांचौर और 4. रानीवाड़ा है, इन चारो विधान सभा १ सीट अनुसूचित जाती के लिए आरक्छित है।
जालोऱजिलेमेंकितनेगांवहै
जालोर जिले में 797 गांव हैं जिनमें 7 तालों के गांव आते हैं, अनुपात संख्या तहसील के नाम के अनुसार इस प्रकार है 1. अहोर तहसील में 36 गांव हैं, 2. बागौरा तहसील में 58 गांव हैं, 3. भीनमाल तहसील में 166 गांव हैं है, 4. जालोर में 74 गांव है, 5. राणीवेड तहसील में 96 गांव है 6. सांचोर में 276 गांव है और 7. सायला तहसील में 51 गांव है
जोधपुर से जालौर की दूरी
जोधपुर से जालौर के बीच की दूरी 110 किलोमीटर है जोधपुर IN में स्थित है और जालौर IN में स्थित है। जोधपुर से जोधपुर की अनुमानित दूरी 110 किलोमीटर या 68.3 मील मील है। जोधपुर से जालोर तक की यात्रा में 3 घंटे 7 मिनट का समय लगता है।