– एसओजी-विजिलेंस की जांच रिपोर्ट, रोकने वालों को हटाया, रिटायर्ड ASI से करवाते थे डील
जयपुर. एसपी हिम्मत अभिलाष हरियाणा की शराब की सिरोही जिले के आबूरोड बॉर्डर से गुजरात तक तस्करी को लेकर सिरोही के तत्कालीन एसपी हिम्मत अभिलाष टांक पर लगे आरोप सही निकले है। वो ही यह शराब तस्करी का नेटवर्क चलवा रहे थे। इसमें सिरोही के ही चार थानों रोहड़ा, रीको, आबूरोड सदर व स्वरूपगंज थाने के पुलिसकर्मी भी शामिल थे। टांक ने तस्करी रोकने वालों को गांव में ड्यूटी दी। नहीं माने तो उन्हें झूठे आरोप लगाकर फंसाया। यह खुलासा विजिलेंस और एसओजी की जांच में सामने आया है। दरअसल मामला तो 29 मई को ही उठ गया था जब आबकारी विभाग ने रोहिड़ा एरिया में बने अवैध डंपिंग व कटिंग स्टेशन का भंडाफोड़ कर करीब पांच करोड़ की अवैध शराब पकड़ी थी। फिर डीजीपी एमएल लाठर ने सत्यता जांचने के लिए विजिलेंस व एसओजी से जांच कराई और यह जांच रिपोर्ट भी तैयार हो चुकी है। इसमें ही टांक की मिलीभगत के सबूत हैं। इनके मुताबिक टांक ने पहले एक रिटायर्ड एएसआई और मौजूदा हैड कांस्टेबल के मार्फत तस्करों से साठ-गांठ की और फिर उन पुलिसकर्मियों को रास्ते से हटाया जो रास्ते में शराब पकड़ रहे थे।
यही नहीं उन्होंने डीएसटी व थानों की पुलिस को भी हाईवे पर नाकाबंदी करने से रोका तथा एनडीपीएस की सूचनाएं देकर डायवर्ट भी किया, लेकिन उनकी एक भी सूचना पर एडीपीएस का माल कभी नहीं पकड़ा गया। एडीजी विजिलेंस बीजू जॉर्ज जोसफ का कहना है कि एसओजी व विजिलेंस की कॉमन रिपोर्ट बनेगी। यह रिपोर्ट उच्च अधिकारी को पेश होगी। उसके बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी।