मानसून धीरे-धीरे पूर्वी और मध्य भारत के राज्यों को भिगो रहा है। यूपी, बिहार, एमपी, राजस्थान, पश्चिम बंगाल समेत देश के 15 राज्यों में आज भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, गोरखपुर समेत यूपी के 31 जिलों में बारिश का अलर्ट है. वहीं मध्य प्रदेश में भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा समेत 22 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है.
कानपुर में जलभराव के कारण डूबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है. उधर, मुरादाबाद में रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया है. कुछ ट्रेनें रद्द कर दी गईं. लखनऊ में आज स्कूल बंद हैं.
उत्तर रेलवे ने भी भारी बारिश के कारण सोमवार को हरियाणा में हिसार-दिल्ली और रेवाड़ी-हिसार के बीच चलने वाली 4 ट्रेनों को रद्द कर दिया है.
1 जून से शुरू हुए मानसून सीजन में अब तक कुल मिलाकर 10% कम बारिश हुई है। इसका मतलब यह है कि यह मानसून सीजन (30 सितंबर तक) सामान्य से कम बारिश के साथ समाप्त होगा।
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, मेघालय, असम, नागालैंड, त्रिपुरा, मणिपुर, मिजोरम, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश में भारी बारिश होगी।
यहां होगी हल्की बारिश: उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार, झारखंड।
अन्य राज्यों में मौसम का हाल…
मध्य प्रदेश के 22 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, 20 सितंबर तक ऐसा रहेगा मौसम
मध्य प्रदेश में पिछले 6 दिनों से लगातार हो रही बारिश से सूखे का खतरा टल गया है.
मौसम विभाग के मुताबिक 12-13 सितंबर के दौरान मध्य प्रदेश पर एक और सिस्टम सक्रिय हो रहा है. यह 18 से 20 सितंबर तक प्रदेश में सक्रिय रहेगा। यानी अगले एक हफ्ते तक राज्य में बारिश की संभावना है. भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा समेत 22 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है. अन्य जिलों में भी हल्की बारिश हो सकती है.
यूपी के लखनऊ में 12 घंटे तक लगातार बारिश, सड़कें झील में तब्दील, स्कूल बंद
मौसम विभाग ने सोमवार को लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, गोरखपुर समेत 31 जिलों में बारिश का अलर्ट घोषित किया है. लखनऊ में 12 घंटे से बारिश हो रही है. यहां इतनी बारिश हुई है कि सड़कें झील में तब्दील हो गई हैं. मुरादाबाद में 6 घंटे की बारिश के बाद रेलवे ट्रैक पानी में डूब गया.
हिमाचल में बारिश का कहर, तपने लगे पहाड़: 11 शहरों में पारा 30 डिग्री के पार
हिमाचल में भारी बारिश का दौर थमने के बाद पहाड़ों में गर्मी बढ़ने लगी है। प्रदेश के 11 शहरों में तापमान 30 डिग्री के पार पहुंच गया है. पिछले 24 घंटों के दौरान ऊना में सबसे अधिक तापमान 34 डिग्री दर्ज किया गया. चंबा को छोड़कर बाकी सभी शहरों में तापमान सामान्य से 1 से 6 डिग्री ऊपर है।
अगस्त 120 साल में सबसे सूखा: सामान्य से 33% कम बारिश; सितंबर में 10 दिन तक आखिरी मानसून की बारिश होने की संभावना है
अगस्त खत्म होने को है और देश अभी भी बारिश के लिए तरस रहा है. अगस्त में अभी दो दिन बाकी हैं और मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर-पूर्व के कुछ राज्यों और दक्षिण के कुछ इलाकों को छोड़कर भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है.
इस साल का अगस्त 1901 के बाद से सबसे शुष्क अगस्त रहा है। मॉनसून की समाप्ति के कारण पूर्वोत्तर और हिमाचल-उत्तराखंड को छोड़कर अगस्त में बारिश की भारी कमी रही। नतीजा यह है कि अगस्त में औसत तापमान 27.55 डिग्री है, जबकि 29 दिनों का औसत इससे अधिक था. इस प्रवृत्ति के अनुसार, जब अगस्त दो दिनों में समाप्त होगा, तो यह रिकॉर्ड पर सबसे गर्म अगस्त हो सकता है।
अगस्त में अब तक 29 में से 25 दिनों में सामान्य से कम बारिश हुई है। दरअसल, अगस्त में तीसरा मॉनसून ब्रेक चल रहा है जो इस सप्ताहांत तक जारी रह सकता है। अगस्त के अंत में यह मानसून ब्रेक इतिहास का चौथा सबसे बड़ा मानसून ब्रेक होगा। इस अगस्त में 33 फीसदी कम बारिश हुई है. यह आंकड़ा बढ़कर 35 फीसदी तक पहुंच सकता है. यह अगस्त में अब तक की सबसे बड़ी बारिश की कमी होगी।
मानसून में 9% वर्षा की कमी
दक्षिण भारत में 61%, मध्य भारत में 44% और उत्तर पश्चिम भारत में 35% है। भारत में 29 अगस्त तक 241 मिमी बारिश हुई थी लेकिन इस बार केवल 160 मिमी बारिश हुई है. यानी मानसूनी बारिश में 9 फीसदी की कमी है, जो सितंबर में होने वाली सामान्य बारिश से भी पूरी नहीं हो सकती. अगर यही स्थिति रही तो यह पिछले 8 साल में सबसे कम बारिश वाला मॉनसून होगा।
सितंबर में 10 दिनों तक आखिरी मानसूनी बारिश की उम्मीद
मानसून मॉडल के विश्लेषण से पता चलता है कि इस सीजन की बारिश का आखिरी दौर 4 सितंबर के बाद लगभग 10 दिनों तक चल सकता है। हालाँकि, ऐसे संकेत भी हैं कि देश के पश्चिमी हिस्से में मानसून की वापसी पहले यानी 15 या 16 सितंबर से शुरू हो सकती है। साथ ही आईएमडी के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि मानसून की विदाई की स्थिति फिलहाल अनिश्चित है. आमतौर पर देश से मानसून की विदाई पश्चिमी राजस्थान से 17 सितंबर से शुरू हो जाती है।
कम वर्षा के चार कारण…
इस बार 20 साल बाद अगस्त में दूसरी बार मॉनसून ब्रेक हुआ है.
यहां बारिश का कारण यह है कि बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम इस बार मजबूत नहीं है।
मॉनसून ट्रफ लाइन का एक सिरा हिमालय की तलहटी में चला गया है।
मध्य भारत के आसपास अभी भी कहीं भी बारिश का कोई मजबूत सिस्टम नहीं है।
जानिए अन्य राज्यों की स्थिति…
हिमाचल: तीन शहरों में बारिश, 1 और 2 सितंबर को चक्रवात का अलर्ट
राज्य में मानसून थोड़ा धीमा हो गया है। 29 अगस्त को राज्य में 5.7 मिमी बारिश होनी थी, लेकिन केवल 0.7 मिमी ही दर्ज की गई है. यह सामान्य से 88% कम है. मौसम विभाग ने आज और कल पूरे राज्य में मौसम साफ रहने का अनुमान जताया है.
1 सितंबर से प्रदेश का मौसम एक बार फिर बदल रहा है. इस बीच प्रदेश में मानसून फिर से सक्रिय होगा और इसका असर दो दिन में देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने 1 और 2 सितंबर को मध्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भयंकर तूफान की चेतावनी जारी की है। इसके बाद 2 सितंबर से 3 दिन के लिए फिर से मौसम साफ रहेगा।
मध्य प्रदेश: ग्वालियर में तापमान 35 डिग्री के पार, बारिश नहीं होने से 25 शहरों में बढ़ी गर्मी मध्य प्रदेश में मानसून में ब्रेक के कारण
दिन का तापमान बढ़ गया है। मंगलवार को ग्वालियर में तापमान 35 डिग्री के पार पहुंच गया, जबकि प्रदेश के 25 शहर 30 डिग्री या उससे ऊपर रहे। गर्मी का असर बुधवार को भी देखने को मिल सकता है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले दो दिनों तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा.
छत्तीसगढ़: बारिश का सिस्टम सक्रिय नहीं, धमतरी तीसरे दिन सबसे गर्म, पारा 35 डिग्री के पार
छत्तीसगढ़ में मानसून के ब्रेक के साथ ही उमस और गर्मी ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक फिलहाल कहीं भी ऐसा कोई सिस्टम नहीं है जो अगले दो-तीन दिन तक अच्छी बारिश करा सके। इधर धमतरी जिले में पिछले तीन दिनों से तापमान यथावत बना हुआ है. फिलहाल धमतरी जिला प्रदेश में सबसे गर्म है।
Gold Price Today अपडेटेड: 31 अगस्त 2023 भारत में आज सोने की कीमतें 22k के लिए ₹ 5,431 प्रति ग्राम हैं, जबकि 24k के लिए कीमतें ₹ 5,929 प्रति ग्राम हैं।
24 कैरेट सोने के दाम (10 ग्राम) :₹ ₹ 59,290
22 कैरेट सोने के दाम (10 ग्राम) : ₹ ₹ 54,310
Gold Price Today: 31 अगस्त 2023: आज भारत में सोने के दाम
सोने का भाव
बैंगलोर में सोने की कीमत
चेन्नई में सोने की दर
दिल्ली में सोने की दर
हैदराबाद में सोने की कीमत
मुंबई में सोने का भाव
22 कैरेट
₹55,150
₹47,927
₹55,300
₹55,150
₹55,150
24 कैरेट
₹60,160
₹52,285
₹60,310
₹60,160
₹60,160
Gold Price Today :भारत में सोने के भाव अगर आप सोने में इनवेस्ट करने के बारे में सोच रहे हैं या अपने लिए सोने की ज्वैलरी खरीदना चाहते हैं, तो आपको खरीदारी से पहले आपकी जरूरत वाली सभी महत्वपूर्ण जानकारी यहां मिल सकती है। देश में 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने के लेटेस्ट प्राइसेज देखें और एक समझदारी वाला फैसला करने के लिए इनकी तुलना करें। देश में आज सोने का दाम 24 कैरेट के लिए 59,270 रुपये और 22 कैरेट के लिए 54,310 रुपये है। सभी दामों को आज अपडेट किया गया है और ये इंडस्ट्री के स्टैंडर्ड के अनुसार हैं।
Gold Price Today: 31 अगस्त 2023: आज भारत में 24 कैरेट सोने के दाम
* सोने के दाम मार्केट ट्रेंड्स और इंटरेस्ट रेट्स का संकेत देते हैं। इनमें GST, TCS और अन्य चार्ज शामिल नहीं हैं। लेटेस्ट और सटीक दामों के लिए अपने लोकल ज्वैलर से संपर्क करें। मेकिंग चार्ज लग सकते हैं।
आज भारत में सोने की प्रति ग्राम कीमत क्या है?
मार्केट की स्थिति के आधार पर गोल्ड प्राइस (Gold Price) में बदलाव होता रहता है। विश्वश्नीयता वाली वेबसाइट्स से गोल्ड प्राइस को नियमित तौर पर देखना चाहिए।
गोल्ड प्राइस में बढ़ोतरी या गिरावट का हमेशा सटीक अनुमान लगाना संभव नहीं है। इसके अनुमानित दाम के लिए आप अपने पास के ज्वैलर्स से संपर्क कर सकते हैं। अगर आप आज के गोल्ड प्राइस (Aaj Sone Ka Bhav) पक्का करना चाहते हैं तो ज्वैलरी में किस शुद्धता का सोना लगा है और उसको बनाने में ज्वैलर्स कितना मेकिंग चार्ज लगा रहा है उसको आधार पर टुडे गोल्ड प्राइस का पक्का किया या जाना जा सकता है।
क्या है 24 कैरेट सोने का दाम आज (24 Carat Sone Ka Bhav)?
24 कैरेट गोल्ड को सबसे शुद्ध माना जाता है। शुद्ध सोना या 24 कैरेट गोल्ड 99.9% शुद्धता का संकेत है इसका मतलब ये है की इसमें किसी अन्य मेटल को नहीं मिलाया गया है 24 कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल सोने के सिक्के और गोल्ड बार बनाने में किया जाता है और गोल्ड को कैरेट की तुलना में मापा जाता है। टुडे 24 कैरेट गोल्ड प्राइस (24 Carat Sone Ka Bhav) जानने के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट कर जानकारी ले सकते है।
आज 22 कैरेट सोने का भाव क्या है?
22 कैरेट गोल्ड ज्वैलरी मेकिंग के लिए बेहतर होता है क्यों की यह 24 यह कैरेट गोल्ड की तुलना की कठोर होता है। 22 कैरेट गोल्ड में सिल्वर, निकेल या कोई अन्य मेटल मिला कर ज्वैलरी बनाई जाती है। अन्य मेटल्स की मिक्सिंग से गोल्ड अधिक कड़ा होता है और ज्वैलरी के लिए उपयुक्त रहता है। 22 कैरेट गोल्ड 91.67 प्रतिशत शुद्धता का संकेत है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
सोने में इनवेस्ट करने के विभिन्न तरीके कौन से हैं?
इन्फ्लेशन के खिलाफ सोने को सबसे सुरक्षित फाइनेंशियल टूल्स में से एक माना जाता है और दुनिया भर में इसकी ट्रेडिंग कॉइन, बुलियन, बार, ज्वैलरी, एक्सचेंजों, म्यूचु्अल फंड्स, माइनिंग स्टॉक्स, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF), फ्यूचर एंड ऑप्शंस और डिजिटल सोने के तौर पर होती है।
सबसे शुद्ध सोना कौन सा होता है?
सोने की शुद्धता ‘कैरेट्स’ की स्टैंडर्ड यूनिट में मापी जाती है और इसमें 24 कैरेट सबसे शुद्ध सोना होता है। हालांकि, यह सोना लिक्विड प्रकार में होता है और इसे ज्वैलरी, कॉइन या बार में मोल्ड नहीं किया जा सकता। इसे एक ‘अलॉय’ बनाने के लिए सिल्वर और निकेल जैसे अन्य मेटल्स के साथ मिक्स किया जाता है। उदाहरण के लिए, 22 कैरेट सोने में सोने के 22 पार्ट्स का मिक्स होता है, 91.6% और अन्य मेटल अलॉय के दो पार्ट्स। सोने की शुद्धता जितनी अधिक होती है, सोना उतना ही महंगा होता है।
सोने की हॉलमार्किंग क्या है?
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) की ओर से प्रेशियस मेटल्स की हॉलमार्किंग से सोने की शुद्धता की गारंटी मिलती है। यह खरीदार के साथ ही विक्रेता को क्वालिटी का आश्वासन देती है। देश की स्टैंडर्ड्स संस्था BIS के पास सोने के साथ ही सिल्वर ज्वैलरी के लिए स्टैंडर्डाइज्ड हॉलमार्क सिस्टम है। इस सिस्टम या BIS हॉलमार्किंग को इंटरनेशनल क्राइटेरिया के साथ जोड़ा गया है। हॉलमार्किंग का मुख्य उद्देश्य खरीदारी को मिलावट से सुरक्षित करना और मैन्युफैक्चरर्स को फाइननेस के कानूनी मापदंडों को बरकरार रखने के लिए जवाबदेह बनाना है। सोने की असेइंग सेंटर्स पर जांच की जा ती है।
ज्वैलरी खरीदने से पहले कौन से लोगो को देखना चाहिए?
हॉलमार्किंग वाले सोने पर लेजर से ये डिटेल्स लिखी जाती हैं:
BIS का लोगो
रिटेलर का लोगो
शुद्धता (916, 958 आदि)
सर्टिफिकेशन का वर्ष
असेइंग सेंटर का लोगो
हॉलमार्क वाली सोने की ज्वैलरी के 91.6% शुद्ध होने के बावजूद आपको इसे क्यों खरीदना चाहिए?
हॉलमार्क से शुद्धता की गारंटी मिलती है। जब आप हॉलमार्क या BIS वेरिफाइड सोना खरीदते हैं, तो आपसे केवल सोने के प्रतिशत की कीमत ली जाती है। उदाहरण के लिए, अगर आप 22 कैरेट सोना खरीते हैं, तो आपसे 22K सोने के मौजूदा दाम के अनुसार की कीमत ली जाएगी।
शुद्धता में ‘916 सोना’ का क्या मतलब है?
यह 22 कैरेट सोने का एक अन्य नाम है। इसका इस्तेमाल फाइनल प्रोडक्ट में सोने की शुद्धता को बताने के लिए होता है, जैसे अलॉय के प्रत्येक 100 ग्राम के लिए, इसमें 91.6 ग्राम शुद्ध सोना होता है। 916 सोना ज्वैलरी मेकिंग के लिए बेहतर होता है और इसे BIS की ओर से भी वेरिफाइड किया जाता है। इसी तरह, 958 सोना 23 कैरेट होता है और 750 सोना 18 कैरेट।
KDM गोल्ड क्या है?
KDM गोल्ड 92 प्रतिशत सोना और 8 प्रतिशत कैडमियम का एक अलॉय है। इसे अधिक शुद्धता वाला सोना माना जाता है लेकिन यह BIS की ओर से वेरिफाइड नहीं होता। इसका कारण कैडमियम से कारीगरों को होने वाली स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हैं।
सोने में क्यों इनवेस्ट करना चाहिए?
सोने को ऐतिसाहिक तौर पर इनवेस्टमेंट का एक सुरक्षित और विश्वसनीय एसेट माना जाता है।
इन्फ्लेशन के खिलाफ सोना को एक अच्छा हेज माना जाता है। महंगाई बढ़ने के साथ ही सोने के दाम में भी बढ़ोतरी होती है।
भू-राजनीतिक अस्थिरताओं या वैश्विक संकटों के दौरान, इनवेस्टमेंट के एक सुरक्षित टूल के तौर पर सोने की खरीदारी बढ़ जाती है।
यह पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइ करने का अच्छा जरिया है।
शॉर्ट-टर्म में सोने के दाम में उतार-चढ़ाव हो सकता है लेकिन लॉन्ग-टर्म में इसकी वैल्यू बरकरार रहती है।
इसका वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक महत्व है।
इलेक्ट्रिसिटी का गुड कंडक्टर होने के कारण इसकी डेंटिस्ट्री, हीट शील्ड के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स और गैजेट्स के लिए भी डिमांड है।
24 कैरेट और 22 कैरेट सोना: अंतर जानें
24 कैरेट सोना
22 कैरेट सोना
यह सोने का सबसे शुद्ध रूप है और इसमें 99.5% कीमती पीली धातु होती है।
इसमें 91.6% भाग शुद्ध सोने का है। बाकी हिस्से धातु जैसे चांदी, तांबा या कुछ अन्य हैं।
यह काफी नरम, लचीला, भंगुर और मोड़ने योग्य होता है।
इसकी बनावट सख्त होती है और इसलिए इसे आसानी से ढाला या मोड़ा नहीं जा सकता।
इसका उपयोग ज्यादातर कंप्यूटर, फोन और अन्य सहित चिकित्सा और विद्युत उपकरणों में किया जाता है।
शुद्ध सोने का प्रतिशत कम होने के कारण यह अपेक्षाकृत सस्ता है।
यह सोने का सबसे महंगा रूप है।
इसका उपयोग ज्यादातर आभूषण, बार, बुलियन और सिक्के बनाने के लिए किया जाता है।
यह चमकीले पीले रंग का होता है।
यह आमतौर पर अन्य धातुओं की उपस्थिति के कारण दूषित होता है।
भारत में सोने की कीमत को प्रभावित करने वाले कारक
सोना दुनिया भर में, खासकर भारत में सबसे लोकप्रिय निवेश साधनों में से एक है। अन्य वित्तीय परिसंपत्तियों की तरह सोने की कीमत में भी उतार-चढ़ाव होता रहता है। जबकि सोने की मांग उन प्रमुख कारकों में से एक है जो इसकी बाजार कीमत निर्धारित करती है, अन्य कारकों की भी भूमिका होती है। दैनिक सोने की दरों को प्रभावित करने वाले कुछ कारकों के बारे में नीचे जानें।
1. मांग
किसी भी अन्य वस्तु की तरह, मांग और आपूर्ति अर्थशास्त्र का सोने की कीमतों पर भारी प्रभाव पड़ता है। सीमित या कम आपूर्ति के साथ बढ़ती मांग के परिणामस्वरूप आमतौर पर कीमतों में बढ़ोतरी होती है। इसी तरह, स्थिर या कमजोर मांग के साथ सोने की अधिक आपूर्ति से कीमतें कम हो सकती हैं। आमतौर पर भारत में शादी और त्योहारी सीजन के दौरान सोने की मांग बढ़ जाती है।
2. महँगाई
मुद्रास्फीति के दौरान मुद्रा का मूल्य कम हो जाता है। ऐसे परिदृश्य में, वे सोने के रूप में पैसा रखना पसंद कर सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप सोने की कीमतों में बढ़ोतरी होती है, जो एक तरह से मुद्रास्फीति की स्थिति के खिलाफ बचाव उपकरण के रूप में कार्य करता है।
3. ब्याज दरें
सोने और ब्याज दरों में विपरीत संबंध होता है। जैसे-जैसे ब्याज दरें बढ़ती हैं, लोग अधिक ब्याज कमाने के लिए अपना सोना बेचने लगते हैं। इसी तरह, जब ब्याज दरें घटती हैं, तो लोग अधिक सोना खरीदते हैं, जिससे मांग बढ़ जाती है।
4. मानसून
भारत में सोने की मांग का एक बड़ा हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों से आता है। यह मांग आमतौर पर अच्छे मानसून, फसल और परिणामी मुनाफ़े के बाद बढ़ जाती है।
5. सरकारी रिजर्व
कई सरकारों के पास वित्तीय भंडार हैं जो मुख्य रूप से सोने से बने हैं, और भारत कोई अपवाद नहीं है। हालाँकि, यदि यह भंडार सरकार द्वारा बेचे गए सोने से अधिक हो जाता है, तो अपर्याप्त आपूर्ति के कारण सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं। भारत में यह रिज़र्व भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा बनाए रखा जाता है।
6. मुद्रा में उतार-चढ़ाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का कारोबार अमेरिकी डॉलर में होता है। आयात के दौरान जब अमेरिकी डॉलर को भारतीय रुपये में बदला जाता है तो सोने की कीमत में उतार-चढ़ाव होता है। आमतौर पर, अगर भारतीय रुपये का अवमूल्यन होता है, तो सोने का आयात महंगा हो जाता है।
7. अन्य परिसंपत्तियों के साथ सहसंबंध
सोने का सभी प्रमुख परिसंपत्ति वर्गों के साथ निम्न से नकारात्मक सहसंबंध है और इस प्रकार, यह एक अत्यधिक प्रभावी पोर्टफोलियो विविधीकरणकर्ता बनता है। विशेषज्ञों के अनुसार, सोना किसी के पोर्टफोलियो को अस्थिरता से बचाता है क्योंकि अधिकांश परिसंपत्ति वर्गों से रिटर्न को प्रभावित करने वाले कारक सोने की कीमत को ज्यादा प्रभावित नहीं करते हैं। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि जैसे-जैसे किसी कंपनी के शेयरों में गिरावट आती है, सोने और इक्विटी के बीच एक विपरीत संबंध विकसित हो सकता है।
8. भूराजनीतिक कारक
युद्ध जैसी भू-राजनीतिक उथल-पुथल के दौरान, पार्किंग फंड के लिए सुरक्षित आश्रय के रूप में सोने की मांग बढ़ जाती है। इस प्रकार, जबकि भूराजनीतिक उथल-पुथल अधिकांश परिसंपत्ति वर्गों की कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव डालती है, इसका सोने की कीमतों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
9. चुंगी शुल्क और प्रवेश कर
चुंगी शुल्क और प्रवेश कर स्थानीय कर हैं जो कर अधिकारियों द्वारा तब लगाए जाते हैं जब सामान उनके अधिकार क्षेत्र (राज्य/शहर) में प्रवेश करता है। चुंगी तब लगाई जाती है जब माल किसी शहर में प्रवेश करता है, जबकि प्रवेश कर तब लगाया जाता है जब माल किसी राज्य में प्रवेश करता है। इसके अलावा, यदि आपके सोने का मूल्य रुपये से अधिक है। 30 लाख पर संपत्ति कर लगाया जाता है.
10. आरोप लगाना
मेकिंग चार्ज आमतौर पर सोने के आभूषणों पर लगाया जाता है और डिजाइन के आधार पर, आभूषण-दर-जौहरी के आधार पर अलग-अलग टुकड़े में भिन्न हो सकता है।
सोना ख़रीदने की मार्गदर्शिका
सोना सदियों से निवेशकों की सूची में शीर्ष पर रहा है। भारत में निवेश के सबसे लोकप्रिय रूपों में से एक, इसे वित्तीय सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण उपकरण माना जाता है।
वित्तीय पहलू के अलावा, यह पीली धातु कई संस्कृतियों में धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखती है, जो कारक इसके बाजार मूल्य में भी इजाफा करते हैं।
हालाँकि आधुनिक बाज़ार डिजिटल सोने से भरे पड़े हैं , भौतिक सोने का आकर्षण बरकरार है।
हालाँकि, सोने में निवेश करना एक मुश्किल काम हो सकता है और इसके लिए कई कारकों पर सावधानीपूर्वक विचार करने की आवश्यकता होती है। यहां एक व्यापक खरीदारी मार्गदर्शिका दी गई है जो आपकी अगली सोने की खरीदारी में आपकी सहायता करेगी।
सोने की शुद्धता
सोने की खरीदारी से पहले विचार किए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक सोने की शुद्धता है और इसे “कैरेट” के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसमें 24K सबसे शुद्ध रूप है। हालाँकि, 24K सोना लचीले तरल रूप में मौजूद होता है और मजबूती के लिए इसे अन्य धातुओं के साथ मिश्रित करने की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, 22k सोना सोने के 22 भागों, यानी 91.6% और अन्य धातु मिश्र धातुओं के 2 भागों का मिश्रण है। शुद्धता का स्तर जितना अधिक होगा, सोना उतना ही महंगा होगा।
सोने का प्रकार
भौतिक सोना कई रूपों में खरीदा जा सकता है- सिक्के, बार, आभूषण।
सोने के सिक्के:
कुछ संग्रहणीय सोने के सिक्कों का बाजार मूल्य सोने के अन्य रूपों की तुलना में अधिक है। हालाँकि, इस खरीदारी से पहले प्रामाणिकता की सावधानीपूर्वक जाँच की जानी चाहिए।
सोने की पट्टी:
निवेश गुणवत्ता वाले बुलियन या सोने की छड़ें आमतौर पर 99.5%-99.99% के शुद्धता स्तर के साथ आती हैं। आप यह जानकारी बार पर वजन और निर्माता के नाम के साथ अंकित पा सकते हैं।
सोने के आभूषण:
यह सबसे लोकप्रिय रूप है और इसका सांस्कृतिक महत्व भी है। हालाँकि, मेल्टडाउन मूल्य आमतौर पर मूल कीमत जितना अधिक नहीं होता है।
असली सोने का प्रमाणन
भारत में, सोने की शुद्धता को भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा हॉलमार्किंग के माध्यम से प्रमाणित किया जाता है, जिसे कीमती धातुओं पर निशान लगाने के रूप में परिभाषित किया गया है। शुद्धता के साथ-साथ वैधता की गारंटी के लिए हमेशा हॉलमार्क वाला सोना खरीदने की सलाह दी जाती है।
सोने की कीमत प्रति ग्राम
बाजार की मौजूदा स्थिति के आधार पर सोने की कीमत में उतार-चढ़ाव होता रहता है। सुनिश्चित करें कि आप विश्वसनीय वेबसाइटों से सोने की कीमतों पर नियमित जांच करते रहें।
हालाँकि सोने की कीमतों में उछाल या गिरावट का सटीक अनुमान लगाना संभव नहीं है, लेकिन आप अनुमान के लिए ज्वैलर्स के संपर्क में रह सकते हैं। इसके अलावा, यदि आप सोने को अन्य कीमती पत्थरों से जड़वाने की योजना बना रहे हैं तो कीमतों में सटीकता सुनिश्चित करने के लिए इसे अलग से तौलना सुनिश्चित करें।
वापस खरीदने की शर्तें
“मेकिंग चार्ज” सोने के आभूषण के किसी भी टुकड़े के उत्पादन और डिजाइन की लागत को संदर्भित करता है। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने से पहले इसे आभूषण की अंतिम कीमत में जोड़ा जाता है।
जबकि कुछ ज्वैलर्स के पास एक निश्चित मेकिंग चार्ज होता है जो आमतौर पर 8-16% के बीच उतार-चढ़ाव करता है, अन्य इसे कुल आभूषण वजन के एक निश्चित प्रतिशत के आधार पर चार्ज कर सकते हैं। ये शुल्क डिज़ाइन के आधार पर अलग-अलग होते हैं और चाहे वह टुकड़ा मानव निर्मित हो या मशीन निर्मित।
भौतिक सोना, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ), सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सोने में निवेश के कुछ विकल्प हैं, जो लंबे समय से विभिन्न निवेशकों की पसंद रहे हैं।
भौतिक सोना
गोल्ड ईटीएफ
सॉवरेन गोल्ड बांड
भंडारण
आप सोने को आभूषण, सिक्के और बार के रूप में संग्रहित कर सकते हैं। इन संपत्तियों की सुरक्षा निवेशक की जिम्मेदारी है।
ईटीएफ इलेक्ट्रॉनिक हैं और इसलिए भंडारण की कोई आवश्यकता नहीं है या चोरी का डर नहीं है
भौतिक भंडारण की आवश्यकता नहीं है और इसका सुरक्षित रूप से व्यापार किया जा सकता है
दिलचस्पी
आनंद लेने के लिए कोई रुचि नहीं है. इस प्रकार सोने को कई लोगों द्वारा एक सुरक्षित लेकिन मृत निवेश माना जाता है
इसमें आनंद लेने के लिए कोई ब्याज दर नहीं है लेकिन निवेश पर रिटर्न भिन्न हो सकता है
कुछ ब्याज दर का आनंद लिया जा सकता है
कर
यदि सोने का मूल्यांकन रुपये से अधिक है तो उस पर संपत्ति कर लगाया जाता है। 30 लाख
गोल्ड ईटीएफ पर गैर-इक्विटी फंड के रूप में कर लगाया जाता है। अल्पकालिक लाभ और दीर्घकालिक लाभ पर टैक्स स्लैब के अनुसार कर लगाया जाता है
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले बेचने पर टैक्स लगता है। यदि इन्हें परिपक्वता तक रखा जाता है, तो पूंजीगत लाभ पर कोई कर नहीं लगता है। अर्जित किसी भी ब्याज पर कर लगता है।
सोने का वजन रूपांतरण तालिका
विभिन्न इकाइयों में सोने का मूल्य जानने के लिए निम्नलिखित तालिका देखें। सोना अक्सर ग्राम, किलोग्राम, ट्रॉय औंस, भाट और टन में मापा जाता है।
पाली जिले में नाबालिग बच्चियों से दुराचार और उनको गर्भवती बनाने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। 15 साल की अनाथ लड़की से एक आरोपी पांच-छह माह से दुष्कर्म करता रहा, जिससे वह गर्भवती हो गई।
पीड़िता के माता-पिता की मौत हो चुकी हैं, इसके चलते वह अकेली ही गांव में रहती है। आरोपी पड़ोस में रहता है, जिसे पीड़िता के गर्भवती होने की जानकारी लगी तो अपनी मां को पूरा घटनाक्रम बताया। आरोपी महिला ‘भी बेटे के गुनाह पर पर्दा डालने के लिए पीड़िता को बहला-फुसला कर थी।
लेकिन ऐनवक्त पर ग्रामीणों की को सोजत पुलिस को घटनाक्रम के बारे में पता चला तो पीड़िता का मेडिकल कराकर उसकी रिपोर्ट पर दुष्कर्म, पोक्सो एक्ट में केस दर्ज किया। शुक्रवार को पुलिस ने सोजत के निकट के गांव के 24 वर्षीय आरोपी दीपक उर्फ दीपू पुत्र संपतलाल दमामी और आरोपी मां किरण को गिरफ्तार किया। पुलिस ने पीड़िता को बाल कल्याण समिति के आदेश पर जोधपुर के नारी निकेतन केंद्र पहुंचाया है।
गुरुवार ग्रामीणों ने दिखाई सजगता पुलिस ने पीछाकर मां-बेटे को पकड़ा
आरोपी अपनी मां की मदद से गुरुवार को पीड़िता को लेकर व्यावर ले जाकर गर्भपात कराने वाले थे। पीड़िता पांच माह की गर्भवती हैं। ग्रामीणों से सूचना मिलने पर एसपी डॉ. गगनदीप सिंगला ने सोजत थाना प्रभारी राजीव भादू को कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस टीम ने पीछा करते हुए गांव से निकले आरोपी मां-बेटा को पकड़ पीड़िता को दस्तयाब आरोपी दीपक किया, जिसने घटनाक्रम बताया। इसके बाद 10 अगस्त को पुलिस ने केस दर्ज कर पीड़िता का मेडिकल कराया और शुक्रवार को आरोपी मां-बेटे को गिरफ्तार किया।
मजदूरी कर गुजारा करती हैं पीड़िता, शहर में कोतवाली पुलिस ने 14 धमका कर आरोपी करता रहा दुष्कर्म
पुलिस ने बताया कि 15 साल की पीड़िता के माता-पिता की मौत हो चुकी है। पीड़िता सोजत गांव में अपने बहन के पास रहती थी, लेकिन कुछ माह से वह गांव में आकर अकेली रहने लगी थी। गांव में रहने वाला दीपक उर्फ दीपू दमामी शादीशुदा है, जिसने डरा धमका कर करीब पांच- छह माह पहले पीड़िता से दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपी डरा-धमका कर पीड़िता का यौन शोषण करता रहा। इससे पीड़िता गर्भवती हो गई।
इधर, पिता के दुष्कर्म से पीड़िता गर्भपात कराया
साल की बच्ची से दुष्कर्म कर उसे गर्भवती करने के मामले में आरोपी पिता को कोर्ट के आदेश पर 4 दिन पहले न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। पीड़िता डेढ़ माह के गर्भ से थी तो पुलिस ने सक्षम अधिकारियों की अनुमति के बाद शुक्रवार को पीड़िता का उसकी मां को साथ ले जाकर गर्भपात कराया। इसके बाद पीड़िता की हालत सामान्य है।
25 लाख रुपए देकर हरियाणा से लाए थे शूटर, रैकी करने वाला तगसिंह गिरफ्तार, मुकेश अभी भी फरार
सांचौर लक्ष्मण देवासी हत्याकांड मामले में पुलिस लक्ष्मण की रैकी कर शूटरों तक जानकारी देने वाले तगसिंह पुत्र मंग सिंह राजपुरोहित को गिरफ्तार कर लिया। मामले में प्रकाश के बाद यह दूसरी गिरफ्तारी है। आईजी राघवेंद्र सुहासा ने शुक्रवार देर रात सांचौर थाने में प्रेस वार्ता कर मामले का खुलासा करते हुए बताया कि लक्ष्मण देवासी की हत्या की पूरी साजिश प्रकाश ने रची थी। शराब तस्करी, टोल विवाद समेत इनके आपसी झगड़ों के कारण हत्या करवाई। प्रकाश मुकेश ने विष्णु खंडाला नामक बदमाश से संपर्क करते हुए 25 लाख रुपए में हत्या करवाने के लिए शूटरो को बुलाया था। मुकेश मुकेश खिचड़ को इसकी जिम्मेदारी दी थी।
हत्या के लिए रुपए जुटाए गए
आईजी सुहास ने बताया कि इस पूरे हत्याकांड में कई आरोपी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोगी रहे हैं। कई जने हत्याकांड में किसी भी तरह से सहयोग रहा है। इन सबकी पहचान की जा रही है। कई अब तक पुलिस की पकड़ से दूर हैं। आरोपियों ने हत्या करने के लिए रुपए भी जुटाए हैं
: लक्ष्मण गुजरात पुलिस के सामने करने वाला था सरेंडर
लक्ष्मण देवासी लंबे समय से शराब कारोबार से जुड़ा था। पहले शराब तस्करी के मामलों में लिप्त था। बाद में पांच सालों से सांचौर शहर के आसपास के सरकारी ठेकों की दुकानें संचालित करता था। इन सरकारी ठेकों की शराव गुजरात सप्लाई होती हैं। इसके चलते गुजरात के अलग- अलग जगहों कई मामले दर्ज थे।
आठ दिन पहले लक्ष्मण देवासी के कारोबार में हिस्सेदार डिसा को अहमदाबाद की स्पेशल पुलिस यूनिट ने सिरोही से गिरफ्तार बेरहमी से मारपीट की। इसकी भनक देवासी को थी। देवासी गुजरात पुलिस के सामने सरेंडर करना चाह रहा था। जानकारी मिली कि तीन दिन से गुजरात पुलिस की टीम सांचौर क्षेत्र में थी। सोमवार सुबह लक्ष्मण देवासी के घर पर गुजरात पुलिस ने दबिश दी लेकिन वह हाथ नहीं लगा। दूसरी तरफ देवासी सांचौर में चल रहे कारोबार के हिसाब-किताब को पूरा कर सोमवार की शाम सरेंडर करने वाला था।
देवासी इंदिरा कॉलोनी से रवाना होकर गुजरात पुलिस के पास जा रहा था। मुख्य चार रास्ते से थोड़ा आगे जाते ही बदमाशों ने रास्ता रोककर उस पर गोलियां बरसा दीं। शराब कारोबारी लक्ष्मण देवासी की गोली मारकर हत्या के मामले में सीसीटीवी फुटेज के अनुसार आरोपियों में से एक युवक के पास यूजी सब मशीन गन जैसा कुछ दिख रहा था। लेकिन वह नहीं चलने पर आरोपी गाड़ी जाकर देशी पिस्टल लाया और गाड़ी के नजदीक जाकर फायर किए। जिससे वहीं मौत हो गई।
मुकेश से एक साल पुरानी दुश्मनी
सांचौर से गुजरात की तरफ धानेरा जाने वाले नेशनल हाईवे 168 ए पर पलादर गांव के पास लगे टोल प्लाजा के संचालन को लेकर मुकेश बिश्नोई व शराब कारोबारी लक्ष्मण देवासी के बीच विवाद शुरू हुआ था। 26 अप्रैल 2022 को मुकेश ने साथियों को लेकर लग्जरी गाडियों के काफिले के साथ टोल प्लाजा पर पहुंचा और टोल संचालन करने वाले कार्मिकों के साथ हाथापाई करते हुए टोल की लाइन के बैरियर हटा दिए। उसके बाद टोल कम्पनी ने लक्ष्मण देवासी से संपर्क कर लिया। पहली बार लक्ष्मण पर 30 अप्रैल को हमला हुआ था। 23 मई को दूसरी बार माखुपुरा गांव के पास लक्ष्मण पर फायरिंग हुई थी। मुकेश प्रकाश गोदारा का गुर्गा है।
पति व चचेरे भाई ने नींद की गोलियां खिलाई, तकिए से मुंह दबा की थी हत्या
जालोर 05 अगस्त को बागोड़ा के धुंबड़िया गांव में संदिग्ध हालात में मृत मिली रेखा माली (35) की हत्या उसके पति व रिश्ते में जेठ ने मिलकर की थी। हत्या करने के लिए पति मैसूर से घर आया था एवं सूरत से अपने चचेरे भाई को भी साथ लेकर दोनों ने ज्यूस में नींद की गोलियां मिलाकर बेहोश मृतका रेखा माली करते हुए तकिए से मुंह दबाकर दम घोट हत्या कर दी। मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए पति धुंबड़िया निवासी धर्मेंद्र कुमार उर्फ महेंद्र (36) पुत्र रतनाराम उर्फ रतनलाल माली व धुंबड़िया एवं हाल बर निवासी श्रवण कुमार गहलोत उर्फ भोलाराम (39) पुत्र अमराराम उर्फ अमृतलाल माली को गिरफ्तार कर लिया। हत्या का कारण पति धर्मेंद्र कुमार मृतका रेखा के चरित्र पर शक करता था। हत्या करने के बाद उसी रात को धुंबड़िया से रवाना होकर भीनमाल पहुंचा। उसके बाद आरोपी पति धर्मेंद्र कुमार उर्फ महेंद्र जोधपुर की तरफ तथा श्रवण कुमार वापिस सूरत चला गया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।मैसूर से धर्मेंद्र सूरत आया, यहां से चचेरे भाई को भी लिया साथ
13 वर्ष पहले हुई थी शादी, मृतका पत्नी के तीन बच्चे हैं
थानाधिकारी परबत सिंह के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने घटना का चार दिन मैं खुलासा कर दिया। आरोपी पति धर्मेंद्र कुमार मैसूर में इलेक्ट्रॉनिक का काम करता हैं जबकि श्रवण कुमार सूरत नौकरी करता। मृतका के 3 बच्चे हैं। एक 12 साल व दूसरा साढ़े तीन वर्ष । जबकि एक बेटी 10 साल की हैं।
आरोपी धर्मेंद्र कुमार उर्फ महेंद्र जो अपनी पत्नी मृतका रेखा के चरित्र पर संदेह करता था। इसी कारण से उसने अपनी पत्नी की हत्या करने के लिए अपने ताउ के लड़के भाई श्रवण कुमार गहलोत के साथ मिलकर योजना बनाई। योजना के अनुसार धर्मेंद्र कुमार उर्फ महेंद्र 04 अगस्त को मैसूर कर्नाटक से रवाना होकर सूरत आया। जहां से श्रवण कुमार गहलौत उर्फ भोलाराम को साथ लेकर सूरत से 05 अगस्त को दिन में करीब 10 बजे धुंबड़िया धर्मेंद्र कुमार के घर आए। पूर्व
की योजना के मुताबिक धर्मेंद्र कुमार ने अपनी पत्नी रेखा को ज्यूस में नींद की गोलिया डालकर पिलाया। रेखा को गहरी नींद आने पर धर्मेंद्र कुमार उर्फ महेंद्र व श्रवण कुमार गहलोत उर्फ भोलाराम ने मिलकर रेखा का तकिए से मुंह दबाकर दम घोटकर हत्या की घटना को अंजाम दिया। जहां मृतका के पिता जोईताराम पुत्र मगनाराम माली निवासी जुंजाणी रोड भीनमाल ने मृतका के पति धर्मेन्द्र कुमार उर्फ महेन्द्र व अन्य द्वारा अपनी पुत्री रेखा की हत्या करने की लिखित रिपोर्ट पेश की।
प्रदेश में मानसून की बारिश कम, फिर भी 33 में से 24 जिलों में अब तक की औसत पूरा ये 3 जिले, जहां औसत से 100% से भी ज्यादा बारिश दर्ज
प्रदेशभर में मानसून का ब्रेक चल रहा है। मानसून की बारिश नहीं होने से इसका असर जिलों की औसत वर्षा पर पड़ रहा है। राहत की बात यह है कि बिपरजॉय चक्रवाती तूफान में जहां-जहां बारिश हुई। वहां औसत बारिश की भरपाई हो चुकी है। शेष कुछ जिलों में मानसून के प्रवेश के बाद हुई अच्छी बारिश से स्थिति ठीक है।
अब तक की बारिश की बात करें तो प्रदेश के 33 जिलों में से पाली, जालोर व बाड़मेर में बारिश का आंकड़ा 100 प्रतिशत से ज्यादा का चल रहा है। 9 जिले ऐसे हैं, जहां औसत से भी कम बारिश हुई है। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि आगामी एक सप्ताह बाद फिर मानसून की बारिश शुरू होने की संभावना है।
जिला
औसत
अब तक
इतनी % ज्यादा
श्रीगंगानगर
जालोर
267.60
692.50
(+) 158.80
हनुमानगढ़
बाड़मेर पाली
172.10
442.05 306.20 629.20 ()105.50
(+) 156.90
बीकानेर
सीकर अलवर
जैसलमेर
नागौर
यहां
औसत से
भी कम
बारिश
दौसा
जयपुर
जोधपुर
धौलपुर
करौली
जैसलमेर 108.70
61.50
(-)43.40
अजमेर टॉक
स. माधोपुर
बाड़मेर
कोटा 458.30 430.60 6.00 () 32.10
भीलवाड़ा बूंदी
आलोर
बारां
522.30
345.81
राजसमंद,
कोटा
सिरोही
बूंदी
407.10
377.08 (-)78
(आंकड़े जल उदयपुर
प्रतापगढ़
झालावाड़
533.40 435.08 (18.40 संसाधन विभाग
डूंगरपुर
की वेबसाइट
बांसवाड़ा
522.90
439.29
(-) 16.0
अनुसार 33
चित्तौड़गढ़ 439.20
414.36
(5.7
जिलों के मान से
! औसत से 100% से ज्यादा बारिश [] औसत से भी कम बारिश
डूंगरपुर 422.80 335.53
() 20.60
मिमी में)
सांचौर जेल से हिस्ट्रीशीटर प्रकाश गोदारा गिरफ्तार, जेल प्रशासन पर भी उठ रहे सवाल, मोबाइल खोलेगा राज
सांचौर में शराब कारोबारी लक्ष्मण देवासी की हत्या की साजिश रचने वाले चितलवाना के हिस्ट्रीशीटर प्रकाश गोदारा को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। सांचौर जेल से प्रॉडक्शन वारंट पर गिरफ्तारी की। उसे सांचौर पुलिस की कस्टडी में रखा है। वहाँ पहले से उसी गिरोह से जुड़े 19 संदिग्धों को पूछताछ के लिए पकड़ रखा है।
हत्या के मास्टर माइंड गोदारा से पूछताछ कर लक्ष्मण देवासी हत्याकांड में शामिल शूटर व अन्य आरोपियों के साथ ही शराब तस्करी में लिप्त गिरोह के बदमाशों का पता लगाने में जुटी है। पानी रेंज आईजी राघवेंद्र सुहासा 8 अगस्त से सांचौर में कैंप लगाकर बैठे हैं। जांच और धरपकड़ में जुटी टीमों से अपडेट लेकर दिशा निर्देश देने में जुटे हैं। गुरुवार को सांचौर के नए एसपी सागर ने ज्वाइन कर लिया।
साइबर सेल जेल का मोबाइल नेटवर्क खंगाल रही पुलिस टीम
लक्ष्मण देवासी की 7 अगस्त को बदमाशों ने फायरिंग कर हत्या की और फारच्यूनर कार से भाग गए। दो दिन की तफ्तीश और छानबीन में साफ हो गया कि हत्याकांड की साजिश सांचौर जेल में बंद द हिस्ट्रीशीटर प्रकाश गोदारा रचा। इसमें गोदरा के गुर्गे मुकेश विश्नोई समेत अन्य बदमाशों ने रोल प्ले किया, जिनकी तलाश है। बुधवार को आईजी सुहासा के निर्देश पर पुलिस-प्रशासन ने सांचौर का निरीक्षण में जुटी है।
कर बंदियों की बैरक की तलाशी ली, लेकिन वहां कोई खास सुराग नहीं मिला, छानबीन में पता चला जेल में बैठकर गोदारा गैंग ऑपरेट कर रहा था। सवाल यह उठ रहा है गोदा का मोबाइल कहां है और किस तरह और कहां से उसने शूटर हायर कर अपने गुर्गों के मार्फत लक्ष्मण देवासी की हत्या का टॉस्क दिया। इस बारे में पुलिस साइबर तकनीक से पता लगाने
गोदारा से पुलिस को चाहिए इन सवालों के जवाब
• लक्ष्मण देवासी दो साल पहले तक उसका दोस्त था, दुश्मनी क्यों और किस बात को लेकर हुई ?
• लक्ष्मण और उसके बीच पूर्व में दोस्ती हो गई तो फिर से रंजिश की क्या वजह रही ?
• लक्ष्मण पार्टनर आनंदपाल के गुजरात पुलिस में गिरफ्तारी के बाद सरेंडर करने वाला था तो उसी दिन हत्या क्यों कराई?
• लक्ष्मण की हत्या की साजिश में और कौन लोग शामिल है और आखिर हत्या के पीछे असली वजह क्या है?
• लक्ष्मण की हत्या के लिए शूटर कौन थे, और कैसे बुलाए थे?
• लक्ष्मण के गुजरात पुलिस के सामने बगरू में अफीम के साथ पकड़ाया था,सरेंडर से उसे किस बात का डर था, जिसके चलते उसने लक्ष्मण की हत्या कराई ?
यहां कई केस होने से लाए थे सांचौर
एक साल पहले प्रकाश गोदारा को बगरू पुलिस ने पकड़ा था। उसकी गाड़ी में 5 किलो अफीम था। प्रकाश पर टोल मामले में हमला समेत कई केस सांचौर थाने में दर्ज थे। कुछ महीने पहले प्रकाश को सांचौर में प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया था। तब से यहां जेल में था।
जेल में मदद करने वाले की तलाश
पुलिस जांच में सामने आया कि प्रकाश ने ही लक्ष्मण देवासी की हत्या की साजिश रची। प्रकाश लंबे समय से सांचौर जेल में है। जेल में साजिश रची तो गैंग के सदस्यों से कैसे संपर्क में रहा। पुलिस टीम ने जेल में दबिश दी मोबाइल नहीं मिले। जेल प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
शूटर्स को हथियार व फारच्यूनर कार कहां से और किसने उपलब्ध कराई ?
हमले के बाद दोनों में बढ़ गई दुश्मनी लक्ष्मण व प्रकाश दोनों शराब तस्कर हैं। दोनों की दोस्ती थी। प्रकाश के जेल जाने से पहले एक सामाजिक कार्यक्रम में प्रकाश गया था। वहां टोल विवाद एवं अन्य बातों को लेकर लक्ष्मण एवं उनके लोगों ने प्रकाश पर हमला कर दिया। वहां से प्रकाश मुश्किल से निकला था। उसके बाद लक्ष्मण प्रकाश की दोस्ती में दरारें आ गई।
समर्थक धरने पर बैठे, घटना स्थल से 6 खाली खोल व 2 जिंदा कारतूत मिले 16 देवासी को लगी थी 3 गोलियां, टोल प्लाजा विवाद में मुकेश पर शक, पहले भी 2 बार कर चुका हमला
लक्ष्मण देवासी हत्याकांड खाचर फायरिंग में लक्ष्मण को तीन गोलियां लगी थी। पहली गोली सिर में लगी जो बाएं तरफ कनपटी के पास होते हुए ब्रेन को चिरते हुए दाहिने तरफ से निकल गई। दूसरी गोली कंधे में लगी तो तीसरी उसके दिल के पास लगी जो फेफड़े को चिरते हुए पार हो गई। इधर शराब कारोबारी हिस्ट्रीशीटर लक्ष्मण देवासी की हत्या के मामले में पुलिस 24 घंटे बाद भी खाली हाथ रही।
मंगलवार सुबह लक्ष्मण के भाई तेजाराम ने लक्ष्मण पर दो बार पहले हमला कर चुकी टोल प्लाजा विवाद वाली गैंग पर हत्या की आशंका जताई। उन्होंने सात लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज करवाया है। रिपोर्ट में तेजाराम देवासी ने बताया कि चितलवाना निवासी प्रकाश गोदारा गैंग के आदमियों ने पीछा करते हुए लक्ष्मण देवासी पर फायरिंग कर हत्या कर दी। रिपोर्ट में दांतीवास निवासी मुकेश पुत्र जगदीश खिचड़, धवा निवासी तगसिंह पुत्र नगसिंह राजपुरोहित, सुनील उर्फ गोपियां पुत्र पूनमाराम विश्नोई, विकी पुत्र गणपत विश्नोई, कमलेश पुत्र मोहनलाल बिश्नोई व भजनलाल पुत्र सुरजनराम बिश्नोई ने मिलकर हत्या की है।
15 परिजन व बड़ी संख्या में लोगों ने अस्पताल के आगे धरना शुरू कर दिया। दोपहर 3 बजे तक धरना चलता रहा। 22 घंटे बाद पुलिस के आलाधिकारियों, राज्यमंत्री सुखराम बिश्नोई व पूर्व उप सचेतक रतन देवासी व पीडित परिवार के लोगों के बीच कई दौर की वार्ताां चली। नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन पर शव उठाया। हजारों लोगों की मौजूदगी में नागौलड़ी गांव में देर शाम अंतिम संस्कार हुआ। मंगलवार सुबह हत्या का मामला दर्ज, जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन पर 22 घंटे बाद उठाया शव
आईजी ने मुकेश की तलाश में 8 टीमें भेजी
सांचौर में शराब कारोबारी लक्ष्मण देवासी की हत्या के मामले में सांचौर पुलिस ने सोमवार को दांतीवास निवासी मुकेश बिश्नोई को संदिग्ध आरोपी मुकेश माना है। हालांकि पुलिस की पकड़ से आरोपी मुकेश 30 घंटे से फरार चल रहा है। इधर, आईजी सुहासा ने इस मामले में आठ टीमें विभिन्न क्षेत्र में भेजी है।
टोल प्लाजा संचालन में मुकेश से एक साल पुरानी दुश्मनी
सांचौर से गुजरात की तरफ धानेरा जाने वाले नेशनल हाईवे 168 ए पर पलादर गांव के पास लगे टोल प्लाजा के संचालन को लेकर मुकेश विश्नोई व शराब कारोबारी लक्ष्मण देवासी के बीच विवाद शुरू हुआ था। उसके बाद दो बार लक्ष्मण देवासी पर हमले किए,लेकिन वो बच गया। मामलों में संदिग्ध आरोपी मुकेश बिश्नोई का चालान हुआ था। उसके बाद से मामला शांत था। 26 अप्रैल 2022 को मुकेश ने साथियों को लेकर लग्जरी गाड़ियों के काफिले के साथ टोल प्लाजा पर पहुंचा और टोल संचालन करने वाले कार्मिकों के साथ हाथापाई करते हुए टोल की लाइन के बैरियर हटा दिए। उसके बाद टोल कम्पनी ने लक्ष्मण देवासी से संपर्क कर लिया। पहली बार लक्ष्मण पर 30 अप्रैल को हमला हुआ था। 23 मई को दूसरी बार माखुपुरा गांव के पास लक्ष्मण पर फायरिंग हुई थी।
लक्ष्मण देवासी गुजरात पुलिस के सामने करने वाला था सरेंडर
लक्ष्मण देवासी लंबे समय से शराब कारोबार से जुड़ा था। पहले शराब तस्करी के मामलों में लिप्त था। बाद में पांच सालों से सांचौर शहर के आसपास के सरकारी ठेकों की दुकानें संचालित करता था। इन सरकारी ठेकों की शराब गुजरात सप्लाई होती हैं। इसके चलते गुजरात के अलग- अलग जगहों कई मामले दर्ज थे। चार दिन पहले लक्ष्मण देवासों के कारोबार में हिस्सेदार डिग्सा को अहमदाबाद की स्पेशल पुलिस यूनिट ने सिरोही से गिरफ्तार किया था। उसके साथ गुजरात पुलिस ने बेरहमी से मारपीट की। इसकी भनक देवासी को थी। ऐसे में देवासी गुजरात पुलिस के सामने सरेंडर करना चाह रहा था। जानकारी मिली कि तीन दिन से गुजरात पुलिस की टीम सांचौर क्षेत्र में थी। सोमवार सुबह लक्ष्मण देवासी के घर पर गुजरात पुलिस ने दबिश दी लेकिन वह हाथ नहीं लगा। दूसरी तरफ देवासी सांचौर में चल रहे कारोबार के हिसाब-किताब को पूरा कर सोमवार की शाम सरेंडर करने वाला था। देवासी इंदिरा कॉलोनी से रवाना होकर गुजरात पुलिस के पास जा रहा था। मुख्य चार रास्ते से थोड़ा आगे जाते ही बदमाशों ने रास्ता रोककर उस पर गोलियां बरसा दीं शराब कारोबारी लक्ष्मण देवासी की गोली मारकर हत्या के मामले में सीसीटीवी फुटेज के अनुसार आरोपियों में से एक युवक के • मशीन गन जैसा कुछ दिख रहा है। लेकिन वह नहीं चलने पर आरोपी गाड़ी जाकर देशी पिस्टल लेकर आया और लक्ष्मण की गाड़ी के नजदीक जाकर फायर किए। पुलिस सूत्रों के अनुसार मौके से 7.62 एमएम की 6 खाली खोल मिले हैं। 2 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। आरोपियों के पास देशी इंडियन मेड पिस्टल थी।
डूंगरपुर उतना ही आकर्षक है जितना यहां पाया जाने वाला हरा संगमरमर और विश्व स्तर पर भेजा जाने वाला संगमरमर अरावली पर्वतमाला की तलहटी में स्थित है।
उत्तर-पूर्व में कठोर और जंगली और दक्षिण-पश्चिम के उपजाऊ मैदानों में जीवन से भरपूर, यह दो नदियों, माही और सोम द्वारा सिंचित है।
डूंगरपुर की पर्यटन प्रसिद्धि में वृद्धि इसके महलों और शाही आवासों की असाधारण वास्तुकला के कारण है। ये पत्थर की संरचनाएं ‘झरोखों’ से सुसज्जित हैं और उस शैली में बनाई गई हैं जो महारावल शिव सिंह (1730-1785 ईस्वी) के समय में पैदा हुई थी। डूंगरपुर के सुनार और चांदी के कारीगर कुशल कारीगर हैं जो अपने लाख से रंगे खिलौनों और चित्र फ़्रेमों के लिए प्रसिद्ध हैं।
डूंगरपुर की स्थापना 1258 ई. में मेवाड़ के शासक करण सिंह के सबसे बड़े पुत्र रावल वीर सिंह ने डुंगरिया नामक स्थानीय भील सरदार को बाहर निकालने के बाद की थी। डूंगरपुर के बाद के शासकों ने शहर की स्थापत्य विरासत को बढ़ाया।
डूंगरपुर में घूमने और घूमने लायक आकर्षण और स्थान
उदय बिलास पैलेस
उदय विलास पैलेस dungarpur
उदय बिलास महल का नाम महारावल उदय सिंह द्वितीय के नाम पर रखा गया है। इसका आकर्षक डिज़ाइन क्लासिक राजपूत वास्तुकला शैली का अनुसरण करता है और इसकी बालकनियों, मेहराबों और खिड़कियों में विस्तृत डिज़ाइन का दावा किया गया है। पारेवा नामक स्थानीय नीले-भूरे पत्थर से बना एक सुंदर विंग झील को देखता है। महल को रानीवास, उदय बिलास और कृष्ण प्रकाश में विभाजित किया गया है, जिसे एकथंबियामहल के नाम से भी जाना जाता है। एकथम्बियामहल राजपूत वास्तुकला का एक वास्तविक चमत्कार है, जिसमें जटिल मूर्तिकला वाले खंभे और पैनल, अलंकृत बालकनियाँ, छज्जे, ब्रैकेट वाली खिड़कियां, मेहराब और संगमरमर की नक्काशी के चित्र हैं। आज, उदय बिलास पैलेस एक हेरिटेज होटल के रूप में कार्य करता है।
जूना महल
जूना महल dungarpur
जूना महल (पुराना महल) 13वीं सदी की सात मंजिला इमारत है। यह परेवा पत्थर से निर्मित एक ऊंचे मंच पर बनाया गया है और इसका ऊबड़-खाबड़ बाहरी हिस्सा इसे एक गढ़ जैसा दिखता है। दुश्मन को यथासंभव लंबे समय तक रोकने के लिए किलेबंद दीवारों, निगरानी टावरों, संकीर्ण दरवाजों और गलियारों के साथ इसकी विस्तृत योजना बनाई गई है। अंदर जो है वह बाहरी हिस्से से बिल्कुल विपरीत है। पर्यटक सुंदर भित्तिचित्रों, लघु चित्रों और अंदरूनी हिस्सों को सजाने वाले नाजुक कांच और दर्पण के काम से मंत्रमुग्ध हो जाएंगे।
गैब सागर झील
गैब सागर झील
यह झील श्रीनाथजी के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है जो इसके किनारे पर स्थित है। मंदिर परिसर में कई उत्कृष्ट नक्काशीदार मंदिर और एक मुख्य मंदिर, विजय राजराजेश्वर मंदिर शामिल हैं। भगवान शिव का यह मंदिर डूंगरपुर के प्रसिद्ध मूर्तिकारों या ‘शिल्पकारों’ की कुशल शिल्प कौशल को प्रदर्शित करता है।
सरकारी पुरातत्व संग्रहालय
इस संग्रहालय की स्थापना राजस्थान सरकार के पुरातत्व और संग्रहालय विभाग द्वारा मुख्य रूप से वागड़ क्षेत्र से एकत्र की गई मूर्तियों को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से की गई थी। डूंगरपुर शाही परिवार ने ज़मीन और आकर्षक मूर्तियों और ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण शिलालेखों का अपना व्यक्तिगत संग्रह उपहार में देकर संग्रहालय स्थापित करने में मदद की। यहां रखे गए संग्रह में 6वीं शताब्दी की विभिन्न देवताओं की मूर्तियां, पत्थर के शिलालेख, सिक्के और पेंटिंग शामिल हैं।
बादल महल
पारेवा पत्थर से बना बादल महल डूंगरपुर का एक और शानदार महल है। गैबसागर झील के तट पर स्थित, यह अपने विस्तृत डिजाइन और राजपूतों और मुगलों की स्थापत्य शैली के मिश्रण के लिए प्रसिद्ध है। स्मारक में दो चरण, तीन गुंबद और एक बरामदा शामिल है। प्रत्येक गुंबद पर नक्काशीदार आधा पका हुआ कमल है जबकि सबसे बड़े गुंबद पर तीन कमल हैं।
डूंगरपुर का दर्शनीय स्थल बाणेश्वर मंदिर
बेणेश्वर धाम
बेणेश्वर मंदिर, जिसमें क्षेत्र का सबसे प्रतिष्ठित शिव लिंग है, एक डेल्टा पर स्थित है। सोम और माही नदियों के संगम पर बनता है। ऐसा माना जाता है कि लिंग स्वयंभू या स्वयं निर्मित है। यह पांच फीट ऊंचा है और शीर्ष पर पांच भागों में टूटा हुआ है। बेणेश्वर मंदिर के ठीक पास विशु मंदिर है जिसका निर्माण 1793 ई. में मावजी की बहू जानकुंवरी ने करवाया था, जो एक अत्यंत पूजनीय संत थे और भगवान विष्णु के अवतार माने जाते थे। ऐसा कहा जाता है कि मंदिर का निर्माण उस स्थान पर किया गया था जहां मावजी ने अपना समय भगवान से प्रार्थना करते हुए बिताया था। मावजी के दो शिष्यों अजे और वाजे ने लक्ष्मी नारायण मंदिर का निर्माण कराया। हालाँकि ये अन्य देवी-देवता हैं, लेकिन लोग इन्हें मावजी, उनकी पत्नी, उनके बेटे, उनकी बहू और शिष्य जीवनदास के रूप में पहचानते हैं। इन मंदिरों के अलावा यहां भगवान ब्रह्मा का भी एक मंदिर है।
डूंगरपुर का दर्शनीय स्थल भुवनेश्वर
डूंगरपुर से बमुश्किल 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भुवनेश्वर एक शिव मंदिर के लिए प्रसिद्ध है जो एक पहाड़ की चोटी पर स्थित है। यह मंदिर प्राकृतिक रूप से निर्मित शिवलिंग के चारों ओर बनाया गया है। पर्यटक पहाड़ के ऊपर स्थित एक प्राचीन मठ का भी दौरा कर सकते हैं।
डूंगरपुर का दर्शनीय स्थल सुरपुर मंदिर
यह प्राचीन तीर्थ डूंगरपुर से लगभग 3 किलोमीटर दूर गांगडी नदी के तट पर स्थित है। मंदिर के आसपास के क्षेत्र में अन्य आकर्षण जैसे भुलभुलैया, माधवराय मंदिर, हाथियों की आगद और कई शिलालेख भी हैं।
विजय राज राजेश्वर मंदिर
विजय राजराजेश्वर मंदिर गैबसागर झील के किनारे स्थित है। भगवान शिव और उनकी पत्नी देवी पार्वती को समर्पित यह मंदिर अपने समय की उत्कृष्ट वास्तुकला को प्रदर्शित करता है। मंदिर के निर्माण का आदेश महारावल विजय सिंह ने दिया था और यह 1923 में महारावल लक्ष्मण सिंह के शासनकाल के दौरान पूरा हुआ था।
डूंगरपुर का दर्शनीय स्थल श्रीनाथजी मंदिर
महारावल पुंजराज ने इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1623 में करवाया था। श्री राधिकाजी और गोवर्धननाथजी की मूर्तियाँ मुख्य आकर्षण हैं। इस परिसर में श्री बांकेबिहारीजी और श्री रामचन्द्रजी को समर्पित कई मंदिर भी हैं।
डूंगरपुर का दर्शनीय स्थल नागफानजी
नागफनजी अपने जैन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है और यह न केवल डूंगरपुर के भक्तों को आकर्षित करता है बल्कि उन पर्यटकों को भी आकर्षित करता है जो मंदिर को देखने के लिए दूर-दूर से आते हैं। मंदिर में देवी पद्मावती, नागफनजी पार्श्वनाथ और धरणेंद्र की मूर्तियाँ हैं। नागफनजी शिवालय, जो इस मंदिर के करीब स्थित है, भी एक पर्यटक आकर्षण है।
गलियाकोट
डूंगरपुर से 58 किलोमीटर की दूरी पर माही नदी के तट पर गलियाकोट नामक एक गांव है। यह स्थान सैयद फखरुद्दीन की दरगाह के लिए जाना जाता है। वह एक प्रसिद्ध संत थे जिन्हें उनकी मृत्यु के बाद गांव में दफनाया गया था। यह मंदिर सफेद संगमरमर से बना है और इसकी दीवारों पर उनकी शिक्षाएँ उत्कीर्ण हैं। गुंबद के भीतरी भाग को सुंदर पत्तों से सजाया गया है, जबकि कब्र पर कुरान की शिक्षाएं सुनहरे अक्षरों में उकेरी गई हैं।
डूंगरपुर का दर्शनीय स्थल डीईओ सोमनाथ
सोम नदी के तट पर 12वीं शताब्दी में निर्मित देव सोमनाथ नामक एक पुराना और सुंदर शिव मंदिर है। सफेद पत्थर से बने इस मंदिर में भव्य बुर्ज हैं। मंदिर के भीतर से आकाश दिखाई देता है। यद्यपि चिनाई में भागों का उत्तम अनुकूलन है, फिर भी ऐसा आभास होता है कि अलग-अलग पत्थर टूट रहे हैं। मंदिर में 3 निकास हैं, पूर्व, उत्तर और दक्षिण में एक-एक। प्रवेश द्वार दो मंजिला हैं गर्भगृह में एक ऊंचा गुंबद है। इसके सामने सभा मंडप है – जो 8 भव्य स्तंभों पर बना है। यहां बीस तोरण हैं जिनमें से चार अभी भी मौजूद हैं। अन्य लोग सोम की बाढ़ के पानी से नष्ट हो गए। देवता की मूर्ति एक कक्ष में है, जो आठ सीढ़ियाँ नीचे है और प्रवेश द्वार सभा मंडप से है। यहां तीर्थयात्रियों द्वारा लिखे गए कई शिलालेख हैं और सबसे पुराना 1493 ई. का है
डूंगरपुर का दर्शनीय स्थल बोरेश्वर
बोरेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण महारावल सामंत सिंह के शासनकाल के दौरान 1179 ई. में हुआ था। यह सोम नदी के तट पर स्थित है।
डूंगरपुर का दर्शनीय स्थल क्षेत्रपाल मंदिर
खड़गड़ा में स्थित इस मंदिर की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि 200 वर्ष पुरानी है। मंदिर की प्रसिद्धि देवी भैरव के नाम से है, जो मंदिर की पांडुलिपि है। इसके अलावा यह मंदिर देवी गणपति, भगवान शिव, देवी लक्ष्मी और भगवान हनुमान के अन्य छोटे मंदिरों से घिरा हुआ है।
डूंगरपुर का दर्शनीय स्थल फ़तेह गढ़ी
यह एक ऐसा दृश्य बिंदु है जहां से कोई भी शहर की सुंदर प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकता है।
डूंगरपुर यहां कैसे पहुंचें
120 किलोमीटर की दूरी पर, उदयपुर निकटतम हवाई अड्डा है, इसके बाद 175 किलोमीटर की दूरी पर अहमदाबाद है।
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8, जो दिल्ली और मुंबई के बीच चलता है और राज्य राजमार्ग (सिरोही-रतलाम राजमार्ग) जिले से होकर गुजरता है।
रेलवे स्टेशन शहर से 3 किलोमीटर दूर है। एक महत्वपूर्ण ट्रेन कनेक्शन हिम्मतनगर-डूंगरपुर-उदयपुर है।
Gold Price Today अपडेटेड: 8 अगस्त 2023 भारत में आज सोने की कीमतें 22k के लिए ₹ 5,434 प्रति ग्राम हैं, जबकि 24k के लिए कीमतें ₹ 5,933 प्रति ग्राम हैं।
24 कैरेट सोने के दाम (10 ग्राम) :₹ ₹ 59,330
22 कैरेट सोने के दाम (10 ग्राम) : ₹ ₹ 54,340
Gold Price Today: 8 अगस्त 2023: आज भारत में सोने के दाम
सोने का भाव
बैंगलोर में सोने की कीमत
चेन्नई में सोने की दर
दिल्ली में सोने की दर
हैदराबाद में सोने की कीमत
मुंबई में सोने का भाव
22 कैरेट
₹55,150
₹47,927
₹55,300
₹55,150
₹55,150
24 कैरेट
₹60,160
₹52,285
₹60,310
₹60,160
₹60,160
Gold Price Today :भारत में सोने के भाव अगर आप सोने में इनवेस्ट करने के बारे में सोच रहे हैं या अपने लिए सोने की ज्वैलरी खरीदना चाहते हैं, तो आपको खरीदारी से पहले आपकी जरूरत वाली सभी महत्वपूर्ण जानकारी यहां मिल सकती है। देश में 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने के लेटेस्ट प्राइसेज देखें और एक समझदारी वाला फैसला करने के लिए इनकी तुलना करें। देश में आज सोने का दाम 24 कैरेट के लिए 59,270 रुपये और 22 कैरेट के लिए 54,290 रुपये है। सभी दामों को आज अपडेट किया गया है और ये इंडस्ट्री के स्टैंडर्ड के अनुसार हैं।
Gold Price Today: 8 अगस्त 2023: आज भारत में 24 कैरेट सोने के दाम
* सोने के दाम मार्केट ट्रेंड्स और इंटरेस्ट रेट्स का संकेत देते हैं। इनमें GST, TCS और अन्य चार्ज शामिल नहीं हैं। लेटेस्ट और सटीक दामों के लिए अपने लोकल ज्वैलर से संपर्क करें। मेकिंग चार्ज लग सकते हैं।
आज भारत में सोने की प्रति ग्राम कीमत क्या है?
मार्केट की स्थिति के आधार पर गोल्ड प्राइस (Gold Price) में बदलाव होता रहता है। विश्वश्नीयता वाली वेबसाइट्स से गोल्ड प्राइस को नियमित तौर पर देखना चाहिए।
गोल्ड प्राइस में बढ़ोतरी या गिरावट का हमेशा सटीक अनुमान लगाना संभव नहीं है। इसके अनुमानित दाम के लिए आप अपने पास के ज्वैलर्स से संपर्क कर सकते हैं। अगर आप आज के गोल्ड प्राइस (Aaj Sone Ka Bhav) पक्का करना चाहते हैं तो ज्वैलरी में किस शुद्धता का सोना लगा है और उसको बनाने में ज्वैलर्स कितना मेकिंग चार्ज लगा रहा है उसको आधार पर टुडे गोल्ड प्राइस का पक्का किया या जाना जा सकता है।
क्या है 24 कैरेट सोने का दाम आज (24 Carat Sone Ka Bhav)?
24 कैरेट गोल्ड को सबसे शुद्ध माना जाता है। शुद्ध सोना या 24 कैरेट गोल्ड 99.9% शुद्धता का संकेत है इसका मतलब ये है की इसमें किसी अन्य मेटल को नहीं मिलाया गया है 24 कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल सोने के सिक्के और गोल्ड बार बनाने में किया जाता है और गोल्ड को कैरेट की तुलना में मापा जाता है। टुडे 24 कैरेट गोल्ड प्राइस (24 Carat Sone Ka Bhav) जानने के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट कर जानकारी ले सकते है।
आज 22 कैरेट सोने का भाव क्या है?
22 कैरेट गोल्ड ज्वैलरी मेकिंग के लिए बेहतर होता है क्यों की यह 24 यह कैरेट गोल्ड की तुलना की कठोर होता है। 22 कैरेट गोल्ड में सिल्वर, निकेल या कोई अन्य मेटल मिला कर ज्वैलरी बनाई जाती है। अन्य मेटल्स की मिक्सिंग से गोल्ड अधिक कड़ा होता है और ज्वैलरी के लिए उपयुक्त रहता है। 22 कैरेट गोल्ड 91.67 प्रतिशत शुद्धता का संकेत है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
सोने में इनवेस्ट करने के विभिन्न तरीके कौन से हैं?
इन्फ्लेशन के खिलाफ सोने को सबसे सुरक्षित फाइनेंशियल टूल्स में से एक माना जाता है और दुनिया भर में इसकी ट्रेडिंग कॉइन, बुलियन, बार, ज्वैलरी, एक्सचेंजों, म्यूचु्अल फंड्स, माइनिंग स्टॉक्स, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF), फ्यूचर एंड ऑप्शंस और डिजिटल सोने के तौर पर होती है।
सबसे शुद्ध सोना कौन सा होता है?
सोने की शुद्धता ‘कैरेट्स’ की स्टैंडर्ड यूनिट में मापी जाती है और इसमें 24 कैरेट सबसे शुद्ध सोना होता है। हालांकि, यह सोना लिक्विड प्रकार में होता है और इसे ज्वैलरी, कॉइन या बार में मोल्ड नहीं किया जा सकता। इसे एक ‘अलॉय’ बनाने के लिए सिल्वर और निकेल जैसे अन्य मेटल्स के साथ मिक्स किया जाता है। उदाहरण के लिए, 22 कैरेट सोने में सोने के 22 पार्ट्स का मिक्स होता है, 91.6% और अन्य मेटल अलॉय के दो पार्ट्स। सोने की शुद्धता जितनी अधिक होती है, सोना उतना ही महंगा होता है।
सोने की हॉलमार्किंग क्या है?
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) की ओर से प्रेशियस मेटल्स की हॉलमार्किंग से सोने की शुद्धता की गारंटी मिलती है। यह खरीदार के साथ ही विक्रेता को क्वालिटी का आश्वासन देती है। देश की स्टैंडर्ड्स संस्था BIS के पास सोने के साथ ही सिल्वर ज्वैलरी के लिए स्टैंडर्डाइज्ड हॉलमार्क सिस्टम है। इस सिस्टम या BIS हॉलमार्किंग को इंटरनेशनल क्राइटेरिया के साथ जोड़ा गया है। हॉलमार्किंग का मुख्य उद्देश्य खरीदारी को मिलावट से सुरक्षित करना और मैन्युफैक्चरर्स को फाइननेस के कानूनी मापदंडों को बरकरार रखने के लिए जवाबदेह बनाना है। सोने की असेइंग सेंटर्स पर जांच की जा ती है।
ज्वैलरी खरीदने से पहले कौन से लोगो को देखना चाहिए?
हॉलमार्किंग वाले सोने पर लेजर से ये डिटेल्स लिखी जाती हैं:
BIS का लोगो
रिटेलर का लोगो
शुद्धता (916, 958 आदि)
सर्टिफिकेशन का वर्ष
असेइंग सेंटर का लोगो
हॉलमार्क वाली सोने की ज्वैलरी के 91.6% शुद्ध होने के बावजूद आपको इसे क्यों खरीदना चाहिए?
हॉलमार्क से शुद्धता की गारंटी मिलती है। जब आप हॉलमार्क या BIS वेरिफाइड सोना खरीदते हैं, तो आपसे केवल सोने के प्रतिशत की कीमत ली जाती है। उदाहरण के लिए, अगर आप 22 कैरेट सोना खरीते हैं, तो आपसे 22K सोने के मौजूदा दाम के अनुसार की कीमत ली जाएगी।
शुद्धता में ‘916 सोना’ का क्या मतलब है?
यह 22 कैरेट सोने का एक अन्य नाम है। इसका इस्तेमाल फाइनल प्रोडक्ट में सोने की शुद्धता को बताने के लिए होता है, जैसे अलॉय के प्रत्येक 100 ग्राम के लिए, इसमें 91.6 ग्राम शुद्ध सोना होता है। 916 सोना ज्वैलरी मेकिंग के लिए बेहतर होता है और इसे BIS की ओर से भी वेरिफाइड किया जाता है। इसी तरह, 958 सोना 23 कैरेट होता है और 750 सोना 18 कैरेट।
KDM गोल्ड क्या है?
KDM गोल्ड 92 प्रतिशत सोना और 8 प्रतिशत कैडमियम का एक अलॉय है। इसे अधिक शुद्धता वाला सोना माना जाता है लेकिन यह BIS की ओर से वेरिफाइड नहीं होता। इसका कारण कैडमियम से कारीगरों को होने वाली स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हैं।
सोने में क्यों इनवेस्ट करना चाहिए?
सोने को ऐतिसाहिक तौर पर इनवेस्टमेंट का एक सुरक्षित और विश्वसनीय एसेट माना जाता है।
इन्फ्लेशन के खिलाफ सोना को एक अच्छा हेज माना जाता है। महंगाई बढ़ने के साथ ही सोने के दाम में भी बढ़ोतरी होती है।
भू-राजनीतिक अस्थिरताओं या वैश्विक संकटों के दौरान, इनवेस्टमेंट के एक सुरक्षित टूल के तौर पर सोने की खरीदारी बढ़ जाती है।
यह पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइ करने का अच्छा जरिया है।
शॉर्ट-टर्म में सोने के दाम में उतार-चढ़ाव हो सकता है लेकिन लॉन्ग-टर्म में इसकी वैल्यू बरकरार रहती है।
इसका वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक महत्व है।
इलेक्ट्रिसिटी का गुड कंडक्टर होने के कारण इसकी डेंटिस्ट्री, हीट शील्ड के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स और गैजेट्स के लिए भी डिमांड है।
24 कैरेट और 22 कैरेट सोना: अंतर जानें
24 कैरेट सोना
22 कैरेट सोना
यह सोने का सबसे शुद्ध रूप है और इसमें 99.5% कीमती पीली धातु होती है।
इसमें 91.6% भाग शुद्ध सोने का है। बाकी हिस्से धातु जैसे चांदी, तांबा या कुछ अन्य हैं।
यह काफी नरम, लचीला, भंगुर और मोड़ने योग्य होता है।
इसकी बनावट सख्त होती है और इसलिए इसे आसानी से ढाला या मोड़ा नहीं जा सकता।
इसका उपयोग ज्यादातर कंप्यूटर, फोन और अन्य सहित चिकित्सा और विद्युत उपकरणों में किया जाता है।
शुद्ध सोने का प्रतिशत कम होने के कारण यह अपेक्षाकृत सस्ता है।
यह सोने का सबसे महंगा रूप है।
इसका उपयोग ज्यादातर आभूषण, बार, बुलियन और सिक्के बनाने के लिए किया जाता है।
यह चमकीले पीले रंग का होता है।
यह आमतौर पर अन्य धातुओं की उपस्थिति के कारण दूषित होता है।
भारत में सोने की कीमत को प्रभावित करने वाले कारक
सोना दुनिया भर में, खासकर भारत में सबसे लोकप्रिय निवेश साधनों में से एक है। अन्य वित्तीय परिसंपत्तियों की तरह सोने की कीमत में भी उतार-चढ़ाव होता रहता है। जबकि सोने की मांग उन प्रमुख कारकों में से एक है जो इसकी बाजार कीमत निर्धारित करती है, अन्य कारकों की भी भूमिका होती है। दैनिक सोने की दरों को प्रभावित करने वाले कुछ कारकों के बारे में नीचे जानें।
1. मांग
किसी भी अन्य वस्तु की तरह, मांग और आपूर्ति अर्थशास्त्र का सोने की कीमतों पर भारी प्रभाव पड़ता है। सीमित या कम आपूर्ति के साथ बढ़ती मांग के परिणामस्वरूप आमतौर पर कीमतों में बढ़ोतरी होती है। इसी तरह, स्थिर या कमजोर मांग के साथ सोने की अधिक आपूर्ति से कीमतें कम हो सकती हैं। आमतौर पर भारत में शादी और त्योहारी सीजन के दौरान सोने की मांग बढ़ जाती है।
2. महँगाई
मुद्रास्फीति के दौरान मुद्रा का मूल्य कम हो जाता है। ऐसे परिदृश्य में, वे सोने के रूप में पैसा रखना पसंद कर सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप सोने की कीमतों में बढ़ोतरी होती है, जो एक तरह से मुद्रास्फीति की स्थिति के खिलाफ बचाव उपकरण के रूप में कार्य करता है।
3. ब्याज दरें
सोने और ब्याज दरों में विपरीत संबंध होता है। जैसे-जैसे ब्याज दरें बढ़ती हैं, लोग अधिक ब्याज कमाने के लिए अपना सोना बेचने लगते हैं। इसी तरह, जब ब्याज दरें घटती हैं, तो लोग अधिक सोना खरीदते हैं, जिससे मांग बढ़ जाती है।
4. मानसून
भारत में सोने की मांग का एक बड़ा हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों से आता है। यह मांग आमतौर पर अच्छे मानसून, फसल और परिणामी मुनाफ़े के बाद बढ़ जाती है।
5. सरकारी रिजर्व
कई सरकारों के पास वित्तीय भंडार हैं जो मुख्य रूप से सोने से बने हैं, और भारत कोई अपवाद नहीं है। हालाँकि, यदि यह भंडार सरकार द्वारा बेचे गए सोने से अधिक हो जाता है, तो अपर्याप्त आपूर्ति के कारण सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं। भारत में यह रिज़र्व भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा बनाए रखा जाता है।
6. मुद्रा में उतार-चढ़ाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का कारोबार अमेरिकी डॉलर में होता है। आयात के दौरान जब अमेरिकी डॉलर को भारतीय रुपये में बदला जाता है तो सोने की कीमत में उतार-चढ़ाव होता है। आमतौर पर, अगर भारतीय रुपये का अवमूल्यन होता है, तो सोने का आयात महंगा हो जाता है।
7. अन्य परिसंपत्तियों के साथ सहसंबंध
सोने का सभी प्रमुख परिसंपत्ति वर्गों के साथ निम्न से नकारात्मक सहसंबंध है और इस प्रकार, यह एक अत्यधिक प्रभावी पोर्टफोलियो विविधीकरणकर्ता बनता है। विशेषज्ञों के अनुसार, सोना किसी के पोर्टफोलियो को अस्थिरता से बचाता है क्योंकि अधिकांश परिसंपत्ति वर्गों से रिटर्न को प्रभावित करने वाले कारक सोने की कीमत को ज्यादा प्रभावित नहीं करते हैं। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि जैसे-जैसे किसी कंपनी के शेयरों में गिरावट आती है, सोने और इक्विटी के बीच एक विपरीत संबंध विकसित हो सकता है।
8. भूराजनीतिक कारक
युद्ध जैसी भू-राजनीतिक उथल-पुथल के दौरान, पार्किंग फंड के लिए सुरक्षित आश्रय के रूप में सोने की मांग बढ़ जाती है। इस प्रकार, जबकि भूराजनीतिक उथल-पुथल अधिकांश परिसंपत्ति वर्गों की कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव डालती है, इसका सोने की कीमतों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
9. चुंगी शुल्क और प्रवेश कर
चुंगी शुल्क और प्रवेश कर स्थानीय कर हैं जो कर अधिकारियों द्वारा तब लगाए जाते हैं जब सामान उनके अधिकार क्षेत्र (राज्य/शहर) में प्रवेश करता है। चुंगी तब लगाई जाती है जब माल किसी शहर में प्रवेश करता है, जबकि प्रवेश कर तब लगाया जाता है जब माल किसी राज्य में प्रवेश करता है। इसके अलावा, यदि आपके सोने का मूल्य रुपये से अधिक है। 30 लाख पर संपत्ति कर लगाया जाता है.
10. आरोप लगाना
मेकिंग चार्ज आमतौर पर सोने के आभूषणों पर लगाया जाता है और डिजाइन के आधार पर, आभूषण-दर-जौहरी के आधार पर अलग-अलग टुकड़े में भिन्न हो सकता है।
सोना ख़रीदने की मार्गदर्शिका
सोना सदियों से निवेशकों की सूची में शीर्ष पर रहा है। भारत में निवेश के सबसे लोकप्रिय रूपों में से एक, इसे वित्तीय सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण उपकरण माना जाता है।
वित्तीय पहलू के अलावा, यह पीली धातु कई संस्कृतियों में धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखती है, जो कारक इसके बाजार मूल्य में भी इजाफा करते हैं।
हालाँकि आधुनिक बाज़ार डिजिटल सोने से भरे पड़े हैं , भौतिक सोने का आकर्षण बरकरार है।
हालाँकि, सोने में निवेश करना एक मुश्किल काम हो सकता है और इसके लिए कई कारकों पर सावधानीपूर्वक विचार करने की आवश्यकता होती है। यहां एक व्यापक खरीदारी मार्गदर्शिका दी गई है जो आपकी अगली सोने की खरीदारी में आपकी सहायता करेगी।
सोने की शुद्धता
सोने की खरीदारी से पहले विचार किए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक सोने की शुद्धता है और इसे “कैरेट” के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसमें 24K सबसे शुद्ध रूप है। हालाँकि, 24K सोना लचीले तरल रूप में मौजूद होता है और मजबूती के लिए इसे अन्य धातुओं के साथ मिश्रित करने की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, 22k सोना सोने के 22 भागों, यानी 91.6% और अन्य धातु मिश्र धातुओं के 2 भागों का मिश्रण है। शुद्धता का स्तर जितना अधिक होगा, सोना उतना ही महंगा होगा।
सोने का प्रकार
भौतिक सोना कई रूपों में खरीदा जा सकता है- सिक्के, बार, आभूषण।
सोने के सिक्के:
कुछ संग्रहणीय सोने के सिक्कों का बाजार मूल्य सोने के अन्य रूपों की तुलना में अधिक है। हालाँकि, इस खरीदारी से पहले प्रामाणिकता की सावधानीपूर्वक जाँच की जानी चाहिए।
सोने की पट्टी:
निवेश गुणवत्ता वाले बुलियन या सोने की छड़ें आमतौर पर 99.5%-99.99% के शुद्धता स्तर के साथ आती हैं। आप यह जानकारी बार पर वजन और निर्माता के नाम के साथ अंकित पा सकते हैं।
सोने के आभूषण:
यह सबसे लोकप्रिय रूप है और इसका सांस्कृतिक महत्व भी है। हालाँकि, मेल्टडाउन मूल्य आमतौर पर मूल कीमत जितना अधिक नहीं होता है।
असली सोने का प्रमाणन
भारत में, सोने की शुद्धता को भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा हॉलमार्किंग के माध्यम से प्रमाणित किया जाता है, जिसे कीमती धातुओं पर निशान लगाने के रूप में परिभाषित किया गया है। शुद्धता के साथ-साथ वैधता की गारंटी के लिए हमेशा हॉलमार्क वाला सोना खरीदने की सलाह दी जाती है।
सोने की कीमत प्रति ग्राम
बाजार की मौजूदा स्थिति के आधार पर सोने की कीमत में उतार-चढ़ाव होता रहता है। सुनिश्चित करें कि आप विश्वसनीय वेबसाइटों से सोने की कीमतों पर नियमित जांच करते रहें।
हालाँकि सोने की कीमतों में उछाल या गिरावट का सटीक अनुमान लगाना संभव नहीं है, लेकिन आप अनुमान के लिए ज्वैलर्स के संपर्क में रह सकते हैं। इसके अलावा, यदि आप सोने को अन्य कीमती पत्थरों से जड़वाने की योजना बना रहे हैं तो कीमतों में सटीकता सुनिश्चित करने के लिए इसे अलग से तौलना सुनिश्चित करें।
वापस खरीदने की शर्तें
“मेकिंग चार्ज” सोने के आभूषण के किसी भी टुकड़े के उत्पादन और डिजाइन की लागत को संदर्भित करता है। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने से पहले इसे आभूषण की अंतिम कीमत में जोड़ा जाता है।
जबकि कुछ ज्वैलर्स के पास एक निश्चित मेकिंग चार्ज होता है जो आमतौर पर 8-16% के बीच उतार-चढ़ाव करता है, अन्य इसे कुल आभूषण वजन के एक निश्चित प्रतिशत के आधार पर चार्ज कर सकते हैं। ये शुल्क डिज़ाइन के आधार पर अलग-अलग होते हैं और चाहे वह टुकड़ा मानव निर्मित हो या मशीन निर्मित।
भौतिक सोना, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ), सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सोने में निवेश के कुछ विकल्प हैं, जो लंबे समय से विभिन्न निवेशकों की पसंद रहे हैं।
भौतिक सोना
गोल्ड ईटीएफ
सॉवरेन गोल्ड बांड
भंडारण
आप सोने को आभूषण, सिक्के और बार के रूप में संग्रहित कर सकते हैं। इन संपत्तियों की सुरक्षा निवेशक की जिम्मेदारी है।
ईटीएफ इलेक्ट्रॉनिक हैं और इसलिए भंडारण की कोई आवश्यकता नहीं है या चोरी का डर नहीं है
भौतिक भंडारण की आवश्यकता नहीं है और इसका सुरक्षित रूप से व्यापार किया जा सकता है
दिलचस्पी
आनंद लेने के लिए कोई रुचि नहीं है. इस प्रकार सोने को कई लोगों द्वारा एक सुरक्षित लेकिन मृत निवेश माना जाता है
इसमें आनंद लेने के लिए कोई ब्याज दर नहीं है लेकिन निवेश पर रिटर्न भिन्न हो सकता है
कुछ ब्याज दर का आनंद लिया जा सकता है
कर
यदि सोने का मूल्यांकन रुपये से अधिक है तो उस पर संपत्ति कर लगाया जाता है। 30 लाख
गोल्ड ईटीएफ पर गैर-इक्विटी फंड के रूप में कर लगाया जाता है। अल्पकालिक लाभ और दीर्घकालिक लाभ पर टैक्स स्लैब के अनुसार कर लगाया जाता है
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले बेचने पर टैक्स लगता है। यदि इन्हें परिपक्वता तक रखा जाता है, तो पूंजीगत लाभ पर कोई कर नहीं लगता है। अर्जित किसी भी ब्याज पर कर लगता है।
सोने का वजन रूपांतरण तालिका
विभिन्न इकाइयों में सोने का मूल्य जानने के लिए निम्नलिखित तालिका देखें। सोना अक्सर ग्राम, किलोग्राम, ट्रॉय औंस, भाट और टन में मापा जाता है।
सांचौर के सबसे बड़े शराब ठेकेदार लक्ष्मण देवासी नागौलड़ी की सोमवार को दिनदहाड़े शहर में 3 बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। तीनों बदमाश फॉरच्यूनर गाड़ी में सवार होकर आए थे। देवासी अपने ड्राइवर के साथ शहर के चार रास्ता से स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार होकर गुजरात की तरफ जा रहा था। चार रास्ता से 300 मीटर दूर बालाजी नगर के गेट तक पहुंचा तभी एक पीछे से फॉरच्यूनर गाड़ी ने ओवरटेक करते हुए लक्ष्मण की गाड़ी के आगे रोक दी। लक्ष्मण देवासी की गाड़ी रुकते ही फारच्यूनर गाड़ी से तीन बदमाश नीचे उतरे एवं गाड़ी के पास जाकर लक्ष्मण देवासी पर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। बदमाशों ने करीब 10 गोलियां दागीं और गुजरात तरफ भाग गए। लक्ष्मण देवासी के सिर में 2 गोलियां लगने से मौत हो गई।
देररात तक पुलिस को आरोपियों के बारे में कोई सुराग नहीं मिला। इधर, घटना को लेकर बड़ी संख्या में लोग सांचौर अस्पताल की मोर्चरी के आगे धरने पर बैठ गए हैं। रानीवाड़ा के पूर्व विधायक रतन देवासी भी मौके पर पहुंचे हैं। परिजन व समाज के लोग आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े हुए हैं। सांचौर डीवाईएसपी मांगीलाल राठौड़ ने बताया कि क्षतिग्रस्त गाड़ी को थाने में और शव राजकीय अस्पताल में रखवाया है। सांचौर सहित पड़ोसी जिलों में नाकाबंदी करवाई है।
देवासी की गाड़ी के आगे आकर रुकवाया
घटना 5.30 बजे की है। लक्ष्मण देवासी की गाड़ी उसका भाणेज रमेश चला रहा था। बड़सम चौराहा से थोड़ा पहले बालाजी नगर गेट के पास फारच्यूनर को हाईवे पर आगे लगाकर रुकवाया।
तीनों ही ट्रेंड शूटर, 30 सेकंड में टारगेट पूरा
यह बदमाश फारच्यूनर गाड़ी से बेखौफ उतरते हैं। उनकी शक्ल-सूरत से लगते हैं कि तीनों बदमाश शॉर्प शूटर हैं। यह ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहे हैं। इनकी पांच गोलियां गाड़ी के अगले हिस्से में कांच पर लगी। एक बोनट एवं कुछ गोलियां खाली साइड के कांच से मारी गई। जिससे कांच टूट गया।
सांचौर जिला तो बन गया, अपराध मुक्त कब होगा?
सांचौर जिला तो बन गया, लेकिन अपराध मुक्त कब होगा? यह सवाल इसलिए, क्योंकि-सोमवार को सुबह में कलेक्ट्रेट और एसपी कार्यालय का उद्घाटन हुआ। उसके कुछ घंटे बाद ही दोपहर में हत्याकांड की घटना सामने आ गई। सबसे बड़े शराब ठेकेदार लक्ष्मण देवासी की दिनदहाड़े शहर में 3 बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई। अपराधी कितने बेखौफ है, इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि लक्ष्मण देवासी को एक नहीं, 10 गोलियां बीच सड़क पर दागी गई। पुलिस का खौफ देखिए…वे खुलेआम सड़क पर हथियार लहराते निकलते हैं और दिन दहाड़े हत्या करके फरार हो जाते हैं। सांचौर में बीते 3 साल में सबसे ज्यादा अपराध हुए। पेपर लीक या नकल में बदनाम हो चुके सांचौर में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, अपहरण के मामलों की लंबी सूची बनती जा रही है।
3 साल में दुष्कर्म के 386 केस दर्ज हुए हैं। नकल गैंग व पेपर आउट के 10 साल में 90 प्रतिशत आरोपी बढ़े हैं। ये कैसे हुआ? जाहिर है, अपराधियों में पुलिस को कोई डर नहीं है। वे बेखौफ है। पुलिस ही अपराधियों से डरी हुई है। यह शायद इसलिए भी है, अपराधियों, कुछ नेताओं और अधिकारियों का एक घिनौना गठजोड़ बन गया है। दैनिक भास्कर के महासर्वे में भी पिछले दिनों आम लोगों ने सांचौर में बढ़ते अपराध को लेकर चिंता जताई थी। अपराधियों व पुलिस का गठजोड़ तोड़ना अत्यंत आवश्यक है। अन्यथा यह हमारे सांचौर को भस्म कर देगा। अपराध रोकने के लिए पुलिस को मुक्तहस्त करना पड़ेगा, अपराधियों के प्रति लगाव त्यागना पड़ेगा। अगर मंत्री सुखराम विश्नोई सचमुच सांचौर को अपराधमुक्त बनाना चाहते हैं तो पुलिस की जवाबदेही तय करनी होगी। नई कलेक्टर पूजा पार्थ और नए एसपी शैलेंद्र सिंह इंदोलिया से उम्मीद है कि वे सांचौर के अपराध को कंट्रोल करेंगे। सभी मिलकर सांचौर को जिले की सौगात के साथ-साथ अपराध मुक्त बनाने के लिए भी ठोस कदम उठाएंगे।
एक के पास आधुनिक हथियार भी, 1 बदमाश पिस्टल लोड करता िदखा
हत्यारों में से 1 बदमाश जो टोपी पहने हुए सबसे अधिक फायरिंग करता है कारतूस खत्म हो जाने पर वहां लोड भी करता है। एक के हाथ में आधुनिक हथियार भी दिख रहा है। पहले उससे गोली मारने की कोशिश करता है, लेकिन वो नहीं चल पाता है तो वापस गाड़ी में जाकर पिस्टल से फायरिंग करता है।
फॉरच्यूनर लेकर आए थे बदमाश
फॉरच्यूनर से तीन बदमाश आगे रुकते हैं। एक बदमाश ने टोपी पहनी है। तीनों के हाथों में पिस्टल है। 30 सेकंड तक गोलियां बरसाते हैं। पहले दूर से एवं उसके बाद नजदीक जाकर गोली मारी।
मृतक लक्ष्मण
2 मिनट का खूनी खेल
तीन शूटर गाड़ी से उतरे, 10 राउंड फायरिंग की
एक गोली सिर में से हुई पार, वही बनी मौत का कारण
बदमाशों द्वारा चलाई गोलियां लक्ष्मण को कितनी लगी है वो पोस्टमार्टम के बाद स्पष्ट हो पाएगा। अस्पताल में मृत घोषित करने वाले डॉक्टर्स के अनुसार मुख्य गोली जो सिर में लगी उससे मौत हो गई। सिर में बायीं तरफ से जाकर जो गोली बीचोंबीच से निकलते ही दाहिने तरफ से पार हो गई। उसी गोली की वजह से उसकी मौके पर मौत हो गई।
सांचौर जिला सोमवार को अस्तित्व में आने के साथ सांचौर, रानीवाड़ा, चितलवाना व बागोड़ा क्षेत्र का कामकाज होना शुरू हो गया। शहर के डाक बंगले में सांचौर जिले की स्थापना साधु संतों के सान्निध्य में जन अभियोग निराकरण समिति अध्यक्ष पुखराज पाराशर, राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई के मौजूदगी में की।
जिला कलेक्टर पूजा पार्थ ने गजट नोटिफिकेशन पढ़कर सुनाया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्चुअल तरीके से पट्टिका का अनावरण किया। कार्यक्रम से पूर्व स्मृति वन से बालिकाओं ने सिर पर कलश धारण कर शोभायात्रा निकाली जो स्मृति वन से होते हुए कलेक्ट्रेट होकर सभास्थल पहुंचीं। जन अभियोग निराकरण समिति अध्यक्ष पुखराज पाराशर ने कहा कि जिला मुख्यालय से दूरी ज्यादा होने के कारण सांचौर को जिला बनाया है। इससे इस क्षेत्र का विकास होगा।
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जिले की स्थापना जैसे कार्यक्रम में विपक्ष का एक भी नेता मौजूद नहीं है। राज्यमंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा मैंने उप जिला अस्पताल की मांग की थी तब गहलोत हंसे थे। उसके बाद उप जिला अस्पताल की घोषणा हो गई, इसके बाद सबसे बड़ा तोहफा जिले के रूप में दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से जो मांगा था वो सब दिया। उन्होंने नर्मदा नहर के लिए 70 करोड़ रुपए दिए हैं। सडक़, बिजली समेत सभी समस्याओं का समाधान किया। जेजेएम का कार्य तेजी से किया जा रहा है। भीनमाल के पूर्व विधायक समरजीत सिंह ने कहा सांचौर की जनता ने सही निर्णय लेकर सुखराम बिश्नोई को जिताया। इससे वो मंत्री है और उसी का परिणाम है कि सांचौर को मुख्यमंत्री ने जिला बनाया है।
अधिसूचना जारी • सांचौर जिला मुख्यालय से होंगे सांचौर सहित चितलवाना, रानीवाड़ा व बागोड़ा उपखंड के काम
सांचौर आज से सांचौर जिले की स्थापना के साथ कामकाज की शुरुआत हो जाएगी। राज्य सरकार ने गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है जो सोमवार से प्रभावी होगा। जिला बनते ही सांचौर में लगी आईएएस ओएसडी पूजा पार्थ पहली कलेक्टर व आईपीएएस ओएसडी शैलेंद्र सिंह इंदौलियां सांचौर के पहले एसपी होंगे। क्योंकि इन आईएएस एवं आईपीएस को नियुक्त कर रखा है, ऐसे में जिले की शुरुआत के साथ इनके पद कलेक्टर व एसपी के हो जाएंगे। जिला विशेषाधिकारी पूजा पार्थ ने तैयारियों का जायजा लिया। इसके बाद कार्यकर्ताओं को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गईं। पार्थ ने बताया कि साधु संतों के सान्निध्य में जिले की स्थापना की जाएगी। कार्यक्रम सुबह 11 बजे शुरू होगा जो डेढ़ बजे तक चलेगा।
8 से 10 हजार तक लोगों के जुटने की संभावनाः
8 से 10 हजार तक लोगों के जुटने की संभावनाः सांचौर के डाक बंगले में सांचौर जिले की स्थापना का कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम को लेकर टेंट समेत व्यवस्था कर दी गई हैं। बताया जा रहा हैं कि इसमें करीब 8 से 10 हजार लोगों की भीड़ जुटेंगी। वहीं शाम को 8 बजे डाक बंगला सांचौर में एक विशाल राष्ट्रीय स्तर के कवि सम्मेलन का आयोजन रखा गया है। जिसमें राष्ट्रीय ख्याति नाम हास्य- व्यंग्य कवि संपत सरल, राष्ट्रीय कवयित्री गौरी मिश्रा नैनीताल, राष्ट्रीय मंच संचालक विपुल विद्रोही डूंगरपुर, राष्ट्रीय औज कवि आकाश नौरंगी- जौधपुर, राष्ट्रीय हास्य कवि दीपक पारीक- भीलवाड़ा, द्वारा अपने काव्यपाठ से समस्त सांचौर जिले वासियों को मंत्रमुग्ध किया जाएगा।
चार उपखंडों के लोगों को नहीं जाना होगा जालोर
जिला बनने के साथ ही सांचौर में आने वाले 4-4 तहसील व उपखंड क्षेत्र के लोगों का कामकाज शुरू हो जाएगा। सांचौर में सांचौर, चितलवाना, रानीवाड़ा व बागोड़ा क्षेत्र शामिल हैं। पुराने जिले में जालोर, आहोर, भीनमाल, जसंवतपुरा व सायला उपखंड क्षेत्र के कामकाज होते रहेंगे। मुख्यमंत्री गहलोत जिले
ऐसे होगी जिले की स्थापना : सुबह 11 बजे से शुरू हो जाएगा कार्यक्रम, दोपहर 1.40 बजे धन्यवाद भाषण
• 11 से 12 बजे तक हवन व पूजा होगा
• 12.10 से 12.15 तक कलेक्टर द्वारा स्वागत उद्बोधन व अधिसूचना का पठन।
.12.15 12.25 तक राजस्व मंत्री रामलाल जाट का भाषण वीसी से।
• 12.25 से 12.30 तक मुख्यमंत्री गहलोत जिले की शिलापट्टिका का अनावरण करेंगे।
• 12.30 से 12.50 भाषण । तक गहलोत वीसी से भाषण देंगे।
• 12.50 से 01.00 तक सर्वसमाज के धर्मगुरुओं का स्वागत।
• 1 बजे से लेकर 1.10 तक सर्व धर्मगुरुओं का संबोधन ।
• 1.10 से 1.15 तक रानीवाड़ा विधायक का
1.15 से 1.25 तक भीनमाल विधायक का संबोधन।
1.25 से 1.40 तक राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई का भाषण |
• 1.40 को एडीएम द्वारा धन्यवाद भाषण दिया जाएगा।
प्रदेशाध्यक्ष जोशी दौरे पर: बिशनगढ़ में जिले की समन्वय बैठक और सांचौर विधानसभा की भी लेंगे
जालौर अब जालोर में 3 व सांचौर में 2 भाजपा ने अब जालोर-सांचौर जिलों में चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। भाजपा का इस बार सांचौर की विधानसभा सीट पर ज्यादा ध्यान रहेगा। क्योंकि यहां से लगातार तीन चुनावों में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। यहां से हार की हैट्रिक हो जाने के कारण व आगामी चुनावों में सांचौर सीट को कैसे जीता जाए इसके प्रदेशाध्यक्ष जोशी लिए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी सोमवार को जालोर दौरे पर आ रहे हैं। संयोग है कि इसी दिन सांचोर जिला अस्तित्व में आ रहा है।
बिशनगढ़ के रिसोर्ट में सीपी जोशी पहले जिले की समन्वय बैठक का आयोजन करेंगे। उसके बाद केवल सांचौर विधानसभा के नेताओं, दावेदारों एवं सांचौर क्षेत्र के भाजपा जिला पदाधिकारियों
सीट : जालोर से सांचौर अलग जिला बनने के बाद समीकरण बदल गए हैं। जालोर में आहोर जालोर व भीनमाल तीन सीटें हैं। सांचौर जिले में सांचौर व रानीवाड़ा सीट ही हैं। भीनमाल विधानसभा का बागोड़ा सांचौर व रानीवाड़ा का जसवंतपुरा जालोर में रह गया। ऐसे में इन दोनों जिलों की बैठकें होंगी।
की बैठक अलग से लेंगे। जिलाध्यक्ष श्रवणसिंह राव बोरली ने बताया बैठक में आगामी चुनावों को लेकर योजना निर्माण एवं विभिन्न अभियानों के संपादन के लिए कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए जाएंगे। इस बार भी यहां से 7 दावेदार, एकजुटता बैठाने पर होगा जोर : सांचौर सीट से 7 दावेदार सोमवार को बैठक में प्रदेशाध्यक्ष के सामने दावेदारी जता सकते हैं। प्रदेशाध्यक्ष सभी से वार्ता कर एकजुटता की कोशिश करेंगे। बैठक में सांचौर के 20 भाजपा नेता शामिल रहेंगे। जिले की समन्वय बैठक में जोधपुर संभाग प्रभारी, सह प्रभारी, जिला संगठन प्रभारी, प्रदेशाध्यक्ष कार्यालय प्रमुख, सांसद, भाजपा जिलाध्यक्ष, विधायक, पूर्व विधायक समेत जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
सांचौर में भाजपा दो बार कांग्रेस एवं एक बार अपने बागी से हार चुकी
• 2008 में भाजपा विधायक रहे जीवाराम चौधरी का टिकट कटा तो वे निर्दलीय मैदान में उतरे और भाजपा प्रत्याशी को हरा दिया था।
• 2013 में भाजपा ने जीवाराम चौधरी पर विश्वास जताया और उन्हें टिकट दिया, लेकिन वे कांग्रेस के सुखराम विश्नोई से हार गए।
• 2018 में दानाराम को भाजपा ने टिकट दिया तो जीवाराम बागी हो 50 हजार वोट ले गए। कांग्रेस के सुखराम विश्नाई 26 हजार वोट से जीत गए।
राजस्थान में कॉन्स्टेबल के 3578 पदों पर निकली वैकेंसी:27 अगस्त तक करें अप्लाई, पहली बार रिटन से पहले होगा फिजिकल टेस्ट
राजस्थान पुलिस भर्ती 2023 राजस्थान में सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर है। राजस्थान सरकार ने चुनावी साल में पुलिस कॉन्स्टेबल के तीन हजार 578 पदों पर भर्तियां निकली है। जिसके लिए 12वीं पास उम्मीदवार राजस्थान पुलिस की ऑफिशियल वेबसाइट recruitment2.rajasthan.gov.in पर जाकर 7 अगस्त से 27 अगस्त तक ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इसके बाद 28 से 30 अगस्त तक उम्मीदवार को आवेदन फॉर्म में गलती सुधरने का मौका दिया जाएगा।
वैकेंसी डिटेल्स
राजस्थान पुलिस अधीनस्थ सेवा में पुलिस कॉन्स्टेबल के 3 हजार 578 पदों पर भर्ती की जाएगी। जिसके तहत प्रदेशभर में कॉन्स्टेबल सामान्य, कॉन्स्टेबल चालक, कॉन्स्टेबल बैंड, कॉन्स्टेबल माउण्टेड, कॉन्स्टेबल श्वानदल और कॉन्स्टेबल पुलिस दूर संचार के पदों को भरा जाएगा।
सैलरी
भर्ती में सिलेक्ट होने पर उम्मीदवार को हर महीने 20,800 से 65,900 रुपए तक सैलरी दी जाएगी।
रिटन से पहले होगा फिजिकल
राजस्थान में निकली कॉन्स्टेबल की भर्ती में पहली बार रिटन टेस्ट से पहले फिजिकल कराया जाएगा। फिजिकल के बाद रिटन टेस्ट का आयोजन होगा। इसके फिजिकल पास कर चुके पंद्रह गुना उम्मीदवारों को मौका मिलेगा। इसके बाद डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन के बाद मेरिट के आधार पर पोस्टिंग दी जाएगी।
योग्यता
राजस्थान पुलिस में कॉन्स्टेबल के 3500 से ज्यादा पदों पर निकली भर्ती के लिए बाहरवीं पास उम्मीदवार आवेदन कर सकते है।
RAC और MBC बटालियन (बैंड सहित ) में कॉन्स्टेबल के पदों के लिए न्यूनतम योग्यता 10वीं पास निर्धारित की गई है।
पुलिस दूरसंचार कॉन्स्टेबल के लिए फिजिक्स और मैथ्स के साथ साइंस में 12वीं पास होना जरूरी है।
कॉन्स्टेबल ड्राइवर पद के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार के पास एक साल पहले का बना ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है।
फिजिकल
पुरुष उम्मीदवार के लिए
लंबाई- 168 सेमी
सीना कम से कम बिना फुलाए – 81 सेमी. फुलाकर 86 सेमी
महिला उम्मीदवार के लिए
लंबाई 152 सेमी
वजन कम से कम 47.5 किग्रा
फीस
राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल के पदों के लिए आवेदन करने वाला सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 600 रुपए फीस के रूप में देने होंगे। जबकि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और दिव्यांगजन को 400 रुपए फीस देनी होगी।
आयु सीमा
राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल के पदों के लिए उम्मीदवार की उम्र न्यूनतम 18 साल और अधिकतम 24 साल रखी गई है। उम्मीदवारों की आयु की गणना 2024 के आधार पर की जाएगी। वहीं आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को सरकारी नियम अनुसार अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाएगी।
ऐसे कर सकेंगे पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती 2023 के लिए अप्लाई
सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट जाएं।
इसके बाद रजिस्ट्रेशन लिंक पर क्लिक करें।
पर्सनल डिटेल्स डिटेल्स दर्ज करके सबमिट करें।
लॉग इन करें और फीस जमा करें।
इसके बाद पुलिस कॉन्स्टेबल 2023 का फॉर्म भरें।
डॉक्युमेंट्स अपलोड करें।
इसके बाद फॉर्म की एक प्रति डाउनलोड अपने पास रख लें।
राजस्थान पुलिस कांस्टेबल: पीईटी विवरण 2023 (सामान्य क्षेत्र)
ऊंचाई पुरुष: 168 सीएमएस और महिला: 152 सीएमएस
पुरुष छाती : 81-86 सीएमएस
दौड़: पुरुष: 25 मिनट में 5 किमी | महिला: 35 मिनट में 5 किमी .
राजस्थान पुलिस कांस्टेबल ऑनलाइन फॉर्म 2023 कैसे भरें
पुलिस विभाग राजस्थान ने कांस्टेबल जीडी, कांस्टेबल ड्राइवर, कांस्टेबल टेलीकॉम और कांस्टेबल बैंड और अन्य पदों की भर्ती 2023 जारी की है। उम्मीदवार 07/08/2023 से 27/08/2023 के बीच आवेदन कर सकते हैं।
उम्मीदवार राजस्थान कांस्टेबल परीक्षा भर्ती 2023 में विभिन्न पोस्ट पुलिस 10+2 नौकरियों 2023 में भर्ती आवेदन पत्र को लागू करने से पहले अधिसूचना पढ़ें।
कृपया सभी दस्तावेज़ – पात्रता, आईडी प्रमाण, पता विवरण, मूल विवरण जांचें और एकत्र करें।
कृपया भर्ती फॉर्म से संबंधित तैयार स्कैन दस्तावेज़ – फोटो, हस्ताक्षर, आईडी प्रमाण, आदि।
आवेदन पत्र जमा करने से पहले पूर्वावलोकन और सभी कॉलमों को ध्यानपूर्वक जांच लें।
अंतिम रूप से सबमिट किए गए फॉर्म का प्रिंट आउट ले लें।
इच्छुक उम्मीदवार ऑनलाइन आवेदन करने से पहले राजस्थान कांस्टेबल 2023 अधिसूचना पढ़ सकते हैं
Gold Price Today: 3 अगस्त 2023: आज भारत में सोने के दाम
सोने का भाव
बैंगलोर में सोने की कीमत
चेन्नई में सोने की दर
दिल्ली में सोने की दर
हैदराबाद में सोने की कीमत
मुंबई में सोने का भाव
22 कैरेट
₹54,950
₹47,927
₹55,100
₹54,950
₹54,950
24 कैरेट
₹59,950
₹52,285
₹60,100
₹59,950
₹59,950
Gold Price Today :भारत में सोने के भाव अगर आप सोने में इनवेस्ट करने के बारे में सोच रहे हैं या अपने लिए सोने की ज्वैलरी खरीदना चाहते हैं, तो आपको खरीदारी से पहले आपकी जरूरत वाली सभी महत्वपूर्ण जानकारी यहां मिल सकती है। देश में 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने के लेटेस्ट प्राइसेज देखें और एक समझदारी वाला फैसला करने के लिए इनकी तुलना करें। देश में आज सोने का दाम 24 कैरेट के लिए 59,270 रुपये और 22 कैरेट के लिए 54,290 रुपये है। सभी दामों को आज अपडेट किया गया है और ये इंडस्ट्री के स्टैंडर्ड के अनुसार हैं।
Gold Price Today: 3 अगस्त 2023: आज भारत में 24 कैरेट सोने के दाम
* सोने के दाम मार्केट ट्रेंड्स और इंटरेस्ट रेट्स का संकेत देते हैं। इनमें GST, TCS और अन्य चार्ज शामिल नहीं हैं। लेटेस्ट और सटीक दामों के लिए अपने लोकल ज्वैलर से संपर्क करें। मेकिंग चार्ज लग सकते हैं।
आज भारत में सोने की प्रति ग्राम कीमत क्या है?
मार्केट की स्थिति के आधार पर गोल्ड प्राइस (Gold Price) में बदलाव होता रहता है। विश्वश्नीयता वाली वेबसाइट्स से गोल्ड प्राइस को नियमित तौर पर देखना चाहिए।
गोल्ड प्राइस में बढ़ोतरी या गिरावट का हमेशा सटीक अनुमान लगाना संभव नहीं है। इसके अनुमानित दाम के लिए आप अपने पास के ज्वैलर्स से संपर्क कर सकते हैं। अगर आप आज के गोल्ड प्राइस (Aaj Sone Ka Bhav) पक्का करना चाहते हैं तो ज्वैलरी में किस शुद्धता का सोना लगा है और उसको बनाने में ज्वैलर्स कितना मेकिंग चार्ज लगा रहा है उसको आधार पर टुडे गोल्ड प्राइस का पक्का किया या जाना जा सकता है।
क्या है 24 कैरेट सोने का दाम आज (24 Carat Sone Ka Bhav)?
24 कैरेट गोल्ड को सबसे शुद्ध माना जाता है। शुद्ध सोना या 24 कैरेट गोल्ड 99.9% शुद्धता का संकेत है इसका मतलब ये है की इसमें किसी अन्य मेटल को नहीं मिलाया गया है 24 कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल सोने के सिक्के और गोल्ड बार बनाने में किया जाता है और गोल्ड को कैरेट की तुलना में मापा जाता है। टुडे 24 कैरेट गोल्ड प्राइस (24 Carat Sone Ka Bhav) जानने के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट कर जानकारी ले सकते है।
आज 22 कैरेट सोने का भाव क्या है?
22 कैरेट गोल्ड ज्वैलरी मेकिंग के लिए बेहतर होता है क्यों की यह 24 यह कैरेट गोल्ड की तुलना की कठोर होता है। 22 कैरेट गोल्ड में सिल्वर, निकेल या कोई अन्य मेटल मिला कर ज्वैलरी बनाई जाती है। अन्य मेटल्स की मिक्सिंग से गोल्ड अधिक कड़ा होता है और ज्वैलरी के लिए उपयुक्त रहता है। 22 कैरेट गोल्ड 91.67 प्रतिशत शुद्धता का संकेत है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
सोने में इनवेस्ट करने के विभिन्न तरीके कौन से हैं?
इन्फ्लेशन के खिलाफ सोने को सबसे सुरक्षित फाइनेंशियल टूल्स में से एक माना जाता है और दुनिया भर में इसकी ट्रेडिंग कॉइन, बुलियन, बार, ज्वैलरी, एक्सचेंजों, म्यूचु्अल फंड्स, माइनिंग स्टॉक्स, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF), फ्यूचर एंड ऑप्शंस और डिजिटल सोने के तौर पर होती है।
सबसे शुद्ध सोना कौन सा होता है?
सोने की शुद्धता ‘कैरेट्स’ की स्टैंडर्ड यूनिट में मापी जाती है और इसमें 24 कैरेट सबसे शुद्ध सोना होता है। हालांकि, यह सोना लिक्विड प्रकार में होता है और इसे ज्वैलरी, कॉइन या बार में मोल्ड नहीं किया जा सकता। इसे एक ‘अलॉय’ बनाने के लिए सिल्वर और निकेल जैसे अन्य मेटल्स के साथ मिक्स किया जाता है। उदाहरण के लिए, 22 कैरेट सोने में सोने के 22 पार्ट्स का मिक्स होता है, 91.6% और अन्य मेटल अलॉय के दो पार्ट्स। सोने की शुद्धता जितनी अधिक होती है, सोना उतना ही महंगा होता है।
सोने की हॉलमार्किंग क्या है?
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) की ओर से प्रेशियस मेटल्स की हॉलमार्किंग से सोने की शुद्धता की गारंटी मिलती है। यह खरीदार के साथ ही विक्रेता को क्वालिटी का आश्वासन देती है। देश की स्टैंडर्ड्स संस्था BIS के पास सोने के साथ ही सिल्वर ज्वैलरी के लिए स्टैंडर्डाइज्ड हॉलमार्क सिस्टम है। इस सिस्टम या BIS हॉलमार्किंग को इंटरनेशनल क्राइटेरिया के साथ जोड़ा गया है। हॉलमार्किंग का मुख्य उद्देश्य खरीदारी को मिलावट से सुरक्षित करना और मैन्युफैक्चरर्स को फाइननेस के कानूनी मापदंडों को बरकरार रखने के लिए जवाबदेह बनाना है। सोने की असेइंग सेंटर्स पर जांच की जा ती है।
ज्वैलरी खरीदने से पहले कौन से लोगो को देखना चाहिए?
हॉलमार्किंग वाले सोने पर लेजर से ये डिटेल्स लिखी जाती हैं:
BIS का लोगो
रिटेलर का लोगो
शुद्धता (916, 958 आदि)
सर्टिफिकेशन का वर्ष
असेइंग सेंटर का लोगो
हॉलमार्क वाली सोने की ज्वैलरी के 91.6% शुद्ध होने के बावजूद आपको इसे क्यों खरीदना चाहिए?
हॉलमार्क से शुद्धता की गारंटी मिलती है। जब आप हॉलमार्क या BIS वेरिफाइड सोना खरीदते हैं, तो आपसे केवल सोने के प्रतिशत की कीमत ली जाती है। उदाहरण के लिए, अगर आप 22 कैरेट सोना खरीते हैं, तो आपसे 22K सोने के मौजूदा दाम के अनुसार की कीमत ली जाएगी।
शुद्धता में ‘916 सोना’ का क्या मतलब है?
यह 22 कैरेट सोने का एक अन्य नाम है। इसका इस्तेमाल फाइनल प्रोडक्ट में सोने की शुद्धता को बताने के लिए होता है, जैसे अलॉय के प्रत्येक 100 ग्राम के लिए, इसमें 91.6 ग्राम शुद्ध सोना होता है। 916 सोना ज्वैलरी मेकिंग के लिए बेहतर होता है और इसे BIS की ओर से भी वेरिफाइड किया जाता है। इसी तरह, 958 सोना 23 कैरेट होता है और 750 सोना 18 कैरेट।
KDM गोल्ड क्या है?
KDM गोल्ड 92 प्रतिशत सोना और 8 प्रतिशत कैडमियम का एक अलॉय है। इसे अधिक शुद्धता वाला सोना माना जाता है लेकिन यह BIS की ओर से वेरिफाइड नहीं होता। इसका कारण कैडमियम से कारीगरों को होने वाली स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हैं।
सोने में क्यों इनवेस्ट करना चाहिए?
सोने को ऐतिसाहिक तौर पर इनवेस्टमेंट का एक सुरक्षित और विश्वसनीय एसेट माना जाता है।
इन्फ्लेशन के खिलाफ सोना को एक अच्छा हेज माना जाता है। महंगाई बढ़ने के साथ ही सोने के दाम में भी बढ़ोतरी होती है।
भू-राजनीतिक अस्थिरताओं या वैश्विक संकटों के दौरान, इनवेस्टमेंट के एक सुरक्षित टूल के तौर पर सोने की खरीदारी बढ़ जाती है।
यह पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइ करने का अच्छा जरिया है।
शॉर्ट-टर्म में सोने के दाम में उतार-चढ़ाव हो सकता है लेकिन लॉन्ग-टर्म में इसकी वैल्यू बरकरार रहती है।
इसका वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक महत्व है।
इलेक्ट्रिसिटी का गुड कंडक्टर होने के कारण इसकी डेंटिस्ट्री, हीट शील्ड के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स और गैजेट्स के लिए भी डिमांड है।
शेयर बाजार की आज सपाट शुरुआत: सेंसेक्स 5 अंक ऊपर 66,532 पर खुला, 30 में से 18 शेयरों में बढ़त
शेयर बाजार में आज यानी मंगलवार (1 अगस्त) को फ्लैट ट्रेडिंग देखने को मिल रही है। सेंसेक्स 5 अंक बढ़कर 66,532 पर खुला। इसके साथ ही निफ्टी में भी 29 अंकों का उछाल देखने को मिला. यह 19,784 पर खुला. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 18 में तेजी और 12 में गिरावट है।
आज कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत 100 रुपये कमसरकारी तेल कंपनियों ने आज यानी 1 अगस्त से कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 100 रुपये कम कर दी है। अब दिल्ली में कीमत 1680 रुपये हो गई है. कोलकाता में यह 1802.50 रुपये, मुंबई में 1640.50 रुपये और चेन्नई में 1852.50 रुपये पर बिक रहा है। इससे पहले 4 जुलाई को कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में 7 रुपये की मामूली बढ़ोतरी हुई थी.
वहीं, घरेलू यानी 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दिल्ली में यह सिलेंडर 1103 रुपये में बिक रहा है. मुंबई में इसकी कीमत 1102.50 रुपये और कोलकाता में 1129 रुपये है। आखिरी बार इसकी कीमत 1 मार्च 2023 को 50 रुपये बढ़ाई गई थी.
6.5 करोड़ से ज्यादा लोगों ने दाखिल किया आईटीआरवित्त वर्ष 2022-23 (आकलन वर्ष 2023-24) के लिए आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई को खत्म हो गई। आयकर विभाग के मुताबिक, 31 जुलाई शाम 6 बजे तक 6.50 करोड़ से ज्यादा आईटीआर दाखिल किए गए. इनमें से आखिरी दिन करीब 36.91 लाख आईटीआर दाखिल किए गए।
अगर आप इस समय सीमा से चूक जाते हैं तो आपको रिटर्न दाखिल करने पर जुर्माना देना होगा। यदि व्यक्तिगत करदाता की वार्षिक आय 5 लाख रुपये से अधिक है तो उसे 5000 रुपये विलंब शुल्क देना होगा। यदि करदाता की वार्षिक आय 5 लाख रुपये से कम है तो उसे विलंब शुल्क के रूप में 1000 रुपये का भुगतान करना होगा।
कल शेयर बाजार में दिखी थी तेजीइससे पहले कल यानी सोमवार (31 जुलाई) को शेयर बाजार में तेजी देखी गई थी. सेंसेक्स 367 अंक बढ़कर 66,527 पर बंद हुआ। इसके साथ ही निफ्टी में भी 107 अंकों की बढ़त देखी गई. यह 19,753 पर बंद हुआ. सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 23 में तेजी और 7 में गिरावट रही।
आज से बड़े बदलाव: ITR फाइल करने में लेट फीस, कमर्शियल गैस-सिलेंडर की कीमत में 100 रुपए की कटौती
आज यानी 1 अगस्त से देशभर में कुछ बदलाव हुए हैं. अब आईटीआर फाइल करने के लिए लेट फीस चुकानी होगी. तो वहीं कमर्शियल गैस-सिलेंडर के दाम 100 रुपये कम हो गए हैं. आइए जानते हैं आज से क्या बदलाव हो रहे हैं.
1. आईटीआर दाखिल करने के लिए विलंब शुल्क
वित्तीय वर्ष 2022-23 (आकलन वर्ष 2023-24) के लिए आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई को समाप्त हो गई है। आयकर विभाग के मुताबिक, 31 जुलाई शाम 6 बजे तक 6.50 करोड़ से ज्यादा आईटीआर दाखिल किए गए, जिनमें से करीब 36.91 लाख आईटीआर आखिरी दिन दाखिल किए गए.
अगर आप इस समय सीमा से चूक जाते हैं तो आपको रिटर्न दाखिल करने पर जुर्माना देना होगा। यदि व्यक्तिगत करदाता की वार्षिक आय 5 लाख रुपये से अधिक है तो उसे 5000 रुपये विलंब शुल्क देना होगा। यदि करदाता की वार्षिक आय 5 लाख रुपये से कम है तो उसे विलंब शुल्क के रूप में 1000 रुपये का भुगतान करना होगा।
2. कमर्शियल गैस-सिलेंडर की कीमत में 100 रुपये की कटौती
सरकारी तेल कंपनियों ने आज यानी 1 अगस्त से कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 100 रुपये कम कर दी है। अब दिल्ली में कीमत 1680 रुपये हो गई है. कोलकाता में यह 1802.50 रुपये, मुंबई में 1640.50 रुपये और चेन्नई में 1852.50 रुपये पर बिक रहा है। इससे पहले 4 जुलाई को कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में 7 रुपये की मामूली बढ़ोतरी हुई थी.
वहीं, घरेलू यानी 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दिल्ली में यह सिलेंडर 1103 रुपये में बिक रहा है. मुंबई में इसकी कीमत 1102.50 रुपये और कोलकाता में 1129 रुपये है। आखिरी बार इसकी कीमत 1 मार्च 2023 को 50 रुपये बढ़ाई गई थी.
वित्तीय वर्ष 2022-23 में कीमत रु. पिछले वित्तीय वर्ष में
घरेलू गैस-सिलेंडर की कीमतों में कुल 4 बार बदलाव हुआ है। दिल्ली में इसकी कीमत 949.50 रुपये से बढ़कर 1003 रुपये हो गई है.
7 मई 2022 को कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई, जिससे यह 949.50 रुपये से 999.50 रुपये हो गई।
19 मई 2022 को कीमतों में फिर 2.50 रुपये की बढ़ोतरी की गई. इसके बाद कीमत बढ़कर 1003 रुपये हो गई.
6 जुलाई 2022 को एलपीजी की कीमत 5 रुपये होगी. 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई. इस बढ़ोतरी के बाद कीमत 1053 रुपये हो गई.
1 मार्च 2023 को कीमत में फिर से 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई, जिससे सिलेंडर की कीमत 1103 रुपये हो गई।
जून 2020 से बंद हो गई है एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी
जून 2020 से ज्यादातर लोगों को एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी मिलनी बंद हो गई है। अब सिर्फ उन्हीं लोगों को 200 रुपये की सब्सिडी मिलती है जिन्हें उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडर दिया जाता है। इसके लिए सरकार करीब 6,100 करोड़ रुपये खर्च करती है. जून 2020 में दिल्ली में बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर 593 रुपये में मिलता था, जो अब बढ़कर 1103 रुपये हो गया है.
भारत अपनी घरेलू एलपीजी मांग को कैसे पूरा करता है?
भारत अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए एलपीजी आयात पर निर्भर है। अमेरिका, सऊदी अरब और अन्य मध्य पूर्व देश भारत को एलपीजी निर्यात करते हैं। FY21 और FY23 के बीच औसत सऊदी CP (LPG मूल्य निर्धारण के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानक) $415 प्रति मिलियन टन से बढ़कर $712 प्रति मिलियन टन हो गया।
3. घरेलू कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स बढ़ा
केंद्र सरकार ने आज से घरेलू कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स बढ़ा दिया है. कच्चे पेट्रोलियम पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क (एसएईडी) 1600 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 4250 रुपये प्रति टन कर दिया गया है। डीजल पर विंडफॉल टैक्स पहले के शून्य से बढ़ाकर 1 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। पेट्रोल और एविएशन टर्बाइन फ्यूल पर विंडफॉल टैक्स में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज कोई बदलाव नहीं हुआ। फिलहाल दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. वहीं मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है. वहीं सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
पुणे में एक मंच पर पीएम मोदी और शरद पवार: मोदी को लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित किया गया, पीएम बोले- पुरस्कार राशि गंगा को समर्पित करता हूं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को पुणे में तिलक मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से प्रतिष्ठित तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। खास बात यह रही कि एनसीपी में विपक्ष की एकता और फूट की कवायद के बीच शरद पवार भी कार्यक्रम का हिस्सा बने और पीएम मोदी के साथ मंच पर मौजूद रहे. इस बीच दोनों नेताओं ने एक दूसरे के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली. हालाँकि, लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी दीपक तिलक द्वारा प्रदान किया गया। इस मौके पर पीएम ने कहा कि पुणे की धरती पर ये पुरस्कार पाना मेरे लिए अविस्मरणीय अनुभव है. पीएम मोदी ने पुरस्कार राशि नमामि गंगे योजना को देने की घोषणा की.
पीएम मोदी बोले- लोकमान्य तिलक सम्मान मिलना सौभाग्य की बात
मोदी ने संबोधित करते हुए कहा- आज मैंने दगड़ू सेठ मंदिर में पूजा की. दगड़ू सेठ तिलक के निमंत्रण पर गणेश प्रतिमा की स्थापना में शामिल होने वाले पहले व्यक्ति थे। यह सम्मान अविस्मरणीय है. लोकमान्य तिलक सम्मान एक ऐसी संस्था की ओर से दिया जाने वाला एक बड़ा सम्मान है जो सीधे तौर पर तिलकजी से जुड़ी हुई है। लोकमान्य तिलक सम्मान मिलना सौभाग्य की बात है।
पीएम मोदी ने कहा- देश की आजादी में लोकमान्य तिलक ने जो योगदान दिया आज उसको चंद शब्दों में बयां करना मुश्किल है।
इस मौके पर पीएम ने कहा कि भारत की आजादी के इतिहास में लोकप्रिय तिलक ही सिरमौर हैं। देश की आज़ादी में उनकी भूमिका, उनके योगदान को चंद शब्दों में बयान करना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि मैं यह पुरस्कार 140 करोड़ देशवासियों को समर्पित करता हूं.
पुणे पहुंचने के बाद पीएम मोदी सबसे पहले दगड़ू सेठ मंदिर पहुंचे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एसपी कॉलेज मैदान में लोकमान्य तिलक की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (1 अगस्त) सुबह 11 बजे महाराष्ट्र के पुणे पहुंच गए हैं। सबसे पहले पीएम मोदी ने यहां दगड़ू सेठ मंदिर में गणपति मंदिर में पूजा की. इसके बाद मोदी एसपी कॉलेज मैदान में एक कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. पुणे एयरपोर्ट पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने पीएम का स्वागत किया. इस कार्यक्रम में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे.
आज एक ही मंच पर पीएम के एक तरफ शरद पवार और दूसरी तरफ अजित पवार मौजूद हैं.
पुणे एयरपोर्ट पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने पीएम का स्वागत किया.
पुणे एयरपोर्ट पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने पीएम का स्वागत किया.
पुणे दौरे के दौरान पीएम शहर की नई मेट्रो को हरी झंडी दिखाएंगे. इसके अलावा वह कई विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे. महाराष्ट्र कांग्रेस ने पीएम मोदी के दौरे का विरोध किया है. उन्होंने शहर में कई जगहों पर पीएम वापस जाओ के पोस्टर लगा दिए हैं. पुणे सिटी यूथ कांग्रेस ने पीएम मोदी के दौरे के खिलाफ कई जगहों पर पोस्टर लगाए हैं.
सभी विपक्षी दल कर रहे हैं विरोध शरद का पीएम मोदी के साथ मंच साझा करना
विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेताओं को शरद पवार का पीएम मोदी के साथ मंच साझा करना पसंद नहीं आया. खासतौर पर कांग्रेस नेता इस बात से चिंतित हैं कि मुंबई में विपक्ष की आगामी बैठक से पहले शरद पवार की मोदी के साथ उपस्थिति से गलत संदेश जाएगा। विपक्ष को यह भी संदेह है कि बीजेपी जानबूझकर ऐसा कर रही है ताकि विपक्ष बंटा हुआ दिखे.
पीएम मोदी पुणे मेट्रो के दो कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे
पीएमओ के मुताबिक, पीएम दोपहर 12.45 बजे पुणे मेट्रो के पहले चरण के दो कॉरिडोर पर मेट्रो सेवाओं का उद्घाटन करेंगे. मेट्रो फुगेवाड़ी स्टेशन से सिविल कोर्ट स्टेशन तक और गरवारे कॉलेज स्टेशन से रूबी हॉल क्लिनिक स्टेशन तक चलेगी।
प्रधानमंत्री ने 2016 में इस परियोजना की आधारशिला रखी थी. यह शिवाजी नगर, सिविल कोर्ट, पुणे नगर निगम कार्यालय, पुणे आरटीओ और पुणे रेलवे स्टेशन को पुणे शहर से जोड़ेगा।
सिविल कोर्ट मेट्रो स्टेशन देश के सबसे गहरे भूमिगत मेट्रो स्टेशनों में से एक है, इसका सबसे गहरा भूमिगत बिंदु 33.1 मीटर है। इस स्टेशन की छत को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि सूरज की रोशनी सीधे प्लेटफॉर्म पर पड़ती है।
पीएम मोदी वेस्ट टू पावर प्लांट का करेंगे उद्घाटन
पीएम पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम के अंतर्गत वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का भी उद्घाटन करेंगे। लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह संयंत्र सालाना लगभग 2.5 लाख मीट्रिक टन कचरे का उपयोग करके कचरे से बिजली पैदा करेगा।
पीएम मोदी पीएमएवाई के तहत लोगों को सौंपे जाएंगे घर
इसके अलावा पीएम मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पीसीएमसी द्वारा निर्मित 1,280 घर और पुणे नगर निगम द्वारा निर्मित 2,650 पीएमएवाई घर लाभार्थियों को सौंपेंगे। पीएम पीसीएमसी द्वारा बनाए जाने वाले लगभग 1,190 पीएमएवाई घरों और पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए जाने वाले 6,400 से अधिक घरों की आधारशिला भी रखेंगे।
पीएम मोदी देश के विकास के लिए काम करने वालों को दिया जाता है लोकमान्य पुरस्कार
पीएमओ के मुताबिक, लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने देश की प्रगति और विकास के लिए काम किया है। उनके योगदान को उल्लेखनीय एवं असाधारण के रूप में ही देखा जा सकता है। यह पुरस्कार हर साल 1 अगस्त को लोकमान्य तिलक की पुण्य तिथि पर दिया जाता है।
2021 कोविड के दौरान स्वास्थ्य क्षेत्र में अपनी सेवाओं के लिए डाॅ. यह पुरस्कार साइरस पूनावाला को दिया गया।
प्रधानमंत्री मोदी से पहले यह पुरस्कार पूर्व राष्ट्रपति डॉ. को दिया गया था। शंकर दयाल शर्मा और प्रणब मुखर्जी, पूर्व प्रधानमंत्रियों इंदिरा गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह के अलावा प्रसिद्ध उद्योगपति एनआर नारायणमूर्ति और ‘मेट्रो मैन’ ई श्रीधरन जैसे 40 दिग्गजों को सम्मानित किया गया है।
जॉइन इंडियन एयरफोर्स ने अग्निवीर वायु इंटेक 01/2024 भर्ती के पद पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया है। जो उम्मीदवार निम्नलिखित एयरफोर्स वायु अग्निवीर भर्ती के लिए इच्छुक हैं, वे 27/07/2023 से 17/08/2023 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। भर्ती संबंधी अन्य जानकारी जैसे पाठ्यक्रम, योग्यता, आयु सीमा, सीबीटी परीक्षा, चयन प्रक्रिया के लिए विज्ञापन देखें।
भारतीय वायु सेना अग्निपथ अग्निवीर योजना 2023 से जुड़ें
अग्निवीर वायु सेवन 01/2024 | अधिसूचना का संक्षिप्त विवरण
महत्वपूर्ण तिथियाँ
आवेदन प्रारंभ: 27/07/2023
ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि: 17/08/2023 शाम 5 बजे तक
परीक्षा शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि: 17/08/2023
परीक्षा तिथि: 13/10/2023
प्रवेश पत्र उपलब्ध: परीक्षा से पहले
आवेदन शुल्क
सामान्य / ओबीसी / ईडब्ल्यूएस : 250/-
एससी/एसटी: 25 0/-
परीक्षा शुल्क का भुगतान डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड/नेट बैंकिंग के माध्यम से करें।
भारतीय वायु सेना अग्निवीर: अधिसूचना 01/2024 आयु सीमा विवरण
न्यूनतम आयु : 17.5 वर्ष
अधिकतम आयु : 21 वर्ष
आयु के बीच: 27/06/2003 से 27/12/2006
भारतीय वायु सेना अग्निवीर भर्ती 01/2024 नियमों के अनुसार आयु।
भारतीय वायु सेना अग्निपथ में शामिल हों: प्रवेश 01/2024 रिक्ति विवरण
पोस्ट नाम
कुल
भारतीय वायुसेना अग्निपथ अग्निवीर योजना पात्रता
भारतीय वायुसेना अग्निवीर वायु सेवन 01/2024
ना
विज्ञान विषय पात्रता विवरण:
न्यूनतम 50% अंकों के साथ गणित, भौतिकी और अंग्रेजी के साथ 10+2 इंटरमीडिएट। और अंग्रेजी में 50% अंक। या
न्यूनतम 50% अंकों के साथ इंजीनियरिंग (मैकेनिकल / इलेक्ट्रिकल / इलेक्ट्रॉनिक्स / ऑटोमोबाइल / कंप्यूटर साइंस / इंस्ट्रुमेंटेशन टेक्नोलॉजी / सूचना प्रौद्योगिकी) में 3 साल का डिप्लोमा और डिप्लोमा कोर्स में अंग्रेजी में 50% अंक। या
किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से गैर-व्यावसायिक विषय भौतिकी और गणित के साथ 2 साल का वोकेशन कोर्स, कुल 50% अंक और अंग्रेजी में 50% अंक।
अधिक विवरण अधिसूचना पढ़ें।
अन्य फिर विज्ञान विषय पात्रता:
न्यूनतम 50% अंकों के साथ 10+2 इंटरमीडिएट और अंग्रेजी में 50% अंक। या
अंग्रेजी में न्यूनतम 50% कुल और 50% अंकों के साथ 2 साल का वोकेशन कोर्स।
अधिक जानकारी के लिए अधिसूचना पढ़ें।
अग्निवीर वायु चिकित्सा मानक:
ऊंचाई न्यूनतम: 152.5 सीएमएस
छाती का विस्तार: 5 सीएमएस
अग्निवीर (अग्निपथ) के भारतीय वायुसेना लाभ: सेवन 01/2024
इस अग्निपथ योजना में भारतीय युवा जिनकी उम्र 17.5 से 21 वर्ष के बीच है, आवेदन कर सकते हैं।
अग्निपथ युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सशस्त्र बलों में सेवा करने की अनुमति देगा।
एलआईसी (जीवन बीमा): अग्निवीरों को रुपये का जीवन बीमा कवर प्रदान किया जाएगा। भारतीय वायु सेना में अग्निवीरों के रूप में उनकी सगाई की अवधि के लिए 48 लाख।
अग्निवीर’ कौशल प्रमाणपत्र: समय अवधि पूरी होने के बाद भारतीय वायु सेना द्वारा अग्निवीर को एक कौशल-सेट प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
छुट्टी : वार्षिक: 30 दिन, बीमारी की छुट्टी। चिकित्सा सलाह आधारित.
इस अग्निपथ योजना में हर साल कुछ न कुछ लाभ होगा।
साल
मासिक पैकेज
हाथ में
30% अग्निवीर कॉर्पस फंड
पहला
30,000/-
21,000/-
9,000/-
दूसरा
33,000/-
23,100/-
9,900/-
तीसरा
36,500/-
25,580/-
10,950/-
चौथी
40,000/-
28,000/-
12,000/-
भारतीय वायु सेना में अग्निवीर के रूप में 4 साल के बाद निकास – सेवा निधि पैकेज के रूप में 11.71 लाख रुपये + कौशल प्राप्त प्रमाणपत्र।
25% तक भारतीय वायुसेना के नियमित कैडर में नामांकित किया जाएगा।
कुल रु. 5.02 लाख
इंडियन एयरफोर्स अग्निवीर वायु 01/2024 फॉर्म कैसे भरें
भारतीय वायु सेना ने अग्निवीर वायु इंटेक 01/2024 भर्ती 2023 के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। उम्मीदवार 27/07/2023 से 17/08/2023 के बीच ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
फोटो निर्देश: पासपोर्ट आकार का हालिया रंगीन फोटो ( जून 2023 से पहले नहीं लिया गया ) आकार 10 केबी से 50 केबी ( सिखों को छोड़कर बिना हेड गियर के हल्के बैकग्राउंड में सामने का चित्र)। उम्मीदवार को अपनी छाती के सामने एक काली स्लेट रखकर फोटो खींचनी होगी, जिस पर सफेद चाक से बड़े अक्षर में अपना नाम और फोटो खींचने की तारीख स्पष्ट रूप से लिखी होगी।
उम्मीदवार अग्निवीर वायु इंटेक 02/2023 ऑनलाइन फॉर्म 2023 में भर्ती आवेदन पत्र को लागू करने से पहले अधिसूचना पढ़ें।
कृपया सभी दस्तावेज़ – पात्रता, आईडी प्रमाण, पता विवरण, मूल विवरण जांचें और एकत्र करें।
कृपया भर्ती फॉर्म से संबंधित तैयार स्कैन दस्तावेज़ – फोटो, हस्ताक्षर, आईडी प्रमाण, आदि।
आवेदन पत्र जमा करने से पहले पूर्वावलोकन और सभी कॉलम को ध्यान से जांच लें।
यदि उम्मीदवार को आवेदन शुल्क का भुगतान करना आवश्यक है तो उसे जमा करना होगा। यदि आपके पास आवश्यक आवेदन शुल्क नहीं है तो आपका फॉर्म पूरा नहीं हुआ है।
अंतिम रूप से सबमिट किए गए फॉर्म का प्रिंट आउट ले लें।
RHC Stenographer राजस्थान उच्च न्यायालय आरएचसी, जोधपुर ने स्टेनोग्राफर (हिंदी/अंग्रेजी) ग्रेड II और III पद का विज्ञापन जारी किया है। जो उम्मीदवार इस राजस्थान उच्च न्यायालय आरएचसी स्टेनो परीक्षा 2023 के लिए इच्छुक हैं और पात्रता पूरी करते हैं, वे 01 अगस्त 2023 से 30 अगस्त 2023 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। भर्ती से संबंधित अन्य जानकारी जैसे पाठ्यक्रम, आयु सीमा, योग्यता, वेतनमान और अन्य सभी जानकारी के लिए पढ़ें। विज्ञापन और फिर आवेदन करें।
राजस्थान उच्च न्यायालय, आरएचसी जोधपुर
आरएचसी स्टेनोग्राफर ग्रेड II और III भर्ती 2023
राजस्थान एचसी स्टेनो परीक्षा 2023: अधिसूचना का संक्षिप्त विवरण
महत्वपूर्ण तिथियाँ
आवेदन प्रारंभ : 01/08/2023
ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि: 30/08/2023 शाम 05 बजे तक
परीक्षा शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि : 31/08/2023
परीक्षा तिथि सीबीटी: अनुसूची के अनुसार
प्रवेश पत्र उपलब्ध: परीक्षा से पहले
आवेदन शुल्क
सामान्य/अन्य राज्य : 700/-
ओबीसी/ईडब्ल्यूएस: 550/-
एससी/एसटी/पीएच : 450/-
परीक्षा शुल्क का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग के माध्यम से करें या ऑफ़लाइन भुगतान ई चालान शुल्क मोड के माध्यम से करें।
राजस्थान उच्च न्यायालय स्टेनो अधिसूचना 2023: आयु सीमा 01/01/2024 तक
न्यूनतम आयु : 18 वर्ष.
अधिकतम आयु : 40 वर्ष.
राजस्थान उच्च न्यायालय स्टेनोग्राफर ग्रेड II और III भर्ती नियमों के अनुसार आयु में छूट।
राजस्थान एचसी स्टेनो भर्ती 2023: रिक्ति विवरण कुल: 277 पद
पोस्ट नाम
कुल पोस्ट
राजस्थान उच्च न्यायालय जेपीए पात्रता
स्टेनोग्राफर ग्रेड III (हिंदी): नॉन टीएसपी क्षेत्र 237 पद
स्टेनोग्राफर ग्रेड III (हिंदी): टीएसपी क्षेत्र 10 पद
स्टेनोग्राफर ग्रेड III (अंग्रेजी): नॉन टीएसपी क्षेत्र 16 पद
स्टेनोग्राफर ग्रेड III (अंग्रेजी): टीएसपी क्षेत्र 03 पद
स्टेनोग्राफर ग्रेड II (अंग्रेजी): नॉन टीएसपी क्षेत्र 08 पद
स्टेनोग्राफर ग्रेड II (अंग्रेजी): टीएसपी क्षेत्र 03 पद
277
भारत में किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कला/विज्ञान/वाणिज्य में 10+2 वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा ओ लेवल परीक्षा/सीओपीए/डेटा तैयारी और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के साथ/कंप्यूटर विज्ञान/कंप्यूटर एप्लीकेशन/आरएससीआईटी में डिप्लोमा/कंप्यूटर विज्ञान परीक्षा के साथ 10+2 उत्तीर्ण
कंप्यूटर का बुनियादी ज्ञान.
राजस्थान उच्च न्यायालय स्टेनोग्राफर हिंदी और अंग्रेजी ऑनलाइन फॉर्म 2023 कैसे भरें
राजस्थान उच्च न्यायालय, आरएचसी जोधपुर में स्टेनोग्राफर ग्रेड II और ग्रेड III भर्ती 2023 बैच रिक्तियों के लिए नवीनतम नौकरी भर्ती। उम्मीदवार 01/08/2023 से 30/08/2023 के बीच ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
उम्मीदवार राजस्थान उच्च न्यायालय भर्ती 2023 में भर्ती आवेदन पत्र को लागू करने से पहले अधिसूचना पढ़ें।
कृपया सभी दस्तावेज़ – पात्रता, आईडी प्रमाण, पता विवरण, मूल विवरण जांचें और एकत्र करें।
कृपया भर्ती फॉर्म से संबंधित तैयार स्कैन दस्तावेज़ – फोटो, हस्ताक्षर, आईडी प्रमाण, आदि।
आवेदन पत्र जमा करने से पहले पूर्वावलोकन और सभी कॉलम को ध्यान से जांच लें।
अंतिम रूप से सबमिट किए गए फॉर्म का प्रिंट आउट ले लें।
Gold Price Today अपडेटेड: 1 अगस्त 2023 भारत में आज सोने की कीमतें 22k के लिए ₹ 5,456 प्रति ग्राम हैं, जबकि 24k के लिए कीमतें ₹ 5,956 प्रति ग्राम हैं।
24 कैरेट सोने के दाम (10 ग्राम) :₹ 59,570
22 कैरेट सोने के दाम (10 ग्राम) : ₹ 54,560
Gold Price Today: 1 अगस्त 2023: आज भारत में सोने के दाम
सोने के दाम
बैंगलोर में सोने के दाम
चेन्नई में सोने के दाम
दिल्ली में सोने के दाम
हैदराबाद में सोने के दाम
मुम्बई में सोने के दाम
22 कैरेट
₹55,250
₹47,927
₹55,400
₹55,250
₹55,250
24 कैरेट
₹60,410
₹52,285
₹60,430
₹60,280
₹60,280
Gold Price Today :भारत में सोने के भाव अगर आप सोने में इनवेस्ट करने के बारे में सोच रहे हैं या अपने लिए सोने की ज्वैलरी खरीदना चाहते हैं, तो आपको खरीदारी से पहले आपकी जरूरत वाली सभी महत्वपूर्ण जानकारी यहां मिल सकती है। देश में 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने के लेटेस्ट प्राइसेज देखें और एक समझदारी वाला फैसला करने के लिए इनकी तुलना करें। देश में आज सोने का दाम 24 कैरेट के लिए 59,570 रुपये और 22 कैरेट के लिए 54,456 रुपये है। सभी दामों को आज अपडेट किया गया है और ये इंडस्ट्री के स्टैंडर्ड के अनुसार हैं।
Gold Price Today: 1 अगस्त 2023: आज भारत में 24 कैरेट सोने के दाम
* सोने के दाम मार्केट ट्रेंड्स और इंटरेस्ट रेट्स का संकेत देते हैं। इनमें GST, TCS और अन्य चार्ज शामिल नहीं हैं। लेटेस्ट और सटीक दामों के लिए अपने लोकल ज्वैलर से संपर्क करें। मेकिंग चार्ज लग सकते हैं।
आज भारत में सोने की प्रति ग्राम कीमत क्या है?
मार्केट की स्थिति के आधार पर गोल्ड प्राइस (Gold Price) में बदलाव होता रहता है। विश्वश्नीयता वाली वेबसाइट्स से गोल्ड प्राइस को नियमित तौर पर देखना चाहिए।
गोल्ड प्राइस में बढ़ोतरी या गिरावट का हमेशा सटीक अनुमान लगाना संभव नहीं है। इसके अनुमानित दाम के लिए आप अपने पास के ज्वैलर्स से संपर्क कर सकते हैं। अगर आप आज के गोल्ड प्राइस (Aaj Sone Ka Bhav) पक्का करना चाहते हैं तो ज्वैलरी में किस शुद्धता का सोना लगा है और उसको बनाने में ज्वैलर्स कितना मेकिंग चार्ज लगा रहा है उसको आधार पर टुडे गोल्ड प्राइस का पक्का किया या जाना जा सकता है।
क्या है 24 कैरेट सोने का दाम आज (24 Carat Sone Ka Bhav)?
24 कैरेट गोल्ड को सबसे शुद्ध माना जाता है। शुद्ध सोना या 24 कैरेट गोल्ड 99.9% शुद्धता का संकेत है इसका मतलब ये है की इसमें किसी अन्य मेटल को नहीं मिलाया गया है 24 कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल सोने के सिक्के और गोल्ड बार बनाने में किया जाता है और गोल्ड को कैरेट की तुलना में मापा जाता है। टुडे 24 कैरेट गोल्ड प्राइस (24 Carat Sone Ka Bhav) जानने के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट कर जानकारी ले सकते है।
आज 22 कैरेट सोने का भाव क्या है?
22 कैरेट गोल्ड ज्वैलरी मेकिंग के लिए बेहतर होता है क्यों की यह 24 यह कैरेट गोल्ड की तुलना की कठोर होता है। 22 कैरेट गोल्ड में सिल्वर, निकेल या कोई अन्य मेटल मिला कर ज्वैलरी बनाई जाती है। अन्य मेटल्स की मिक्सिंग से गोल्ड अधिक कड़ा होता है और ज्वैलरी के लिए उपयुक्त रहता है। 22 कैरेट गोल्ड 91.67 प्रतिशत शुद्धता का संकेत है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
सोने में इनवेस्ट करने के विभिन्न तरीके कौन से हैं?
इन्फ्लेशन के खिलाफ सोने को सबसे सुरक्षित फाइनेंशियल टूल्स में से एक माना जाता है और दुनिया भर में इसकी ट्रेडिंग कॉइन, बुलियन, बार, ज्वैलरी, एक्सचेंजों, म्यूचु्अल फंड्स, माइनिंग स्टॉक्स, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF), फ्यूचर एंड ऑप्शंस और डिजिटल सोने के तौर पर होती है।
सबसे शुद्ध सोना कौन सा होता है?
सोने की शुद्धता ‘कैरेट्स’ की स्टैंडर्ड यूनिट में मापी जाती है और इसमें 24 कैरेट सबसे शुद्ध सोना होता है। हालांकि, यह सोना लिक्विड प्रकार में होता है और इसे ज्वैलरी, कॉइन या बार में मोल्ड नहीं किया जा सकता। इसे एक ‘अलॉय’ बनाने के लिए सिल्वर और निकेल जैसे अन्य मेटल्स के साथ मिक्स किया जाता है। उदाहरण के लिए, 22 कैरेट सोने में सोने के 22 पार्ट्स का मिक्स होता है, 91.6% और अन्य मेटल अलॉय के दो पार्ट्स। सोने की शुद्धता जितनी अधिक होती है, सोना उतना ही महंगा होता है।
सोने की हॉलमार्किंग क्या है?
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) की ओर से प्रेशियस मेटल्स की हॉलमार्किंग से सोने की शुद्धता की गारंटी मिलती है। यह खरीदार के साथ ही विक्रेता को क्वालिटी का आश्वासन देती है। देश की स्टैंडर्ड्स संस्था BIS के पास सोने के साथ ही सिल्वर ज्वैलरी के लिए स्टैंडर्डाइज्ड हॉलमार्क सिस्टम है। इस सिस्टम या BIS हॉलमार्किंग को इंटरनेशनल क्राइटेरिया के साथ जोड़ा गया है। हॉलमार्किंग का मुख्य उद्देश्य खरीदारी को मिलावट से सुरक्षित करना और मैन्युफैक्चरर्स को फाइननेस के कानूनी मापदंडों को बरकरार रखने के लिए जवाबदेह बनाना है। सोने की असेइंग सेंटर्स पर जांच की जा ती है।
ज्वैलरी खरीदने से पहले कौन से लोगो को देखना चाहिए?
हॉलमार्किंग वाले सोने पर लेजर से ये डिटेल्स लिखी जाती हैं:
BIS का लोगो
रिटेलर का लोगो
शुद्धता (916, 958 आदि)
सर्टिफिकेशन का वर्ष
असेइंग सेंटर का लोगो
हॉलमार्क वाली सोने की ज्वैलरी के 91.6% शुद्ध होने के बावजूद आपको इसे क्यों खरीदना चाहिए?
हॉलमार्क से शुद्धता की गारंटी मिलती है। जब आप हॉलमार्क या BIS वेरिफाइड सोना खरीदते हैं, तो आपसे केवल सोने के प्रतिशत की कीमत ली जाती है। उदाहरण के लिए, अगर आप 22 कैरेट सोना खरीते हैं, तो आपसे 22K सोने के मौजूदा दाम के अनुसार की कीमत ली जाएगी।
शुद्धता में ‘916 सोना’ का क्या मतलब है?
यह 22 कैरेट सोने का एक अन्य नाम है। इसका इस्तेमाल फाइनल प्रोडक्ट में सोने की शुद्धता को बताने के लिए होता है, जैसे अलॉय के प्रत्येक 100 ग्राम के लिए, इसमें 91.6 ग्राम शुद्ध सोना होता है। 916 सोना ज्वैलरी मेकिंग के लिए बेहतर होता है और इसे BIS की ओर से भी वेरिफाइड किया जाता है। इसी तरह, 958 सोना 23 कैरेट होता है और 750 सोना 18 कैरेट।
KDM गोल्ड क्या है?
KDM गोल्ड 92 प्रतिशत सोना और 8 प्रतिशत कैडमियम का एक अलॉय है। इसे अधिक शुद्धता वाला सोना माना जाता है लेकिन यह BIS की ओर से वेरिफाइड नहीं होता। इसका कारण कैडमियम से कारीगरों को होने वाली स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हैं।
सोने में क्यों इनवेस्ट करना चाहिए?
सोने को ऐतिसाहिक तौर पर इनवेस्टमेंट का एक सुरक्षित और विश्वसनीय एसेट माना जाता है।
इन्फ्लेशन के खिलाफ सोना को एक अच्छा हेज माना जाता है। महंगाई बढ़ने के साथ ही सोने के दाम में भी बढ़ोतरी होती है।
भू-राजनीतिक अस्थिरताओं या वैश्विक संकटों के दौरान, इनवेस्टमेंट के एक सुरक्षित टूल के तौर पर सोने की खरीदारी बढ़ जाती है।
यह पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइ करने का अच्छा जरिया है।
शॉर्ट-टर्म में सोने के दाम में उतार-चढ़ाव हो सकता है लेकिन लॉन्ग-टर्म में इसकी वैल्यू बरकरार रहती है।
इसका वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक महत्व है।
इलेक्ट्रिसिटी का गुड कंडक्टर होने के कारण इसकी डेंटिस्ट्री, हीट शील्ड के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स और गैजेट्स के लिए भी डिमांड है।
Gold Price Today: 29 July 2023: आज भारत में सोने के दाम
सोने के दाम
बैंगलोर में सोने के दाम
चेन्नई में सोने के दाम
दिल्ली में सोने के दाम
हैदराबाद में सोने के दाम
मुम्बई में सोने के दाम
22 कैरेट
₹55,100
₹47,927
₹55,250
₹55,100
₹55,100
24 कैरेट
₹60,110
₹52,285
₹60,260
₹60,110
₹60,110
Gold Price Today :भारत में सोने के भाव अगर आप सोने में इनवेस्ट करने के बारे में सोच रहे हैं या अपने लिए सोने की ज्वैलरी खरीदना चाहते हैं, तो आपको खरीदारी से पहले आपकी जरूरत वाली सभी महत्वपूर्ण जानकारी यहां मिल सकती है। देश में 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने के लेटेस्ट प्राइसेज देखें और एक समझदारी वाला फैसला करने के लिए इनकी तुलना करें। देश में आज सोने का दाम 24 कैरेट के लिए 59,490 रुपये और 22 कैरेट के लिए 54,490 रुपये है। सभी दामों को आज अपडेट किया गया है और ये इंडस्ट्री के स्टैंडर्ड के अनुसार हैं।
Gold Price Today: 29 July 2023: आज भारत में 24 कैरेट सोने के दाम
* सोने के दाम मार्केट ट्रेंड्स और इंटरेस्ट रेट्स का संकेत देते हैं। इनमें GST, TCS और अन्य चार्ज शामिल नहीं हैं। लेटेस्ट और सटीक दामों के लिए अपने लोकल ज्वैलर से संपर्क करें। मेकिंग चार्ज लग सकते हैं।
आज भारत में सोने की प्रति ग्राम कीमत क्या है?
मार्केट की स्थिति के आधार पर गोल्ड प्राइस (Gold Price) में बदलाव होता रहता है। विश्वश्नीयता वाली वेबसाइट्स से गोल्ड प्राइस को नियमित तौर पर देखना चाहिए।
गोल्ड प्राइस में बढ़ोतरी या गिरावट का हमेशा सटीक अनुमान लगाना संभव नहीं है। इसके अनुमानित दाम के लिए आप अपने पास के ज्वैलर्स से संपर्क कर सकते हैं। अगर आप आज के गोल्ड प्राइस (Aaj Sone Ka Bhav) पक्का करना चाहते हैं तो ज्वैलरी में किस शुद्धता का सोना लगा है और उसको बनाने में ज्वैलर्स कितना मेकिंग चार्ज लगा रहा है उसको आधार पर टुडे गोल्ड प्राइस का पक्का किया या जाना जा सकता है।
क्या है 24 कैरेट सोने का दाम आज (24 Carat Sone Ka Bhav)?
24 कैरेट गोल्ड को सबसे शुद्ध माना जाता है। शुद्ध सोना या 24 कैरेट गोल्ड 99.9% शुद्धता का संकेत है इसका मतलब ये है की इसमें किसी अन्य मेटल को नहीं मिलाया गया है 24 कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल सोने के सिक्के और गोल्ड बार बनाने में किया जाता है और गोल्ड को कैरेट की तुलना में मापा जाता है। टुडे 24 कैरेट गोल्ड प्राइस (24 Carat Sone Ka Bhav) जानने के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट कर जानकारी ले सकते है।
आज 22 कैरेट सोने का भाव क्या है?
22 कैरेट गोल्ड ज्वैलरी मेकिंग के लिए बेहतर होता है क्यों की यह 24 यह कैरेट गोल्ड की तुलना की कठोर होता है। 22 कैरेट गोल्ड में सिल्वर, निकेल या कोई अन्य मेटल मिला कर ज्वैलरी बनाई जाती है। अन्य मेटल्स की मिक्सिंग से गोल्ड अधिक कड़ा होता है और ज्वैलरी के लिए उपयुक्त रहता है। 22 कैरेट गोल्ड 91.67 प्रतिशत शुद्धता का संकेत है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
सोने में इनवेस्ट करने के विभिन्न तरीके कौन से हैं?
इन्फ्लेशन के खिलाफ सोने को सबसे सुरक्षित फाइनेंशियल टूल्स में से एक माना जाता है और दुनिया भर में इसकी ट्रेडिंग कॉइन, बुलियन, बार, ज्वैलरी, एक्सचेंजों, म्यूचु्अल फंड्स, माइनिंग स्टॉक्स, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF), फ्यूचर एंड ऑप्शंस और डिजिटल सोने के तौर पर होती है।
सबसे शुद्ध सोना कौन सा होता है?
सोने की शुद्धता ‘कैरेट्स’ की स्टैंडर्ड यूनिट में मापी जाती है और इसमें 24 कैरेट सबसे शुद्ध सोना होता है। हालांकि, यह सोना लिक्विड प्रकार में होता है और इसे ज्वैलरी, कॉइन या बार में मोल्ड नहीं किया जा सकता। इसे एक ‘अलॉय’ बनाने के लिए सिल्वर और निकेल जैसे अन्य मेटल्स के साथ मिक्स किया जाता है। उदाहरण के लिए, 22 कैरेट सोने में सोने के 22 पार्ट्स का मिक्स होता है, 91.6% और अन्य मेटल अलॉय के दो पार्ट्स। सोने की शुद्धता जितनी अधिक होती है, सोना उतना ही महंगा होता है।
सोने की हॉलमार्किंग क्या है?
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) की ओर से प्रेशियस मेटल्स की हॉलमार्किंग से सोने की शुद्धता की गारंटी मिलती है। यह खरीदार के साथ ही विक्रेता को क्वालिटी का आश्वासन देती है। देश की स्टैंडर्ड्स संस्था BIS के पास सोने के साथ ही सिल्वर ज्वैलरी के लिए स्टैंडर्डाइज्ड हॉलमार्क सिस्टम है। इस सिस्टम या BIS हॉलमार्किंग को इंटरनेशनल क्राइटेरिया के साथ जोड़ा गया है। हॉलमार्किंग का मुख्य उद्देश्य खरीदारी को मिलावट से सुरक्षित करना और मैन्युफैक्चरर्स को फाइननेस के कानूनी मापदंडों को बरकरार रखने के लिए जवाबदेह बनाना है। सोने की असेइंग सेंटर्स पर जांच की जा ती है।
ज्वैलरी खरीदने से पहले कौन से लोगो को देखना चाहिए?
हॉलमार्किंग वाले सोने पर लेजर से ये डिटेल्स लिखी जाती हैं:
BIS का लोगो
रिटेलर का लोगो
शुद्धता (916, 958 आदि)
सर्टिफिकेशन का वर्ष
असेइंग सेंटर का लोगो
हॉलमार्क वाली सोने की ज्वैलरी के 91.6% शुद्ध होने के बावजूद आपको इसे क्यों खरीदना चाहिए?
हॉलमार्क से शुद्धता की गारंटी मिलती है। जब आप हॉलमार्क या BIS वेरिफाइड सोना खरीदते हैं, तो आपसे केवल सोने के प्रतिशत की कीमत ली जाती है। उदाहरण के लिए, अगर आप 22 कैरेट सोना खरीते हैं, तो आपसे 22K सोने के मौजूदा दाम के अनुसार की कीमत ली जाएगी।
शुद्धता में ‘916 सोना’ का क्या मतलब है?
यह 22 कैरेट सोने का एक अन्य नाम है। इसका इस्तेमाल फाइनल प्रोडक्ट में सोने की शुद्धता को बताने के लिए होता है, जैसे अलॉय के प्रत्येक 100 ग्राम के लिए, इसमें 91.6 ग्राम शुद्ध सोना होता है। 916 सोना ज्वैलरी मेकिंग के लिए बेहतर होता है और इसे BIS की ओर से भी वेरिफाइड किया जाता है। इसी तरह, 958 सोना 23 कैरेट होता है और 750 सोना 18 कैरेट।
KDM गोल्ड क्या है?
KDM गोल्ड 92 प्रतिशत सोना और 8 प्रतिशत कैडमियम का एक अलॉय है। इसे अधिक शुद्धता वाला सोना माना जाता है लेकिन यह BIS की ओर से वेरिफाइड नहीं होता। इसका कारण कैडमियम से कारीगरों को होने वाली स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हैं।
सोने में क्यों इनवेस्ट करना चाहिए?
सोने को ऐतिसाहिक तौर पर इनवेस्टमेंट का एक सुरक्षित और विश्वसनीय एसेट माना जाता है।
इन्फ्लेशन के खिलाफ सोना को एक अच्छा हेज माना जाता है। महंगाई बढ़ने के साथ ही सोने के दाम में भी बढ़ोतरी होती है।
भू-राजनीतिक अस्थिरताओं या वैश्विक संकटों के दौरान, इनवेस्टमेंट के एक सुरक्षित टूल के तौर पर सोने की खरीदारी बढ़ जाती है।
यह पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइ करने का अच्छा जरिया है।
शॉर्ट-टर्म में सोने के दाम में उतार-चढ़ाव हो सकता है लेकिन लॉन्ग-टर्म में इसकी वैल्यू बरकरार रहती है।
इसका वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक महत्व है।
इलेक्ट्रिसिटी का गुड कंडक्टर होने के कारण इसकी डेंटिस्ट्री, हीट शील्ड के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स और गैजेट्स के लिए भी डिमांड है।
मानेकबाग में पुलिस-लोगों ने पीछा कर पकड़ा, आरोपी ज़िला परिषद सदस्य हैं
न्यूज़ नेटवर्क अहमदाबाद/जालोर. जालोर के एक कांग्रेस नेता को शराब के नशे में धूत होकर BMW कार को अहमदाबाद में तेज गति से दौड़ाना भारी पड़ गया। घटना बुधवार देर रात की हैं। मूलतः सांचौर के हेमागुड़ा निवासी कांग्रेस नेता कमलेश साहू (40) को कार समेत पकड़ा हैं। आरोपी साहू वर्तमान में जालोर के ज़िला परिषद सदस्य भी हैं। जानकारी के अनुसार कमलेश अहमदाबाद के बीमडब्ल्यू लेकर पकवान चार रास्ता से निकला। सड़क पर नाकाबंदी
कर रही पुलिस ने जब कार को रोकने की कोशिश की तो कारोबारी ने पूरी रफ्तार से कार दौड़ा दी और जज बंगले की तरफ चला गया और वहां भी उसने डिवाइडर तोड़ दिया और केशवबाग होते हुए माणेकबाग पहुंच गया। लगभग 10 किमी तक बीएमडब्ल्यू का पीछा करने के बाद आखिरकार पुलिस ने माणेकबाग पोस्ट ऑफिस के पास बीएमडब्ल्यू कार को पकड़ लिया। पुलिस ने चालक कमलेश को नशे के हालात में गिरफ़्तार कर लिया। पूछताछ में कमलेश ने बताया कि बीयर पीकर राजस्थान से कार से अहमदाबाद आया। पुलिस ने उसके खिलाफ 2 अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। कमलेश का अहमदाबाद में व्यापार भी हैं।
जालोर समेत प्रदेश की ताजा ख़बरों के लिया डाउनलोड करे मेरा जालोर ऐपhttps://play.google.com/store/apps/details?id=com.jalore.merajaloreजज बंगले के पास टूटा डिवाइडर
फुल स्पीड में बीएमडब्ल्यू लेकर निकले कारोबारी की कार का अगला बंपर टूट गया। पुलिस पीछा कर
रही थी तो कुछ वाहन चालकों ने भी यह सोच कर उसका पीछा किया कि कार में कोई अपराधी है। पुलिस की नाकाबंदी तोड़ कर निकली बीएमडब्ल्यू कार को आखिरकार माणेकबाग पोस्ट ऑफिस के पास पकड़ लिया गया। ड्राइवर ने इस हद तक शराब पी रखी थी कि उसे किसी से बात करने का भी होश नहीं रहा, इसलिए वह कार के पास ही गिर पड़ा। कमलेश ने पुलिस के सामने कबूल किया कि वह 4 दिनों तक राजस्थान में था और वहां उसने बीयर पी थी।
राजस्थान की अंजू ने पाकिस्तान में जाकर की दोबारा शादी उसने फेसबुक दोस्त से कोर्ट मैरिज के लिए इस्लाम अपनाया; नया नाम रखा फातिमा
अलवर से अपने प्रेमी के पास पहुंचने वाली अंजू ने पाकिस्तान में इस्लाम कबूल कर उसके साथ शादी कर ली। इस्लाम अपनाने के बाद उन्होंने अपना नाम बदलकर फातिमा रख लिया। यह दावा समाचार एजेंसी पीटीआई ने किया है. दोनों ने पेशावर की एक स्थानीय अदालत में एक-दूसरे से शादी कर ली है।
34 साल की अंजू फिलहाल अपने बॉयफ्रेंड 29 साल के नसरुल्लाह के साथ पाकिस्तान में रहती हैं। 2019 में दोनों फेसबुक पर दोस्त बने। अंजू की यह दूसरी शादी है, वह दो बच्चों की मां भी हैं।
पीटीआई ने मोहरार सिटी पुलिस स्टेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी का हवाला देते हुए दावा किया कि अंजू और नसरुल्ला, जिन्होंने शादी कर ली है, कई पुलिस अधिकारियों, वकीलों और नसरुल्ला के परिवार के सदस्यों के साथ हिरण बाला जिला अदालत पहुंचे।
पीटीआई ने मलकंद डिविजन के DIG नासिर महमूद सत्ती के हवाले से बताया कि दोनों शादीशुदा हैं। उन्होंने बताया कि शादी के बाद अंजू को पुलिस सुरक्षा में एक घर में शिफ्ट कर दिया गया है.
अंजू मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं अंजू, 2007 में शादी हुई और
प्यार की खातिर पाकिस्तान आ गईं अंजू के पति अरविंद ने बताया कि उनका परिवार मूल रूप से बलिया (यूपी) का रहने वाला है। पत्नी अंजू ग्वालियर (मध्य प्रदेश) की रहने वाली हैं। दोनों ने 2007 में शादी कर ली. अरविंद पृष्ठभूमि से ईसाई हैं, जबकि अंजू के पिता ने उनकी शादी से कुछ साल पहले ईसाई धर्म अपना लिया था।
अंजू के परिवार ने छोड़ा घर, फ्लैट पर लगा था ताला
इस मामले में अंजू के परिवार को कई सवालों का सामना करना पड़ रहा है। पति से लेकर बच्चों तक के लिए उन्हें कई बार पुलिस का सामना करना पड़ा है। अंजू का पूरा परिवार सोमवार दोपहर 1 बजे से घर से गायब है. अंजुना के फ्लैट पर ताला लगा हुआ है. अंजू के पति और बच्चे के बारे में सोसायटी के लोग और गार्ड कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। पुलिस भी इनके बारे में कुछ नहीं बता रही है। कह सकती.
राजस्थान के अलवर से पाकिस्तान जाने वाली अंजू के पास हलफनामा है।
अंजू के शपथ पत्र का विवरण…
भारत, अलवर के भिवाड़ी में स्थित टावर टेरा एलिगेंस, फ्लैट नंबर 704, अंजू पुत्री गया प्रसाद। मेरा पहले नाम अंजू था।
मैं ईसाई था. मैंने बिना किसी दबाव के स्वेच्छा से इस्लाम कबूल कर लिया।’ इसके लिए मैं अपने देश भारत से यहां पाकिस्तान आया हूं।’ मैंने 10 तोले सोने के दहेज के बदले में शरिया के अनुसार गवाहों की उपस्थिति में स्वेच्छा से नसरुल्लाह से शादी की है। नसरुल्लाह मेरे वैध पति हैं। मैंने अपनी इच्छा और मंशा के अनुसार उपरोक्त नसरुल्लाह से शादी कर ली है। मेरा यह कथन सत्य है. इस मामले में कुछ भी छिपा हुआ नहीं है.’
अंजू पाकिस्तान जाने के लिए अंजू ने बोले थे सात झूठ
हाल ही में पाकिस्तान से भारत आईं सीमा हैदर के बाद भारत से पाकिस्तान गईं अंजू की लव स्टोरी चर्चा में है। सीमा हैदर अपने प्रेमी सचिन से मिलने के लिए नोएडा आई थी, जबकि अंजू अपने कथित प्रेमी नसरुल्ला से मिलने के लिए राजस्थान के अलवर से पाकिस्तान पहुंची थी। वह वर्तमान में पाकिस्तान के दीर बाला में नसरुल्लाह के घर पर रहता है।
पुलिस से लेकर आईबी तक ने सीमा हैदर के भारत आने की जो कहानी बताई, उसकी परतें अभी खुलनी बाकी हैं। सीमा और अंजू की कहानियों में सबसे बड़ी समानता झूठ है. भास्कर ने जब अंजू की कहानी की पड़ताल शुरू की तो सामने आया कि दोनों ही मामलों में सीमा लांघने के लिए कई झूठ बोले गए।
सीमा और अंजू की कहानी में सबसे बड़ा अंतर यह है कि अंजू ने कानूनी रूप से वीजा लेकर पाकिस्तान जाने का फैसला किया था। इसके लिए उन्हें दो साल तक इंतजार करना पड़ा.
ये अंजू और नसरुल्लाह की पासपोर्ट फोटो है. अंजू वीजा लेकर पाकिस्तान गई है और वहां नसरुल्ला के घर पर रह रही है।
सीमा और अंजू की कहानी में सबसे बड़ा अंतर
यह है कि अंजू ने कानूनी रूप से वीजा लेकर पाकिस्तान जाने का फैसला किया था। इसके लिए उन्हें दो साल तक इंतजार करना पड़ा.
20 जुलाई को अंजू अपने घर से निकल गई।
पति ने पूछा – ‘कहां जा रही हो? जवाब मिला- जयपुर. यह उसका पहला झूठ था. वह जयपुर नहीं बल्कि दिल्ली जा रही थी. पति का दूसरा सवाल था- ‘जयपुर में क्या काम है? जवाब मिला- किसी दोस्त से मिलने. यह उसका दूसरा झूठ था, क्योंकि जयपुर में उसका कोई दोस्त नहीं था। अंजू अपने पति से जयपुर में अपनी सहेली से मिलने की बात कहकर दिल्ली चली गई।
उसके पति अरविंद कह रहे हैं कि मेरी पत्नी मुझसे झूठ बोलकर भिवाड़ी से पाकिस्तान पहुंच गई. 22 जुलाई तक उसकी पत्नी व्हाट्सएप पर बात करती रही, लेकिन उसे पता नहीं चलने दिया कि वह कहां है।”
अंजू पाकिस्तान पहुंच गई थीं. इसकी भनक परिवार समेत किसी को नहीं लगी। इसी बीच मीडिया में खबर आई कि राजस्थान की एक महिला अपने प्रेमी से मिलने पाकिस्तान पहुंच गई है. यह वहाँ था। जब इसकी जानकारी भिवाड़ी में अंजू के पति अरविंद को हुई तो उसने अंजू को व्हाट्सएप पर कॉल किया। उसने अंजू से पूछा- कहां हो? जवाब मिला- मैं अपने दोस्त के साथ लाहौर में हूं.
अंजू ने यहां दो झूठ बोले – पहला कि वह लाहौर में थी और दूसरा कि वह एक दोस्त के घर पर थी, जब 22 जुलाई को नसरुल्ला उसे पाकिस्तान “के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के दिर बाला जिले में अपने घर ले गए।”
अंजू भिवाड़ी में एक निजी कंपनी में डाटा ऑपरेटर के पद पर कार्यरत थी। एक प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए उन्हें नौकरी मिल गई. वह केवल प्लेसमेंट एजेंसी को ही छुट्टी के लिए आवेदन करती थी। वह पाकिस्तान जाने के लिए छुट्टी चाहता था. वह अच्छी तरह जानती थी कि उचित कारण बताने से समस्याएँ पैदा हो सकती हैं। इसीलिए उसने छुट्टी के लिए भी झूठ बोला. उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी बहन से मिलने गोवा जाना है.
इसके लिए भास्कर ने प्लेसमेंट एजेंसी के मैनेजर अशोक चौधरी से बात की। उन्होंने कहा कि अंजू को पिछले साल जून में उनकी एजेंसी ने नौकरी पर रखा था। 14 जुलाई को उसने गोवा जाने की बात कहकर 10 दिन की छुट्टी ले ली। इसके मुताबिक, उसे 24 जुलाई को वापस लौटना था, लेकिन वह नहीं आई। अंजू की बहन गोवा में रियल एस्टेट का काम करती है। उन्होंने एक साल पहले बेंगलुरु के एक बिजनेसमैन से लव मैरिज की थी।
रविवार देर रात अंजू के पति से व्हाट्सएप पर बात हुई। इसी बीच दोनों ने एक-दूसरे के बारे में जानकारी मांगी. इसके बाद अरविंद ने अंजू से पूछा कि भिवाड़ी आने का आपका क्या प्लान है. इस पर अंजू ने अपने पति को मीडिया से दूर रहने की सलाह दी और कहा, कुछ मत करो, इससे मेरे लिए परेशानी खड़ी हो जाएगी.
अंजू ने तब भी झूठ बोला था कि वह अपनी दोस्त से मिलने के लिए वहां आई थी। जब उनके पति ने पूछा कि ये सब मीडिया में क्या चल रहा है, क्या तुम वहां शादी कर रही हो? पूछने पर अंजू ने अपने पति को बोला की हमें दोनों की बीच में ऐसा कुछ नहीं है
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपने पति से शादी से इनकार करने वाली अंजू ने रविवार को पाकिस्तान में स्थानीय पत्रकारों से कहा कि वह नसरुल्लाह से प्यार करती है। अंजू ने कहा कि उनकी पहली बार फेसबुक पर बात हुई और उनकी दोस्ती गहरे प्यार में बदल गई, जिसके बाद उन्होंने अपना देश छोड़कर पाकिस्तान जाने का फैसला किया। वे वे एक-दूसरे से प्यार करते हैं और शादी करना चाहते हैं।
मीडिया सूत्रों के मुताबिक, नसरुल्ला और अंजू दोनों ने पाकिस्तान में पुलिस को बताया कि वे एक-दूसरे से प्यार करते थे। शादी करना चाहती है इसलिए वह उससे मिलने पाकिस्तान आई है. वहीं, अंजू ने पुलिस को खुद को ईसाई तलाकशुदा बताया।
पाकिस्तान जाने के लिए वीजा के लिए आवेदन करते समय अंजू ने अंग्रेजी में कारण लिखा, ‘विजिट वीजा टू कम टू पाकिस्तान फॉर मैरिज’ यानी पाकिस्तान में शादी के लिए विजिट वीजा। इसके साथ ही उन्होंने वीजा में अपना पेशा होटल मैनेजर बताया है.
अंजुन को पाकिस्तान ने होटल प्रबंधक के रूप में अपना व्यवसाय सूचीबद्ध करते हुए वीजा दिया था। नीचे लिखा है कि आने की वजह शादी है.
दिल्ली-NCR में भारी बारिश: राजस्थान में नदी के पुल पर फंसे दो युवक; नोएडा-कर्नाटक में अलर्ट के बाद स्कूल-कॉलेज बंद
मौसम अपडेट -दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह से ही विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश हो रही है। राजधानी दिल्ली के मंडी हाउस से लेकर रिंग रोड और नोएडा के कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है।
कल तेज बारिश के कारण राजस्थान के उदयपुर के मोरवानिया में नदी के पुल पर दो युवक भारी पानी में फंस गए. वे मोटरसाइकिल की मदद से पुल पार करने की कोशिश कर रहे थे. क्रेन की मदद से उसे बचाया गया।
दक्षिणी राज्यों कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में बारिश के कारण अचानक बाढ़ आ गई है। तेलंगाना के महबूबनगर में मंगलवार शाम दो किशोरियां नहर में फंस गईं।
खतरनाक स्थिति के कारण इन राज्यों में खतरे वाले क्षेत्रों में स्थित सभी स्कूलों और कॉलेजों में बुधवार और गुरुवार को छुट्टी घोषित कर दी गई है।
मौसम विभाग ने आज महाराष्ट्र, गोवा, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भारी बारिश और तूफान का रेड अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, गोवा समेत 22 से अधिक राज्यों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है।
उत्तराखंड में 600 किमी लंबी बारहमासी सड़क में से 250 किमी पर भूस्खलन के कारण यातायात बाधित हो गया है। बदरीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री में 10-15 हजार की जगह रोजाना एक हजार श्रद्धालु ही पहुंच रहे हैं।
मौसम अपडेट -केसा रहेेगा मौसम अगले 24 घंटे तक
इन राज्यों में होगी भारी बारिश: जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश।
इन राज्यों में होगी हल्की बारिश: झारखंड और मेघालय में बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश हो सकती है.
मौसम अपडेट -आज का मौसम संबंधी अन्य अपडेट…
दक्षिण और तटीय ओडिशा के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। मछुआरों को 27 जुलाई तक तट पर न जाने की सलाह दी गई है.
महाराष्ट्र के राजगढ़ में भारी बारिश की आशंका के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है. 26 जुलाई को सभी स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है.
बाढ़ के आने की संभावना के कारण अधिकारियों ने विशेष सतर्कता बरतते हुए तटीय कर्नाटक के शैक्षणिक संस्थानों, स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी
RSMSSB Rajasthan ANM & GNM Recruitment 2023 राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड आरएसएमएसएसबी ने महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता (स्वास्थ्य कार्यकर्ता) एएनएम और स्टाफ नर्स जीएनएम पद का विज्ञापन जारी किया है। जो उम्मीदवार इस एएनएम और जीएनएम विज्ञापन संख्या 03/2023 और 04/2023 में रुचि रखते हैं, वे पात्रता पूरी करते हैं, वे 10 जुलाई 2023 से 08 अगस्त 2023 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। भर्ती से संबंधित अन्य जानकारी जैसे पाठ्यक्रम, आयु सीमा, योग्यता, वेतनमान और अन्य सभी जानकारी के लिए विज्ञापन पढ़ें और फिर आवेदन करें।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (आरएसएसबी) | RSMSSB
आरएसएमएसएसबी राजस्थान एएनएम और जीएनएम भर्ती 2023
राजस्थान एएनएम और जीएनएम विज्ञापन संख्या: 03/2023 और 04/2023 अधिसूचना का संक्षिप्त विवरण
महत्वपूर्ण तिथियाँ
आवेदन प्रारंभ: 10/07/2023
ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि: 08/08/2023
परीक्षा शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि: 08/08/2023
परीक्षा तिथि: अनुसूची के अनुसार
प्रवेश पत्र उपलब्ध: परीक्षा से पहले
आवेदन शुल्क
सामान्य/ओबीसी: 600/-
ओबीसी एनसीएल: 400/-
एससी/एसटी: 400/-
सुधार शुल्क : 300/-
परीक्षा शुल्क का भुगतान ईमित्र सीएससी सेंटर, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग के माध्यम से करें।
आरएसएमएसएसबी जीएनएम और एएनएम अधिसूचना 2023: आयु सीमा 01/01/2024 तक
न्यूनतम आयु : 21 वर्ष
अधिकतम आयु : 40 वर्ष
आरएसएसबी एएनएम और जीएनएम परीक्षा 2023 भर्ती नियमों के अनुसार आयु में अतिरिक्त छूट ।
राजस्थान एएनएम/जीएनएम भर्ती परीक्षा 2023: रिक्ति विवरण कुल: 3646 पद
पोस्ट नाम
क्षेत्र
कुल
आरएसएसबी जूनियर अकाउंटेंट पात्रता
महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) एएनएम
नॉन टीएसपी
1865
केवल महिला के लिए
कक्षा 10वीं के साथ एएनएम/स्वास्थ्य कार्यकर्ता परीक्षा उत्तीर्ण और राजस्थान नर्सिंग काउंसिल में बी ग्रेड नर्स के रूप में पंजीकरण
देवनागरी लिपि और राजस्थानी संस्कृति का ज्ञान।
अधिक जानकारी के लिए अधिसूचना पढ़ें।
चम्मच
193
स्टाफ नर्स जीएनएम
नॉन टीएसपी
1400
राजस्थान नर्सिंग काउंसिल आरएनसी में पंजीकरण के साथ जीएनएम कोर्स
अधिक जानकारी के लिए अधिसूचना पढ़ें।
चम्मच
188
कैसे भरें: राजस्थान आरएसएमएसएसबी एएनएम और जीएनएम भर्ती ऑनलाइन फॉर्म 2023
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड आरएसएमएसएसबी महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एएनएम और स्टाफ नर्स जीएनएम विज्ञापन संख्या 03/2023 और 04/2023 भर्ती 2023। उम्मीदवार 10 जुलाई 2023 से 08 अगस्त 2023 के बीच आवेदन कर सकते हैं।
उम्मीदवार आरएसएमएसएसबी में भर्ती आवेदन पत्र भरने से पहले अधिसूचना पढ़ें, एएनएम / जीएनएम रिक्ति 2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन करें।
कृपया सभी दस्तावेज़ – पात्रता, आईडी प्रमाण, पता विवरण, मूल विवरण जांचें और एकत्र करें।
कृपया भर्ती फॉर्म से संबंधित तैयार स्कैन दस्तावेज़ – फोटो, हस्ताक्षर, आईडी प्रमाण, आदि।
आवेदन पत्र जमा करने से पहले पूर्वावलोकन और सभी कॉलम को ध्यान से जांच लें।
अंतिम रूप से सबमिट किए गए फॉर्म का प्रिंट आउट ले लें।
राजस्थान हाउसिंग बोर्ड आरएचबी ने जूनियर असिस्टेंट, जूनियर अकाउंटेंट, जेएलओ, कंप्यूटर ऑपरेटर, डीईओ, प्रोजेक्ट इंजीनियर विभिन्न पदों का विज्ञापन जारी किया है। जो उम्मीदवार इस राजस्थान हाउसिंग बोर्ड विभिन्न पद परीक्षा 2023 के लिए इच्छुक हैं और पात्रता पूरी करते हैं, वे 19 जुलाई 2023 से 18 अगस्त 2023 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। भर्ती से संबंधित अन्य जानकारी जैसे पाठ्यक्रम, आयु सीमा, योग्यता, वेतनमान और अन्य सभी जानकारी के लिए विज्ञापन पढ़ें और फिर आवेदन करें।
राजस्थान हाउसिंग बोर्ड (आरएचबी)
आरएचबी विभिन्न पद भर्ती 2023
राजस्थान एचबी भर्ती 2023: अधिसूचना का संक्षिप्त विवरण
महत्वपूर्ण तिथियाँ
आवेदन प्रारंभ : 19/07/2023
ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि: 18/08/2023
परीक्षा शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि : 18/08/2023
परीक्षा तिथि सीबीटी: अनुसूची के अनुसार
प्रवेश पत्र उपलब्ध: परीक्षा से पहले
आवेदन शुल्क
सामान्य/अन्य राज्य : 975/-
ओबीसी / ईडब्ल्यूएस: 875/-
एससी/एसटी/पीएच : 775/-
परीक्षा शुल्क का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग के माध्यम से करें या ऑफ़लाइन भुगतान ई चालान शुल्क मोड के माध्यम से करें।
आरएचबी विभिन्न पद अधिसूचना 2023: आयु सीमा 01/01/2024 तक
न्यूनतम आयु : 18 वर्ष.
अधिकतम आयु : 40 वर्ष.
राजस्थान हाउसिंग बोर्ड आरएचबी भर्ती नियमों के अनुसार आयु में छूट।
राजस्थान हाउसिंग बोर्ड परीक्षा 2023: रिक्ति विवरण कुल: 258 पद
पोस्ट नाम
कुल पोस्ट
राजस्थान हाउसिंग बोर्ड विभिन्न पद पात्रता
कनिष्ठ सहायक
50
कंप्यूटर साइंस / कंप्यूटर एप्लीकेशन / आरएससीआईटी में ओ लेवल सर्टिफिकेट / सीओपीए / डिप्लोमा के साथ 10+2 इंटरमीडिएट।
अधिक पात्रता विवरण अधिसूचना पढ़ें
जूनियर लेखाकार
50
बैचलर डिग्री या सीएस या सीए और ओ लेवल सर्टिफिकेट / सीओपीए / डिग्री / कंप्यूटर साइंस / आईटी / आरएससीआईटी में डिप्लोमा।
अधिक पात्रता विवरण अधिसूचना पढ़ें
कनिष्ठ कानूनी अधिकारी जेएलओ (कानूनी सहायक)
09
भारत में किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक की डिग्री।
जूनियर ड्राफ्ट्समैन
10
सिविल ड्राफ्ट्समैनशिप में तीन वर्षीय पॉलिटेक्निक डिप्लोमा / सिविल में ड्राफ्ट्समैनशिप सर्टिफिकेट।
वरिष्ठ ड्राफ्ट्समैन
04
आर्किटेक्चर में 10+2 इंटरमीडिएट / आर्किटेक्चर असिस्टेंटशिप या सिविल ड्राफ्ट्समैनशिप में 3 साल का पॉलिटेक्निक डिप्लोमा / 3 साल के अनुभव के साथ सिविल ड्राफ्ट्समैनशिप में सर्टिफिकेट।
अधिक पात्रता अधिसूचना पढ़ें।
कंप्यूटर ऑपरेटर
06
कंप्यूटर साइंस / इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन / आईटी में बीई / बीटेक डिग्री या कंप्यूटर एप्लीकेशन में डिप्लोमा या ए लेवल सर्टिफिकेट और 2 साल का अनुभव
अधिक पात्रता अधिसूचना पढ़ें।
डाटा एंट्री ऑपरेटर डीईओ
18
कंप्यूटर विज्ञान/कंप्यूटर इंजीनियरिंग/कंप्यूटर अनुप्रयोग/कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग या इलेक्ट्रॉनिक्स या इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार या आईटी में स्नातक डिग्री या उच्च डिग्री।
अधिक पात्रता अधिसूचना पढ़ें।
प्रोजेक्ट इंजीनियर सिविल डिग्री
40
भारत में किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से सिविल इंजीनियरिंग में बीई/बीटेक डिग्री।
प्रोजेक्ट इंजीनियर सिविल डिप्लोमा
60
भारत में किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा।
प्रोजेक्ट इंजीनियर इलेक्ट्रिकल डिग्री
11
भारत में किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीई/बीटेक डिग्री।
राजस्थान हाउसिंग बोर्ड विभिन्न पद ऑनलाइन फॉर्म 2023 कैसे भरें
राजस्थान हाउसिंग बोर्ड आरएचबी विभिन्न पद प्रोजेक्ट इंजीनियर, डीईओ, जूनियर असिस्टेंट और अन्य पद भर्ती 2023 बैच रिक्तियों के लिए नवीनतम नौकरी भर्ती। उम्मीदवार 19/07/2023 से 18/08/2023 के बीच ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
उम्मीदवार राजस्थान हाउसिंग बोर्ड आरएचबी भर्ती 2023 में भर्ती आवेदन पत्र को लागू करने से पहले अधिसूचना पढ़ें।
कृपया सभी दस्तावेज़ – पात्रता, आईडी प्रमाण, पता विवरण, मूल विवरण जांचें और एकत्र करें।
कृपया भर्ती फॉर्म से संबंधित तैयार स्कैन दस्तावेज़ – फोटो, हस्ताक्षर, आईडी प्रमाण, आदि।
आवेदन पत्र जमा करने से पहले पूर्वावलोकन और सभी कॉलम को ध्यान से जांच लें।
अंतिम रूप से सबमिट किए गए फॉर्म का प्रिंट आउट ले लें।
पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) – राजस्थान हाउसिंग बोर्ड (आरएचबी) भर्ती 2023:
प्रश्न 1: राजस्थान हाउसिंग बोर्ड भर्ती 2023 के लिए कितने पद खाली हैं?
उत्तर: राजस्थान हाउसिंग बोर्ड भर्ती 2023 में विभिन्न 258 पद खाली हैं।
प्रश्न 2: ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि क्या है?
उत्तर: राजस्थान हाउसिंग बोर्ड भर्ती 2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि वेबसाइट पर सूचित की गई है। आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अधिक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
प्रश्न 3: भर्ती के लिए योग्यता और आवश्यक योग्यता क्या है?
उत्तर: राजस्थान हाउसिंग बोर्ड भर्ती 2023 के लिए योग्यता और आवश्यक योग्यता के संबंध में जानकारी विज्ञापन में उपलब्ध है। आपको आधिकारिक विज्ञापन को ध्यान से पढ़कर आवेदन करना चाहिए।
प्रश्न 4: ऑनलाइन आवेदन करने के लिए वेतनमान और शुल्क क्या है?
उत्तर: भर्ती से संबंधित ऑनलाइन आवेदन करने के लिए वेतनमान और शुल्क के बारे में जानकारी विज्ञापन में उपलब्ध है। आपको आधिकारिक विज्ञापन को पढ़कर आवेदन करना चाहिए।
प्रश्न 5: भर्ती के संबंध में अधिक जानकारी के लिए मैं किससे संपर्क कर सकता हूं?
उत्तर: यदि आपके पास राजस्थान हाउसिंग बोर्ड भर्ती 2023 से संबंधित अधिक प्रश्न हैं, तो आप राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर या संबंधित संपर्क विवरण पर संपर्क करके अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
यह भर्ती से संबंधित मुख्य प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं। आपको आवेदन करने से पहले विज्ञापन को ध्यान से पढ़कर सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। भर्ती के लिए शुभकामनाएँ!
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड आरएसएमएसएसबी ने कंप्यूटर (संगणक) पोस्ट 2023 का विज्ञापन जारी किया है। जो उम्मीदवार इस आरएसएमएसएसबी कंप्यूटर विज्ञापन संख्या 05/2023 के लिए इच्छुक हैं और पात्रता पूरी करते हैं, वे 12 जुलाई 2023 से 10 अगस्त 2023 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। भर्ती से संबंधित अन्य जानकारी जैसे पाठ्यक्रम, आयु सीमा, योग्यता, वेतनमान और अन्य सभी जानकारी के लिए विज्ञापन पढ़ें और फिर आवेदन करें।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB)
आरएसएमएसएसबी राजस्थान कंप्यूटर (संगणक) भर्ती 2023
राजस्थान कंप्यूटर विज्ञापन संख्या: 05/2023 अधिसूचना का संक्षिप्त विवरण
महत्वपूर्ण तिथियाँ
आवेदन प्रारंभ: 12/07/2023
ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि: 10/08/2023
परीक्षा शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि: 10/08/2023
परीक्षा तिथि: अनुसूची के अनुसार
प्रवेश पत्र उपलब्ध: परीक्षा से पहले
आवेदन शुल्क
सामान्य/ओबीसी: 600/-
ओबीसी एनसीएल: 400/-
एससी/एसटी: 400/-
सुधार शुल्क : 300/-
परीक्षा शुल्क का भुगतान ईमित्र सीएससी सेंटर, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग के माध्यम से करें।
आरएसएमएसएसबी संगनक (कंप्यूटर) अधिसूचना 2023: आयु सीमा 01/01/2024 तक
न्यूनतम आयु : 18 वर्ष
अधिकतम आयु : 40 वर्ष
आरएसएसबी कंप्यूटर (संगणक) 2023 भर्ती नियमों के अनुसार आयु में अतिरिक्त छूट ।
राजस्थान कंप्यूटर परीक्षा 2023: रिक्ति विवरण कुल: 583 पद
पोस्ट नाम
क्षेत्र
कुल
आरएसएसबी कंप्यूटर पात्रता
संगणक (संगणक)
नॉन टीएसपी
512
एबीसी / ओ लेवल सर्टिफिकेट या आईटीआई कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ प्रोग्रामिंग असिस्टेंट / डेटा प्रिपरेशन और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर सर्टिफिकेट या कंप्यूटर साइंस / कंप्यूटर एप्लीकेशन में डिग्री / डिप्लोमा / सर्टिफिकेट के साथ गणित / अर्थशास्त्र विषय के साथ बैचलर डिग्री।
देवनागरी लिपि और राजस्थानी संस्कृति का ज्ञान।
अधिक जानकारी के लिए अधिसूचना पढ़ें।
कैसे भरें: राजस्थान आरएसएमएसएसबी कंप्यूटर (संगणक) भर्ती ऑनलाइन फॉर्म 2023
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड आरएसएमएसएसबी कंप्यूटर विज्ञापन संख्या 05/2023 भर्ती 2023। उम्मीदवार 27 जून 2023 से 26 जुलाई 2023 के बीच आवेदन कर सकते हैं।
उम्मीदवार आरएसएमएसएसबी में भर्ती आवेदन पत्र भरने से पहले अधिसूचना पढ़ें, जूनियर अकाउंटेंट 2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन करें।
कृपया सभी दस्तावेज़ – पात्रता, आईडी प्रमाण, पता विवरण, मूल विवरण जांचें और एकत्र करें।
कृपया भर्ती फॉर्म से संबंधित तैयार स्कैन दस्तावेज़ – फोटो, हस्ताक्षर, आईडी प्रमाण, आदि।
आवेदन पत्र जमा करने से पहले पूर्वावलोकन और सभी कॉलम को ध्यान से जांच लें।
अंतिम रूप से सबमिट किए गए फॉर्म का प्रिंट आउट ले लें।
पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) – राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड कंप्यूटर (संगणक) पोस्ट 2023 भर्ती:
प्रश्न 1: किस भर्ती के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने विज्ञापन जारी किया है?
उत्तर: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (आरएसएमएसएसबी) ने कंप्यूटर (संगणक) पोस्ट 2023 के लिए विज्ञापन जारी किया है।
प्रश्न 2: कौन से तिथि तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं?
उत्तर: इस आरएसएमएसएसबी कंप्यूटर भर्ती विज्ञापन संख्या 05/2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की तिथि 12 जुलाई 2023 से 10 अगस्त 2023 तक है।
प्रश्न 3: भर्ती से संबंधित अन्य जानकारी कहाँ मिलेगी?
उत्तर: भर्ती से संबंधित अन्य जानकारी जैसे पाठ्यक्रम, आयु सीमा, योग्यता, वेतनमान और अन्य सभी जानकारी के लिए आप आधिकारिक विज्ञापन को पढ़ सकते हैं और फिर आवेदन कर सकते हैं।
यह भर्ती से संबंधित मुख्य प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं। आपको आवेदन करने से पहले विज्ञापन को ध्यान से पढ़कर सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। भर्ती के लिए शुभकामनाएँ!