नेताओं के आज व कल होने वाले दौरे को लेकर पुलिस और जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
टीचर की कथित पिटाई से दलित स्टूडेंट की मौत के बाद पीड़ित के घर नेताओं के आने का सिलसिला जारी है। घटना के बाद से ही प्रदेश में संवेदना, सहानुभूति की राजनीति तेज है। जालोर के सुराणा गांव में मंगलवार को दिनभर मंत्रियों, विधायकों और जनप्रतिनिधियों का चक्कर लगता रहा। गांव में 6 जिलों के 700 जवान तैनात किए गए हैं।
आज भीम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतपाल तंवर सुराणा गांव पहुंचे। एआईसीसी राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल, मंत्री परसादी लाल मीणा सहित कई दूसरे राज्यों से दलित समाज के नेताओं के आने की संभावना है। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग सदस्य शिव भगवान नागा भी सुराणा गांव आएंगे। । गुरुवार को भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद आएंगे।
भीम सेना और भीम आर्मी के नेताओं के आज व कल होने वाले दौरे को लेकर पुलिस और जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। दलित नेताओं के लिए कार्यक्रमों को लेकर सुराणा के पास पोषाणा गांव में सरकारी खर्च पर 2 जेसीबी, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और पुलिस तैनात है। कलेक्टर निशांत जैन ने कहा कि यहां पार्किंग की व्यवस्था करवा रहे हैं।
जबकि मृतक छात्र इंद्र मेघवाल के घर से सभास्थल की दूरी 20 किलोमीटर है। वहीं, जालोर मुख्यालय सहित सुराणा में बाहर से आने वाले रास्तों के पॉइंट पर पुलिस फोर्स तैनात है। जिले की पुलिस के साथ ही मेवाड़ भील कोर पुलिस दल को बुलाया गया है।
मंत्रियों के साथ पीड़ित परिवार से मिले डोटासरा
इससे पहले मंगलवार को गहलोत सरकार के 5 मंत्री, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट समेत 15 विधायक सुराणा पहुंचे थे। मंगलवार सुबह 9 बजे से यहां पर नेताओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। सबसे पहले जैसलमेर विधायक रूपाराम मेघवाल पहुंचे।
उनके बाद राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की पत्नी गोलमा देवी भी पहुंचीं और मृतक परिवार को 1 लाख की सहायता राशि सौंपी। उसके बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पहुंचे। उनके साथ पीडब्लूडी मंत्री भजनलाल जाटव, जालोर के प्रभारी मंत्री अर्जुनराम बामणिया, आपदा प्रबंधन मंत्री गोविंद राम मेघवाल, बाल अधिकारिता मंत्री ममता भूपेश समेत कुछ विधायक सुराणा पहुंचे थे।
20 लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद जालोर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता छात्र के परिजनों को देने की घोषणा की। डोटासरा ने बताया कि एसटी-एससी का कानून है, उसके अनुसार परिवार को सवा 8 लाख रुपए मिलेंगे।
पहली किस्त 4 लाख 12 हजार की मिल चुकी है। दूसरी किस्त 4 लाख 13 हजार रुपए चालान होते ही मिल जाएगी। स्कूल में हुई घटना की सरकार व शिक्षा विभाग जांच कर रहा है। परिवार के अन्य बच्चों की पढाई की व्यवस्था सरकार कर रही है। पीड़ित परिवार की मांग के अनुसार एक कॉन्स्टेबल को तो पहले से निलंबित कर दिया गया है।
दलित अत्याचार पर राज्य सरकार बड़ा कदम उठाए: सचिन पायलट
डोटासरा समेत मंत्रियों के जालोर पहुंचने के बाद वन मंत्री हेमाराम चौधरी समेत कुछ विधायकों के साथ सचिन पायलट भी मंगलवार को पीड़ित के घर पर पहुंचे। इस दौरान परिजनों ने पुलिस पर सही जांच नहीं करने का आरोप लगाया। पायलट ने कहा कि दलितों के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर राज्य सरकार को बड़ा कदम उठाना चहिए। उन्होंने कहा इंद्र के पिता कह रहे हैं कि परिवार के साथ पुलिस ने गलत व्यवहार किया था। एडीएम पर भी आरोप लगा रहे हैं, इस पर सरकार को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।
सुराणा में अस्थाई पुलिस चौकी की स्थापित
मंगलवार को परिजनों से मिलने आए सचिन पायलट व गोविंद सिंह डोटासरा से सुरक्षा को लेकर मांग की गई थी। सायला थानाधिकारी ने बताया कि गांव में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए ग्राम पंचायत भवन में चौकी स्थापित कर दी है। हेड कॉन्स्टेबल और कॉन्स्टेबल तैनात किए गए हैं।
36 कौम एकजुट, बोले- टीचर को सजा मिले, पर जातिवाद न भड़काएं
जातिवाद व छुआछूत का आरोप लगने के बाद गांव में आक्रोश है। सभी समाजों के साथ दलित वर्ग भी महापड़ाव में शामिल हैं। उनका कहना है गांव का माहौल बिगाड़ा जा रहा है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मंत्री गांव आए तो उन्हें ज्ञापन देकर मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि अगर स्कूल का हेड मास्टर आरोपी है तो उनको सजा मिलनी चाहिए, लेकिन मामले को जातिवाद से जोड़कर गांव को बदनाम न किया जाए।
मुआवजे की मांग को लेकर पानी की टंकी पर चढ़े दलित नेता
मामले को लेकर मंगलवार को जयपुर में चार दलित नेता पानी की टंकी पर चढ़ गए थे। हालांकि देर रात सभी को नीचे उतार लिया गया। उनकी डिमांड थी कि सरकार मुआवजा बढ़ाए और परिवार के दो लोगों को नौकरी दे।