दुनिया की 100 सबसे अधिक प्रभावशाली कंपनियां
टेक्नोलॉजी सबसे अधिक प्रभावशाली कंपनियां टाइम मैग्जीन की 100 प्रभावशाली कंपनियों की सूची का फोकस इनोवेशन, विजन, महत्वाकांक्षा और कामयाबी है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, हेल्थ, साइंस, फैशन और बिजनेस की दुनिया में नई शुरुआत करने और भविष्य को आकार देने वाली कंपनियों पर नजर डाली गई है। भारत की सरकारी कंपनी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और बेंगलुरू की ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी मीशो ने बिजनेस के चमकते सितारों के बीच जगह बनाई है। पेश है, आठ कंपनियों का ब्योरा
दुनिया का भविष्य तय कर सकती है यह टेक्नोलॉजी
ओपन एआई- 38 साल के सैम आल्टमैन की कंपनी ओपन एआई केवल सात साल पुरानी है उसमें 500 से कम कर्मचारी हैं। सैनफ्रांसिस्को में उसका हेडक्वार्टर किसी स्पा के समान लगता है। लेकिन, केवल सात माह के अंदर उसके प्रोडक्ट बैटजीपीटी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लोगों के दिल-दिमाग तक पहुंचा दिया है। यह क्रांति दुनिया को बदल सकती है। टेक्नोलॉजी के इतिहास में चैटजीपीटी सबसे तेजी से प्रचलित प्रोडक्ट है। अब कई कंपनियां इस टेक्नोलॉजी में अरबों रुपए लगा रही हैं। आल्टमैन का कहना है, हमारे समाज में एआई के खतरों से एडजस्ट करने की क्षमता है।
सौंदर्य को संवारने के बिजनेस का नया स्टार
स्किम्स टीवी स्टार किम कर्दाशियां को अहसास नहीं था कि उन्हें बिजनेस मैं भी कामयाबी मिल सकती है। उन्होंने कई बिजनेस में हाथ डाल रखा है।। वे दो ब्यूटी लाइंस, ज्वेलरी कलेक्शन, परफ्यूम्स, किमोजी और मोबाइल गेम चलाती हैं। उनकी कंपनी स्किम्स ने पहले अंडरवियर और शेषवियर ऑफर किए। फिर वह स्विमवियर और अन्य किस्म की ड्रेस के बिजनेस में आ गई। 2019 में शुरू स्किम्स ने पिछले साल चार हजार करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार किया है। अब इन्वेस्टरों का ध्यान कंपनी की ओर गया है। जनवरी 2022 में उसका मूल्य 26 हजार करोड़ रुपए हो गया था।
सदियों पुराने खेल में नए जमाने की चाल
चैस.कॉम नेटफ्लिक्स के शो क्वीन्स गेम्बिट और लॉकडाउन्स ने शतरंज की लोकप्रियता में बढ़ाने में मदद की है। लेकिन चैस कॉम की मजेदार मार्केटिंग ने पिछले तीन वर्षों में युवाओं के बीच बोर्ड गेम की जगह बनाई है 2021 में कंपनी ने नए यूजरों को आकर्षित करने के लिए कई नए रोबोट प्रतिद्वंद्वी मैदान में उतारे हैं। जनवरी में कैटबॉट्स के नए पात्रों में स्केअर्डी कैट, केट्सपुरोव और मिटेन्स भी शामिल हैं। कंपनी के सीइओ एरिक अलेबेस्ट कहते हैं, उनकी टीम की चालें कामयाब रही है। दिसंबर में साइट के दस करोड़ यूजर हो गए थे।
काम और जीवन के बीच संतुलन बनाने का रास्ता
फोर डे वीक ग्लोबल गैर लाभकारी संगठन फोर डे वीक ग्लोबल का कहना है कि सोमवार से शुक्रवार तक काम करने का तरीका पुराना हो चुका है। संगठन ने कई देशों में वर्करों के सप्ताह में चार दिन काम करने के नतीजों पर स्टडी की हैं। सीइओ डेल कीलेहान कहते हैं, आराम करने वाले वर्कर बेहतर काम करते हैं। कुछ कंपनियों में छह माह के परीक्षण में पाया गया कि सप्ताह में चार दिन काम से छुट्टियां कम हो गई। आय में कोई अंतर नहीं पड़ा। आस्ट्रेलिया की सीनेट कमेटी ने सरकार से ट्रायल के लिए कहा है। मार्च में अमेरिकी सांसद मार्क तकानो ने हफ्ते में 32 घंटे काम का विधेयक संसद में पेश किया है।
meesho| बड़ी कंपनियों के मुकाबले किफायती शॉपिंग का मौका
मीशो- बेंगलुरू स्थित मीशो ने ऑनलाइन शॉपिंग की दुनिया में बहुत तेजी से जगह बनाई है। 2015 में विदित आने और संजीव बनवा द्वारा शुरू की गई कंपनी अमेजन और वालमार्ट जैसी बड़ी कंपनियों के मुकाबले कस्टमरों को सस्ती खरीदारी का मौका देती है। 2022 की शुरुआत में मीशो सबसे अधिक डाउनलोड किया गया शॉपिंग एप रहा। अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में मीशो विक्रेताओं से कमीशन नहीं लेती है। उसका कहना है कि इस कारण वह अपने प्रोडक्ट भारतीय परिवारों के लिए अनुकूल कीमत पर बेचती है।
महिलाओं की सेहत के सभी पहलुओं की केयर
मावेन क्लीनिक जून 2022 में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा गर्भपात पर रोक लगाने के बाद मावेन क्लीनिक के बिजनेस में 67% इजाफा हो गया। डेढ़ करोड़ महिला सदस्यों को परिवार पर आधारित मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराने वाली कंपनी के पास ऐसी कंपनियों ने संपर्क किया जो अपने कर्मचारियों की मदद करना चाहती थीं मावेन प्रेग्नेंसी निपटाने, इंश्योरेंस कवर, फर्टिलिटी विशेषज्ञों सहित कई सेवाएं देती है। कंपनी की सीइओ केट राइडर ने नवंबर 2022 में 750 करोड़ रुपए जुटाए थे। कंपनी सबसे अधिक कीमती (10 हजार करोड़ रु. मूल्य) महिला हेल्थ स्टार्टअप है ।
बिजनेस से ज्यादा धरती को बचाने की चिंता
पेटागोनिया दुनिया में कई कंपनियां पर्यावरण की सुरक्षा के लिए काम कर रही हैं। गारमेंट कंपनी पेटागोनिया के फाउंडर योन चाईनाई और उनके परिवार ने पिछले साल जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने के लिए साहसिक पहल की है। उन्होंने क्लाधिंग रिटेलर कंपनी का सालाना मुनाफा- लगभग 800 करोड़ रु. पर्यावरण की सुरक्षा के लिए काम करने वाले गैर लाभकारी संगठन होल्डफास्ट कलेक्टिव को देने का निर्णय लिया है। संगठन के पास कंपनी की 98% हिस्सेदारी है। कंपनी के सीईओ रायन गेलर्ट इसके प्रमुख रहेंगे।
मनी ट्रांसफर को हर किसी के लिए आसान बनाया
एनपीसीआई भारतीय रिजर्व बैंक और बैंकों के समूह ने 2008 में पेमेंट सिस्टम को अधिक बेहतर बनाने के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) का गठन किया था। भारत में स्मार्टफोन और इंटरनेट यूजर बढ़ने के साथ एनपीसीआई ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) लॉन्च किया। इससे लगभग 30 करोड़ यूजर मोबाइल एप्स और क्यूआर कोड्स के जरिये तत्काल पैसा ट्रांसफर करते हैं। 2021-22 में यूपीआई से 45 अरब ट्रांजेक्शन हुए। यह भारत के डिजिटल पेमेंट का 52% है। कंपनी के सीइओ दिलीप अस्बे कहते हैं, एनसीपीआई अब दूसरे देशों से भी मनी ट्रांसफर का माध्यम बनेगी।