समर्थक धरने पर बैठे, घटना स्थल से 6 खाली खोल व 2 जिंदा कारतूत मिले 16 देवासी को लगी थी 3 गोलियां, टोल प्लाजा विवाद में मुकेश पर शक, पहले भी 2 बार कर चुका हमला
लक्ष्मण देवासी हत्याकांड खाचर फायरिंग में लक्ष्मण को तीन गोलियां लगी थी। पहली गोली सिर में लगी जो बाएं तरफ कनपटी के पास होते हुए ब्रेन को चिरते हुए दाहिने तरफ से निकल गई। दूसरी गोली कंधे में लगी तो तीसरी उसके दिल के पास लगी जो फेफड़े को चिरते हुए पार हो गई। इधर शराब कारोबारी हिस्ट्रीशीटर लक्ष्मण देवासी की हत्या के मामले में पुलिस 24 घंटे बाद भी खाली हाथ रही।
मंगलवार सुबह लक्ष्मण के भाई तेजाराम ने लक्ष्मण पर दो बार पहले हमला कर चुकी टोल प्लाजा विवाद वाली गैंग पर हत्या की आशंका जताई। उन्होंने सात लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज करवाया है। रिपोर्ट में तेजाराम देवासी ने बताया कि चितलवाना निवासी प्रकाश गोदारा गैंग के आदमियों ने पीछा करते हुए लक्ष्मण देवासी पर फायरिंग कर हत्या कर दी। रिपोर्ट में दांतीवास निवासी मुकेश पुत्र जगदीश खिचड़, धवा निवासी तगसिंह पुत्र नगसिंह राजपुरोहित, सुनील उर्फ गोपियां पुत्र पूनमाराम विश्नोई, विकी पुत्र गणपत विश्नोई, कमलेश पुत्र मोहनलाल बिश्नोई व भजनलाल पुत्र सुरजनराम बिश्नोई ने मिलकर हत्या की है।
15 परिजन व बड़ी संख्या में लोगों ने अस्पताल के आगे धरना शुरू कर दिया। दोपहर 3 बजे तक धरना चलता रहा। 22 घंटे बाद पुलिस के आलाधिकारियों, राज्यमंत्री सुखराम बिश्नोई व पूर्व उप सचेतक रतन देवासी व पीडित परिवार के लोगों के बीच कई दौर की वार्ताां चली। नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन पर शव उठाया। हजारों लोगों की मौजूदगी में नागौलड़ी गांव में देर शाम अंतिम संस्कार हुआ। मंगलवार सुबह हत्या का मामला दर्ज, जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन पर 22 घंटे बाद उठाया शव
आईजी ने मुकेश की तलाश में 8 टीमें भेजी
सांचौर में शराब कारोबारी लक्ष्मण देवासी की हत्या के मामले में सांचौर पुलिस ने सोमवार को दांतीवास निवासी मुकेश बिश्नोई को संदिग्ध आरोपी मुकेश माना है। हालांकि पुलिस की पकड़ से आरोपी मुकेश 30 घंटे से फरार चल रहा है। इधर, आईजी सुहासा ने इस मामले में आठ टीमें विभिन्न क्षेत्र में भेजी है।
टोल प्लाजा संचालन में मुकेश से एक साल पुरानी दुश्मनी
सांचौर से गुजरात की तरफ धानेरा जाने वाले नेशनल हाईवे 168 ए पर पलादर गांव के पास लगे टोल प्लाजा के संचालन को लेकर मुकेश विश्नोई व शराब कारोबारी लक्ष्मण देवासी के बीच विवाद शुरू हुआ था। उसके बाद दो बार लक्ष्मण देवासी पर हमले किए,लेकिन वो बच गया। मामलों में संदिग्ध आरोपी मुकेश बिश्नोई का चालान हुआ था। उसके बाद से मामला शांत था। 26 अप्रैल 2022 को मुकेश ने साथियों को लेकर लग्जरी गाड़ियों के काफिले के साथ टोल प्लाजा पर पहुंचा और टोल संचालन करने वाले कार्मिकों के साथ हाथापाई करते हुए टोल की लाइन के बैरियर हटा दिए। उसके बाद टोल कम्पनी ने लक्ष्मण देवासी से संपर्क कर लिया। पहली बार लक्ष्मण पर 30 अप्रैल को हमला हुआ था। 23 मई को दूसरी बार माखुपुरा गांव के पास लक्ष्मण पर फायरिंग हुई थी।
लक्ष्मण देवासी गुजरात पुलिस के सामने करने वाला था सरेंडर
लक्ष्मण देवासी लंबे समय से शराब कारोबार से जुड़ा था। पहले शराब तस्करी के मामलों में लिप्त था। बाद में पांच सालों से सांचौर शहर के आसपास के सरकारी ठेकों की दुकानें संचालित करता था। इन सरकारी ठेकों की शराब गुजरात सप्लाई होती हैं। इसके चलते गुजरात के अलग- अलग जगहों कई मामले दर्ज थे। चार दिन पहले लक्ष्मण देवासों के कारोबार में हिस्सेदार डिग्सा को अहमदाबाद की स्पेशल पुलिस यूनिट ने सिरोही से गिरफ्तार किया था। उसके साथ गुजरात पुलिस ने बेरहमी से मारपीट की। इसकी भनक देवासी को थी। ऐसे में देवासी गुजरात पुलिस के सामने सरेंडर करना चाह रहा था। जानकारी मिली कि तीन दिन से गुजरात पुलिस की टीम सांचौर क्षेत्र में थी। सोमवार सुबह लक्ष्मण देवासी के घर पर गुजरात पुलिस ने दबिश दी लेकिन वह हाथ नहीं लगा। दूसरी तरफ देवासी सांचौर में चल रहे कारोबार के हिसाब-किताब को पूरा कर सोमवार की शाम सरेंडर करने वाला था। देवासी इंदिरा कॉलोनी से रवाना होकर गुजरात पुलिस के पास जा रहा था। मुख्य चार रास्ते से थोड़ा आगे जाते ही बदमाशों ने रास्ता रोककर उस पर गोलियां बरसा दीं शराब कारोबारी लक्ष्मण देवासी की गोली मारकर हत्या के मामले में सीसीटीवी फुटेज के अनुसार आरोपियों में से एक युवक के • मशीन गन जैसा कुछ दिख रहा है। लेकिन वह नहीं चलने पर आरोपी गाड़ी जाकर देशी पिस्टल लेकर आया और लक्ष्मण की गाड़ी के नजदीक जाकर फायर किए। पुलिस सूत्रों के अनुसार मौके से 7.62 एमएम की 6 खाली खोल मिले हैं। 2 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। आरोपियों के पास देशी इंडियन मेड पिस्टल थी।