सांचौर जिला सोमवार को अस्तित्व में आने के साथ सांचौर, रानीवाड़ा, चितलवाना व बागोड़ा क्षेत्र का कामकाज होना शुरू हो गया। शहर के डाक बंगले में सांचौर जिले की स्थापना साधु संतों के सान्निध्य में जन अभियोग निराकरण समिति अध्यक्ष पुखराज पाराशर, राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई के मौजूदगी में की।
जिला कलेक्टर पूजा पार्थ ने गजट नोटिफिकेशन पढ़कर सुनाया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्चुअल तरीके से पट्टिका का अनावरण किया। कार्यक्रम से पूर्व स्मृति वन से बालिकाओं ने सिर पर कलश धारण कर शोभायात्रा निकाली जो स्मृति वन से होते हुए कलेक्ट्रेट होकर सभास्थल पहुंचीं। जन अभियोग निराकरण समिति अध्यक्ष पुखराज पाराशर ने कहा कि जिला मुख्यालय से दूरी ज्यादा होने के कारण सांचौर को जिला बनाया है। इससे इस क्षेत्र का विकास होगा।
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जिले की स्थापना जैसे कार्यक्रम में विपक्ष का एक भी नेता मौजूद नहीं है। राज्यमंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा मैंने उप जिला अस्पताल की मांग की थी तब गहलोत हंसे थे। उसके बाद उप जिला अस्पताल की घोषणा हो गई, इसके बाद सबसे बड़ा तोहफा जिले के रूप में दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से जो मांगा था वो सब दिया। उन्होंने नर्मदा नहर के लिए 70 करोड़ रुपए दिए हैं। सडक़, बिजली समेत सभी समस्याओं का समाधान किया। जेजेएम का कार्य तेजी से किया जा रहा है। भीनमाल के पूर्व विधायक समरजीत सिंह ने कहा सांचौर की जनता ने सही निर्णय लेकर सुखराम बिश्नोई को जिताया। इससे वो मंत्री है और उसी का परिणाम है कि सांचौर को मुख्यमंत्री ने जिला बनाया है।