सीमा से 18 घंटे चली पूछताछ, जांच एजेंसियां भी उलझन में: आईक्यू, एप्टीट्यूड और सेक्सोलॉजिकल टेस्ट संभव; पूछताछ के दौरान अचानक रोने लगती है
क्या प्यार के लिए पाकिस्तान से नोएडा आई थी सीमा? ये गुत्थी सुलझने की बजाय और उलझती जा रही है. तर्क हर प्रश्न का सही उत्तर और आत्मविश्वास है। 18 घंटे की पूछताछ के दौरान सीमा ने जिस तरह से जवाब दिए, उससे ऐसा लगा मानो किसी ने उसे विशेषज्ञता से सज्जित हो। एजेंसियों के मन में यह संदेह है कि भारत के भीतर आने का उद्देश्य कुछ अनूठा है।”
यह नहीं है कि केवल पूछताछ के दौरान ही, सीमा ने पूरे आत्मविश्वास के साथ जवाब दिया था, बल्कि इसमें और भी अनूठा रहस्य है। ऐसा लग रहा है कि वह अभी भी बहुत कुछ छिपा रही हैं. इसलिए जांच एजेंसियां अब सीमा का मनोवैज्ञानिक परीक्षण करा सकती हैं. इसको लेकर एजेंसियों में मंथन चल रहा है. एजेंसियां आईक्यू, एप्टीट्यूड और सेक्सोलॉजिकल टेस्ट के जरिए सीमा के दिमाग की जांच करेंगी। माना जा रहा है कि परीक्षण को मंजूरी दिलाने के लिए एजेंसियां जल्द ही कोर्ट जाएंगी।
सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान अधिकारियों ने देखा कि सीमा सवालों से बचने के लिए अचानक रोने लगीं और फिर हंसकर जवाब देने लगीं. सचिन के सवालों पर वह कहती नजर आईं कि इसमें उनकी कोई गलती नहीं है. जो भी सवाल हो मुझसे पूछो. अतुलनीय रूप से सबसे बड़ा संदेह यह है कि सीमा ने कभी भी किसी सवाल पर अपना आत्मविश्वास नहीं खोया है।”
सचिन और सीमा की शादी की फोटो. यह नेपाल का बताया जा रहा है. यहां दोनों ने शादी कर ली.
अक्सर देखा जाता है कि जब भी एजेंसियां अपने तरीके से पूछताछ करती हैं तो सामने वाले के पसीने छूट जाते हैं। इसके अलावा 2 दिन 18 घंटे की पूछताछ के बाद सीमा ने फिर मीडिया को इंटरव्यू दिया. उन्होंने सीमा के झूठ को सच साबित करने वालों को झूठा साबित कर दिया. इसमें बस सेवा एजेंसी, नेपाल के होटल मालिक और पशुपतिनाथ मंदिर का बयान शामिल है. “वर्तमान में, सीमा और सचिन दोनों बीमार हो गए हैं, और इनका इलाज ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में उत्तम चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है।”
गोलमोल जवाब से जांच एजेंसियां परेशान
“सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसियों को विश्वास है कि कहीं न कहीं एक ऐसा व्यक्ति है जिसने सीमा को विशेष तौर पर ट्रेनिंग दी है।”सीमा भारत आई, यहां 50 दिनों तक रही, फर्जी आधार कार्ड बनाया, पकड़ी गई और जमानत मिल गई। पहले पुलिस, फिर तमाम जांच एजेंसियों ने दिए दो टूक जवाब मीडिया से बातचीत के दौरान वह कहीं नहीं रुके। सिर्फ बेवकूफी भरी बातें बता रहे हैं. यह जानना बहुत जरूरी है कि सीमा का आईक्यू लेवल कितना मजबूत है।
सीमा ने कहा- उन्होंने एक साल पहले हिंदू धर्म अपनाया है। उसका पाकिस्तान में रहने वाले अपने पति से कोई लेना-देना नहीं है.
सीमा ने कहा- उन्होंने एक साल पहले हिंदू धर्म अपनाया है। उसका पाकिस्तान में रहने वाले अपने पति से कोई लेना-देना नहीं है.
सीमा की ये बातें कितनी सच हैं?
नेपाल के एक होटल मैनेजर ने बताया कि सीमा दूसरे नाम से होटल में आई थी। जब सीमा ने बताया कि सचिन एक दिन पहले ही वहां पहुंच गया था. मेरी वहां कोई एंट्री नहीं है.
एक ट्रैवल एजेंट से बस बुक करते समय उसने अपने चारों बच्चों के नाम गलत लिख दिए और अपना नाम सीमा मीना लिख लिया, ताकि वह खुद को हिंदू बता सके।
अपनी उम्र के बारे में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में ऐसा होता है कि कोई चार-पांच साल छोटा लिख सकता है.
मेरे और गुलाम हैदर के बीच कोई रिश्ता नहीं था, और जब उनका तलाक हुआ तो भी वे पैसे भेजते रहते थे।
सीमा ने बताया कि वह सोनौली बॉर्डर से भारत में दाखिल हुई, जबकि एटीएस की पूछताछ में उसने बताया कि यह सिद्धार्थनगर बॉर्डर है।
मोबाइल टूटना, सिम टूटना जैसी कई बातें हैं, जिनका विश्लेषण करना जरूरी है।
समझें क्या है मनोवैज्ञानिक परीक्षण…
यूपी-एटीएस ने सीमा और सचिन से दो दिन में 18 घंटे तक पूछताछ की है. पूछताछ नोएडा के एक सुरक्षित घर में की गई.
यूपी-एटीएस ने सीमा और सचिन से दो दिन में 18 घंटे तक पूछताछ की है. पूछताछ नोएडा के एक सुरक्षित घर में की गई.
मनोवैज्ञानिक परीक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें कई मनोवैज्ञानिक परीक्षण किये जाते हैं। इन परीक्षणों की सहायता से व्यक्ति के व्यवहार, व्यक्तित्व और उसकी क्षमताओं का अनुमान लगाया जाता है।
इसमें रेंज आईक्यू टेस्ट, एप्टीट्यूड टेस्ट, इंटरेस्ट टेस्ट, न्यूरोसाइकोलॉजिकल टेस्ट, पर्सनैलिटी टेस्ट, सेक्सोलॉजिकल टेस्ट शामिल हैं।
सेक्सोलॉजिकल टेस्ट क्या है?
सेक्सोलॉजिकल परीक्षण आमतौर पर मानव सेक्सोलॉजिकल व्यवहार के लिए किए जाते हैं। इसमें व्यक्ति की यौन रुचि और व्यवहार शामिल है। यह परीक्षण किसी भी व्यक्ति के समाजशास्त्र और अपराधशास्त्र को समझने का प्रयास करता है। इसके साथ ही उसके रिश्तों, प्रजनन क्षमता (प्रजनन की स्थिति) के बारे में जानकारी जुटाई जाती है।