– एनडीपीएस के मामले में मदद को लेकर भाद्राजून थानाधिकारी ने आरोपी के परिवार की महिलाओं से रिश्वत मांगी
जालोर. वॉट्सएप्प कॉल डोडा पोस्त तस्करी के मामले में आरोपी के परिवार की महिलाओं से 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का थानेदार का दांव उल्टा पड़ गया। थानेदार ने रिकॉर्डिंग से बचने के लिए वॉट्सएप पर कॉल किया, लेकिन महिलाओ ने दूसरी फोन से कॉल की वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली। वीडियो वायरल होने के बाद एसपी श्यामसिंह ने शुक्रवार रात भाद्राजून के थानेदार को सस्पेंड कर दिया है। कुछ दिन पहले नोसरा क्षेत्र में भाद्राजून पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत डोडा पोस्त बरामद किया था। इसी मामले में आरोपियों को मदद देने के नाम पर उनके परिजनों से बातचीत करते हुए थानाधिकारी जसराज ने 2 लाख रुपए की मांग की थी। बातचीत में थानाधिकारी एनडीपीएस के मामले खुद में हाथ में होने की बात कहते हुए पूरी मदद करने का भरोसा भी दे रहे हैं।
यह है मामला, थानेदार , महिला, आरोपी सभी बाड़मेर निवासी(वॉट्सएप्प कॉल )
जानकारी के अनुसार थानेदार जसराज, एनडीपीएस में पकड़े गए आरोपी भी बाड़मेर जिले के हैं। वही यह मामला नोसरा पुलिस थाने क्षेत्र में 12 मई को पुलिस ने 633 किलो अवैध डोडा पोस्त बरामद किया था। फॉरच्यूनर व स्कॉर्पियो वाहन में भरा डोडा पोस्त बरामद हो गया, लेकिन आरोपी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने नामजद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए भाद्राजून थानाधिकारी जसराज के नेतृत्व में 20 मई को आरोपी बाड़मेर जिले के सरनू पनजी निवासी मोहनलाल पुत्र उदाराम जाट को गिरफ्तार किया था। फिर एक आरोपी के परिजनों से बातचीत कर पैसे मांगे थे।
–4.48 मिनट का ऑडियो : दो महिलाओं से बातचीत में दलाल का जिक्र
महिला : हेल्लो…
थानाधिकारी : हां, हैल्लो… महिला : कुण, बोलो…? थानाधिकारी : हां, मैं जालोर से बोल रहा हूं, हरीश ने फोन करने का बोला था।
महिला : हां, लो बात करो(इसके बाद दूसरी महिला को फोन दिया जाता है)
महिला : हेल्लो, नमस्कार साहब…
थानाधिकारी : हां, नमस्कार महिला : हां, बोलो
थानाधिकारी : वो, कह रहे थे कि बात करनी है, क्या बात करनी है, बताओ।
महिला : वो तो बात करने का कह रहे थे कि साहब का फोन आया है..
थानाधिकारी : ऐेसा है मेरी बात सुनो
महिला : हां
थानाधिकारी : उनको अगर मदद की जरूरत है, तो मैं मदद करवा दूंगा। अभी तक तो कुछ नहीं है। अभी काम हमारे हाथ में है मदद कर संकूगा।
महिला : कब तक आप कर सकोगे।
थानाधिकारी : एक-दो दिनों तक, हाथ से निकलने के बाद कुछ नहीं होगा
महिला : कल तक
थानाधिकारी : हां
महिला : तो, फिर साब कितने तक पहुंच सकोगे..
थानाधिकारी : हरीश ने कहा होगा…
महिला : हरीश ने 2 का बोला है। थानाधिकारी : हां महिला : 2 तो साब ज्यादा पड़ेंगे, ठीक है कल और वापस बात करूंगी। थानाधिकारी : कल कागज पेश करने पड़ेंगे, देख लेना।
महिला : साहब दौड़ भाग करनी पड़ेगी, दौड़ भाग किए बिना घर पर तो हैं नहीं, घर होते तो दे देती। आजकल लोग विश्वास भी नहीं कर रहे।
थानाधिकारी : हरीश को आप कैसे जानते हो
महिला : हरीश, का तो मेरे पास फोन आया था। खारापार से आया था। हरीश ने मुझे फोन किया था, उनको तो पता नहीं किसने फोन किया भगवान जाने
थानाधिकारी : अच्छा
महिला : तभी बात हुई थी, तब कहा था साहब को कितने तक करोगे तो गाळा निकाल देंगे।
थानाधिकारी : हरीश से आपके कैसे संपर्क हुआ
महिला : भगवान जाने, मेरे पास तो फोन आया था, कहा था कि वो वाली बात है, जसराज से मेरे बात हुई थी। हरीश को किस ने कहा पता नहीं।
वापस पहले वाली महिला : हेल्लो, हेल्लो
थानाधिकारी : हां
महिला : बोलते बंद क्यों हुए… थानाधिकारी : कल हरीश को बुला देना
महिला : हरीश को, आ तो जाएगा।
थानाधिकारी : हां, मैं कह दूंगा। महिला : मैं बात करूंगी, चीज व्यवस्था होते ही बात करूंगी। महिला : लडक़े से बात नहीं करवा सकते साहब थानाधिकारी : लडक़े से कल बात करवा दूंगा।