– गडकरी ने कहा हमने 3 वल्र्ड रिकॉर्ड भी बनाए, ऐसी पट्टी डेढ़ साल में तैयार होती हैं अब आगे हम 15 दिन में बनायेंगे
जालोर. चितलवाना उपखंड क्षेत्र के अगवाड़ा में बनी इमरजेंसी हवाई पट्टी के उद्घाटन में केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व
सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पहुंचे। गडकरी ने कार्यक्रम में 14 मिनट तक संबोधित करते हुए देश में हो रहे विभिन्न कार्यों की प्रंशसा करते हुए कहा कि अब देश काफी मजबूत हो रहा हैं। प्रधानमंत्री की ईच्छा के अनुसार हर तरह के कार्य तेजी के साथ किए जा रहे हैं।
14 मिनट तक यह बोलें गडकरी….
लोकार्पण हुई पट्टी पर बोलें…आज का दिन बहुत ही एतिहासिक दिन हैं। राजनाथ सिंह द्वारा आज हमारे रोड कम एयर स्ट्रिक का उद्घाटन हवाई जहाज में यहां आकर किया। मुझे बहुत ही इस बात की खुशी हैं एक बार यहां चर्चा करते वक्त प्रधानमंत्री के सामने इस तरह का सुझाव रखा था। जिसके बाद दोनों विभागों के सहयोग से रोड़ कम एयर स्ट्रिक को तैयार कर दिया। भारतमाला परियोजना के तहत निर्माण हुई पट्टी की क्वालिंट काफी अच्छी हैं। आस्ट्रेलिया में हमारे भारतीय वैज्ञानिक ने इस तरह की बनाई हैं, जिनको उनकी सरकार ने मान्यता दी हैं। इसी तरह की यह पट्टी यहां पर भी बनी हैं। गागरिया से बाखासर व साता से गांधव तक 1135 करोड़ की लगात से 197 किमी लंबा मार्ग बना हैं। इस पर यह पट्टी बनी हैं।
स्थानीय समस्या एयरपोर्ट को लेकर बोलें… मुझे जानकारी हैं कि करीब यहां से 300 से 350 किमी के बीच तक कोई एयरपोर्ट नही हैं। उन्होंने कहा कि मैंने अभी रावत साहब को भी कहां था कि इस क्षेत्र में एक छोटा सा एयरपोर्ट बनें। अगर जगह लगी तो हम दें देंगे। इसमें डिफेंस का भी हो, पास में सिविल का भी एयरपोर्ट अगर बन जायें तो यहां के लोगों को भी सुविधा मिल जायेगी।
सडक़ परिवहन के 3 रिकॉर्ड बताएं…
1. 2 किलोमीटर पहले प्रतिदिन सडक़ बनती थी। अब हमनें कोरोना होने के बाद 38 किमी प्रतिदिन रोड़ बनाई हैं। जो दुनिया में सबसे अधिक एक ही दिन में बनी हैं।
2. यह रिकॉर्ड हमनें राजस्थान व गुजरात की भूमि पर किया। दिल्ली व मुंबई के बीच हम एक्सप्रेस हाईवे बना रहे हैं। जिसका 60 प्रतिशत काम पूरा हुआ। बड़ौदा के पास हमने सिमेंट कॉकरेट रोड़ ढाई किमी का 24 घंटे में पूरा कर वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया।
3. मिंजापुर से सोलापुर तक सिग्ल लेंन बीटॉवीन रोड़ एक ही दिन में बनाई।
हमारे ग्रीन रोड़ बन रही, जिससे रास्तों की दुरियां सालभर में कम कर देंगे…
– दिल्ली-मेरठ के 4 घंटे लगते थे, वहां अब 45 मिनट लगेगें
– दिल्ली से देहरादुन दो घंटे में
– दिल्ली से हरिद्वार 2 घंटे
– दिल्ली से जयपुर 2 घंटे
– बेंगलुरु से चेन्नई 2 घंटे में
– दिल्ली से मुंबई 12 घंटे में
– दिल्ली से अमृतसर 6 घंंटे में
– दिल्ली से चंडीगढ 2 घंटे में
भारतमाला पर बन रहे 20 हवाई पट्टी को भी गिनाया…
– फलौदी-जैसलमेर का ट्रेडर जल्द होगा
– बाड़मेर-जैसलमेर मार्ग पर तकनीकि जांच हो रही
-पश्चिम बंगाल के खड़पपुर में निर्माण कार्य चल रहा
– पानागढ़ से केकड़ी तक निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो रही
– तमिलनाडू से पाडेंचेरी मार्ग पर तैयारी कर रहे
– आंध्रा के नैलूर में कार्य लगभग पूरा हो गया।
– हरियाणा के मंडी में टे्रडर
– पंजाब के संगनूर के पास योजना
– गुजरात में भुज-नविया मार्ग पर योजना
– सुरत-बड़ौदा मार्ग पर भी बना रहे
– आसम में पांच, जम्मू में भी बना रहे
– बागडोगरा समेत जगहों पर भी बनाने की योजना
कठिन जगह पर भी बना दिया रास्ता
मानस सरोवर को पितोरागढ जाने का कठिन रास्ता था। एयरफोर्स के सहयोग से पितोरागढ जाने का रास्ता 85 प्रतिशत पूरा हो गया हैं। अगले साल अप्रैल तक सपना पूरा होगा।
इलेक्ट्री हाईवे बनाने की योजना…
देश में पहली बार इलेक्ट्री हवाई बनाने की योजना हैं। दिल्ली से जयपुर तक इलेक्ट्री हाईवे बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसको लेकर विदेशी कंपनियों से भी चर्चा की हैं।
आगे ऐसी पट्टी 15 दिन में बनायेंगे
कल हमारे साथ एयरफोर्स के चीफ मेरे साथ चर्चा कर रहे थे तब मैंने बताया कि एक हवाई स्क्रिट बनाने में डेढ़ साल लगता हैं। तब हमने कहा कि अब हम 15 दिन में अच्छी हवाई पट्टी आपको अच्छी क्वालिटी में बनाकर देंगे। इस रोड़ पर हमने तीन हेलीपैड बनाये थे। कुदनपुरा, सिगानीया व बाखासर गांव में बनाया हैं। जो सेना के लिए उपयोगी होगा।
हादसों को कम करने के लिए…
रोड़ पर 5 लाख सडक़ हादसे होते हैं। उसको कम करना हमारा उद्देश्य हैं। इसको लेकर अधिक से अधिक हैलीपेड बना रहे हैं। एयर एंबुलेंस का भी उपयोग हो तो हादसा होते ही उनको तत्काल उपचार मिल सकें एवं जान बचे, इस पर भी काम कर रहे। अब करीब 500 से 600 हैलीपेड बनाने का भी योजना हैं।
पानी में हवाई जहाज उतारने का प्लान…
फ्लॉट लगाकर पानी में उतारने को लेकर हवाई उतारने की व्यवस्था हो। इस पर भी हम काम करेंगे। जापान में इस तरह होता हैं। ऐसा होने पर राजस्थान में कई झील हैं, उनमें हम आसानी से उतर सकेंगे।
(अगली खबर में पढ़े राजनाथ सिंह क्या बोलें…)