महाराष्ट्र बुलढाना बस हादसा बुलढाणा में बड़ा हादसा हो गया. एक बस यवतमाल से पुणे जा रही थी, तभी वह एक खंभे से टकराकर सड़क पर पलट गई। टक्कर की वजह से बस में आग लग गई. बस में 33 लोग सवार थे और दुख की बात है कि उनमें से 26 की जलने के कारण तुरंत मौत हो गई।
बस की खिड़कियां तोड़कर 8 लोगों ने अपनी जान बचाई. यह हादसा दोपहर 1.30 बजे समृद्धि महामार्ग एक्सप्रेस-वे नामक सड़क पर हुआ. यह बुलढाणा जिले के पिंपलखुटा नामक गाँव के पास, सिंदखेड राजा नामक स्थान पर था।
आठ लोगों ने बस की खिड़कियां तोड़कर अपनी जान बचाई। हादसा बुलढाणा जिले के सिंदखेड़ाराजा के पास पिंपलखुटा गांव के पास समृद्धि महामार्ग एक्सप्रेसवे पर देर रात करीब 1.30 बजे हुआ. बुलढाणा के एसपी सुनील कडासेन ने बताया कि हादसे में बस ड्राइवर बच गया.
उन्होंने बताया कि टायर फटने से यह हादसा हुआ। बाद में बस के डीजल टैंक में आग लग गई, जिससे आग फैल गई. इस हादसे में 3 बच्चों की भी मौत हो गई.
बस का दरवाज़ा नीचे की ओर धकेले जाने के कारण कोई बाहर नहीं निकल सका।एक
प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, ड्राइवर ने बस से नियंत्रण खो दिया। बस सबसे पहले एक लोहे के खंभे से टकराई. बाद में बस डिवाइडर से टकराकर पलट गई. बस बायीं ओर पलट गयी, जिससे बस का दरवाजा नीचे की ओर गिर गया. ऐसे में लोगों के पास कोई रास्ता नहीं था. पुलिस ने बस से 25 शव बरामद किए हैं. गंभीर रूप से जले शवों की पहचान करना मुश्किल है।
जो लोग बस के दुर्घटनाग्रस्त होने और पलटने के समय वहां मौजूद थे, उनका कहना है कि अंदर डीजल ईंधन वाला टैंक फट गया और विस्फोट हो गया। जिससे सड़क पर डीजल फैल गया। जिससे आग लग गई. देखते ही देखते आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया।
बस पलट गई और उसमें आग लग गई.
वहां मौजूद लोगों के मुताबिक, बस के पलट जाने से बस में ईंधन का टैंक फट गया और इससे भीषण आग लग गई. पुलिस ने बताया कि यह एक फैंसी बस के साथ हुआ जो एक शहर से दूसरे शहर जा रही थी और यह पिंपलखुटा नामक गांव के पास हुआ. देर रात करीब डेढ़ बजे डिवाइडर से टकराने के बाद पोल से टकरा गई और उसमें आग लग गई। पुलिस के मुताबिक 7 यात्री गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारी ने बताया कि यात्री नागपुर, वर्धा और यवतमाल के रहने वाले थे।
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख की सहायता देने की घोषणा की
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुलढाणा बस हादसे पर दुख व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने मृतकों और उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5-5 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के आदेश दिये हैं.
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने जताया दुख
इस भयानक घटना से प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दुख जताया है पीएम ने मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है.
शव पूरी तरह जल चुके थे. शवों की पहचान करना मुश्किल है.
शव पूरी तरह जल चुके थे. शवों की पहचान करना मुश्किल है.बस का दरवाजा नीचे आ जाने से कोई भी बाहर नहीं निकल सका।प्रत्यक्षदर्शियों पुलिस का कहना है कि बस चला रहा शख्स उसे ठीक से नहीं चला सका. बस पहले एक धातु के खंभे से टकराई। आग की लपटों के बीच बने कंक्रीट के डिवाइडर से टकराकर पलट गई। बस बाईं ओर मुड़ गई, जिससे बस का दरवाजा नीचे गिर गया। ऐसे में लोगों के पास कोई रास्ता नहीं था. पुलिस को बस के अंदर 25 लोग मिले जो बहुत बुरी तरह घायल थे और अब उनकी मदद नहीं की जा सकती थी। गंभीर रूप से जले शवों की पहचान करना मुश्किल है।
मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक, बस पलटने से डीजल टैंक फट गया, जिससे डीजल सड़क पर फैल गया और आग लग गई। देखते ही देखते आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया।