मौत के 24 घंटे बाद भी लापरवाही किसकी, जिम्मेदारी तय नहीं
जालोर सायला क्षेत्र के उम्मेदाबाद में डिस्कॉम की लापरवाही ने एक कर्मचारी की जान ले ली। घटना सोमवार देर शाम की है। उम्मेदाबाद में एनसीपी की 33 केवी बिजली की लाइन पर उम्मेदाबाद में कर्मचारी मंगनाराम पुत्र हीराराम मेघवाल बिजली पोल पर चढ़ कार्य कर रहा था तभी 132 केवी जीएसएस से लाइन को शुरू कर दिया। बिजली की लाइन के चपेट में आते ही कर्मचारी मंगनाराम पोल से नीचे गिर गया। वहां मौजूद अधिकारी व कर्मचारी तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे तब तक मृतक मगनाराम । उसकी मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित परिजन मांगों को लेकर उम्मेदाबाद डिस्कॉम कार्यालय के आगे धरने पर बैठ गए। एसडीएम दौलतराम चौधरी, एसई महेश व्यास समेत अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर परिजनों से समझाइश कर करीब 10 घंटे बाद मंगलवार देरशाम को परिजनों ने खत्म कर शव को उठाया। कर्मचारी एफआरटी टीम में संविदाकर्मी लगा था।
एसडीएम व अधिकारियों की समझाइश पर धरना खत्म
डिस्कॉम के एसई महेश व्यास का कहना है कि 132 केवी जीएसएस से जेईएन ने मौके पर पहुंचकर नियमानुसार प्रक्रिया पूरी करते हुए कार्य के लिए शट डाउन लिया था। कर्मचारी लाइन पर चढकर काम शुरू कर रहा था तो करंट शुरू हुआ और उसकी मौत हो गई। विभाग घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी यह तय नहीं कर पाया है कि लापरवाही किसकी थी। अब एसई व्यास कह रहे हैं कि चीफ इंजीनियर स्तर से एक कमेटी का गठन कर जांच शुरू करवाई है।
घटना के बाद बिना सूचना दिए हुए अधिकारी एक बार तत्काल जालोर लेकर आ गए। परिजनों को सूचना मिलने के बाद देर रात को परिजन भी पहुंच गए। मंगलवार सुबह परिजन, पूर्व जिला प्रमुख मंजू मेघवाल, विध मेघवाल, शिव सेना जिला प्रमुख रूपराज पुरोहित समेत धरने पर बैठ गए। परिजनों ने मांग रखी की लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने व परिवारों को उचित मुआवजा राशि मिले। अधिकारियों ने दोनों मांगें मानने के बाद मंगलवार देरशाम को धरना खत्म कर दिया। वहीं शिवसेना प्रमुख रूपराज पुरोहित ने भी पीडित परिवार को 2 लाख रुपए देने की घोषणा की।